रोहित बोले- मैंने रिटायरमेंट नहीं लिया:खराब फॉर्म के चलते खुद ही ड्रॉप हुआ, आज रन नहीं बने तो क्या कभी नहीं बनेंगे
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जा रहे पांचवें टेस्ट में रोहित शर्मा नहीं खेल रहे हैं। रोहित के प्लेइंग इलेवन में न होने पर कई सवाल उठे। रोहित ने शनिवार को ब्रॉडकास्टर से बातचीत में कहा- मैंने रिटायरमेंट नहीं लिया है। रोहित ने कहा- सिडनी टेस्ट में खराब फॉर्म के चलते खुद को ड्रॉप किया। यह फैसला लेना मुश्किल था, लेकिन टीम के हित में फैसला लिया। टीम में किसे रहना है या नहीं, यह फैसला हमारा है। दूसरा कोई नहीं तय कर सकता। रोहित ने आगे कहा- चार-पांच महीने पहले मेरी कैप्टेंसी और मेरे आइडियाज खूब काम आए। अचानक से ये चीजें खराब कही जाने लगीं। आज रन नहीं बन रहे हैं, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आप भविष्य में रन नहीं बना पाएंगे।

रोहित बोले- मैंने रिटायरमेंट नहीं लिया: खराब फॉर्म के चलते खुद ही ड्रॉप हुआ
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने खेल के मौजूदा हालात पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला नहीं लिया है, बल्कि खराब फॉर्म के कारण उन्हें चयन में परेशानी हुई। रोहित ने यह भी बताया कि यदि आज के मैच में रन नहीं बने तो इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में वह कभी नहीं बना सकेंगे। वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और अपने खेल को सुधारने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
रोहित की स्थिति पर चर्चा
इस वक्त भारतीय क्रिकेट में कई युवा खिलाड़ियों का उभार हो रहा है, जो चयन में प्रतिस्पर्धा को और भी कठिन बना रहा है। रोहित ने इस बात पर जोर दिया कि एक खिलाड़ी का फॉर्म हमेशा स्थिर नहीं होता। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने पिछले अनुभवों से सीखने की आवश्यकता है और वे अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
क्रिकेट में निरंतरता का महत्व
रोहित ने कहा कि क्रिकेट में एक निरंतरता बनाए रखना जरूरी है। वे टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं, और उनकी भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और इस पर विश्वास जताया कि वे जल्द ही अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेंगे।
प्रेक्षकों के लिए संदेश
रोहित ने अपने फॉलोअर्स और प्रशंसकों को भी एक संदेश दिया कि उन्हें धैर्य रखना चाहिए। खराब फॉर्म का हर खिलाड़ी सामना करता है, और यह केवल एक कठिन दौर है। उन्होंने कहा कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
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निष्कर्ष
रोहित शर्मा की स्थिति क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा है। उनके संघर्ष और सकारात्मक मानसिकता से हमें यह सिखने को मिलता है कि क्रिकेट और जीवन में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं। अच्छे और बुरे दोनों ही समय में, धैर्य और मेहनत से ही सफलता हासिल की जा सकती है।
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