लखनऊ में व्यापारी के साथ 1.34 करोड़ की साइबर ठगी:ट्रेडिंग के नाम पर खातों में मंगाए पैसे, एफआईआर
लखनऊ में साइबर ठगों ने व्यापारी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.34 करोड़ रुपए ठग लिए। ठगी की जानकारी होने पर व्यापारी ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। वाट्सएप ग्रुप पर जोड़कर शुरू हुई ठगी खुर्रमनगर निवासी वसीम सिद्दीकी ने पुलिस को बताया कि पिछले दिनो वाट्सएप पर शेयर ट्रेडिंग से कम वक्त में ज्यादा मुनाफा कमाने का मैसेज आया था। जिसके बाद मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर बजाज ब्रोकिंग इंस्टीट्यूट कर्मी अवंतिका देव से बात हुई। उसने बताया कि बजाज ग्रुप की तरफ से शेयर ट्रेडिंग करने के इच्छुक लोगों की वेल्थ मैनेजमेंट की जाती है। जिससे लाखों रुपए कुछ ही दिनों में मुनाफे की बात कही। साथ ही रोज शेयर के मुनाफे का अपडेट देखने के लिए एक लिंक भेजा गया। उनकी बातों में आकर पहले 30 हजार रुपए लगाए। दो दिन में शेयर बढ़कर 50 हजार रुपए होने पर एक लाख, दो लाख, पांच लाख और दस लाख रुपए लगाता गया। शेयर में लगातार बढ़ोत्तरी होने पर 29 बार में 1.34 करोड़ रुपए लगा दिए। जब रुपए निकालने का प्रयास किया तो उनका खाता ब्लॉक कर दिया गया। जानकारी पर पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है। जिसके बाद थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इंसपेक्टर साइबर थाना बृजेश यादव ने बताया कि खाता नंबर और मोबाइल नंबर के आधार पर साइबर ठगों का पता लगाया जा रहा है।

लखनऊ में व्यापारी के साथ 1.34 करोड़ की साइबर ठगी
लखनऊ में व्यापारी के साथ हुई 1.34 करोड़ रुपये की साइबर ठगी ने सभी को चौंका दिया है। ठगों ने ट्रेडिंग के नाम पर व्यापारी के खातों में पैसे मंगवाए और उन्हें अपनी ठगी का शिकार बना दिया। यह मामला अब पुलिस के सामने पहुंच गया है, जहां व्यापारी ने एफआईआर दर्ज कराई है।
क्या हुआ?
व्यापारी ने बताया कि ठगों ने उसे फोन पर संपर्क किया और विभिन्न व्यापारिक योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उनके द्वारा दी गई заманत और आश्वासन के कारण व्यापारी ने उन्हें पैसे ट्रांसफर कर दिए। धीरे-धीरे, व्यापारी ने महसूस किया कि वह ठगी का शिकार हो गया है, जिस पर उसने तत्काल सरकारी कार्रवाई की।
पुलिस प्रतिक्रिया
लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला गंभीरता से लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ठगों का पता लगाने के लिए तकनीकी और पारंपरिक तरीकों का उपयोग किया जाएगा। वे सभी संभावित सुरागों की जांच कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा सके।
साइबर ठगों से बचने के उपाय
साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी अनजान स्रोत से मिलने वाली वित्तीय योजनाओं में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें। बाहर से मिलने वाले फोन कॉल या संदेशों को हमेशा संदेह की नजर से देखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन को दें।
इस मामले ने लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया है और उम्मीद है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां जल्द ही ठगों को पकड़ेंगी।
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