लखनऊ विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा पर कार्यशाला:एडीजी जी.के. गोस्वामी ने डिजिटल सुरक्षा और साइबर कानूनों की दी जानकारी
लखनऊ विश्वविद्यालय के न्यू कैंपस में इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (आईएमएस) ने एक दिवसीय साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का मुख्य विषय 'डिजिटल दुनिया में डेटा की सुरक्षा' था। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय और आईएमएस की ओएसडी प्रोफेसर विनीता काचर ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. जी.के गोस्वामी और टीसीएस के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ गिरजेश राय शामिल हुए। विशेषज्ञों ने यूपीआई धोखाधड़ी से बचाव के तरीके समझाए डॉ. गोस्वामी ने साइबर सुरक्षा और साइबरस्पेस में खतरों की जानकारी दी। उन्होंने डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम और आईटी अधिनियम 2000 के बारे में भी बताया। साइबर विशेषज्ञ गिरजेश राय ने यूपीआई धोखाधड़ी और वेबसाइट क्लोनिंग से बचाव के तरीके समझाए। छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के लिए जानकारी मिली कार्यशाला में विश्वविद्यालय के प्रबंधन छात्र, शोधकर्ता और शिक्षाविद शामिल हुए। विशेषज्ञों ने छात्रों के सवालों के जवाब दिए। कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह कार्यशाला डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रही। छात्रों को साइबर अपराधों से बचने के लिए आवश्यक जानकारी मिली।

लखनऊ विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा पर कार्यशाला
लखनऊ विश्वविद्यालय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें साइबर सुरक्षा और डिजिटल कानूनों पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों और अध्यापकों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करना एवं एडिशनल डायरेक्टर जनरल जी.के. गोस्वामी द्वारा साझा की गई जानकारी से उन्हें लाभान्वित करना था।
एडीजी जी.के. गोस्वामी की उपस्थिति
एडीजी जी.के. गोस्वामी ने इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। उन्होंने साइबर सुरक्षा के महत्व को समझाते हुए, कहा कि आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जानकारी की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है। गोस्वामी ने विभिन्न साइबर खतरों को पहचानने और उनसे निपटने के उपायों पर प्रकाश डाला।
डिजिटल सुरक्षा के उपाय
इस कार्यशाला में गोस्वामी ने बताया कि कैसे हम अपने डिवाइस और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने सिखाया कि मजबूत पासवर्ड्स का उपयोग करना, नियमित रूप से सॉफ़्टवेयर अपडेट करना, और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचना महत्वपूर्ण है।
साइबर कानूनों की जानकारी
साथ ही, गोस्वामी ने साइबर कानूनों के बारे में भी छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कौन से साइबर अपराधों को कानूनी रूप से दंडनीय माना जाता है और ऐसे मामलों में शिकायत किस प्रकार दर्ज की जा सकती है। यह जानकरी छात्रों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण है।
समापन सत्र में, छात्रों ने अपनी जिज्ञासाओं को व्यक्त किया और गोस्वामी ने उनके सवालों का जवाब दिया। इस कार्यशाला ने एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान किया और छात्रों को शिक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
सम्पूर्ण कार्यशाला के बाद उपस्थित छात्रों ने एडीजी जी.के. गोस्वामी का धन्यवाद किया और उनकी सलाह को अपने जीवन में लागू करने का आश्वासन दिया।
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