वर्ल्ड अपडेट्स:इजराइल ने दो महिला ब्रिटिश सांसदों को देश में एंट्री नहीं दी, एयरपोर्ट पर डिटेन किया

इजराइल के दौरे पर गए ब्रिटिश संसद सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल दो सांसदों अब्तिसम मोहम्मद और युआन यांग को इजराइली अधिकारियों ने देश में एंट्री देने से मना कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों सांसदों को एयरपोर्ट पर ही डीटेन कर लिया गया। दोनों सांसदों पर अधिकारियों ने इजराइल के खिलाफ नफरत और दुष्प्रचार फैलान की कोशिश के आरोप में एंट्री देने से इनकार किया गया है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा कि इजराइल के इस कदम स्वीकार नहीं किया जाएगा। अब्तिसम मोहम्मद यमन में जन्मी हैं और ब्रिटिश संसद में निर्वाचित होने वाली पहली अरब महिला हैं। युआन यांग ब्रिटिश संसद में चुनी गई पहली चीनी मूल की ब्रिटिश नागरिक हैं। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... इजराइल ने 15 राहतकर्मियों की हत्या मामले में गलती मानी, मारने के बाद शव को रेत में दबा दिया था इजराइल ने माना है कि 23 मार्च को गाजा में 15 राहतकर्मियों की हत्या के मामले में उनके सैनिकों ने गलतियां की हैं। ये राहतकर्मी संयुक्त राष्ट्र राहत कार्यों से जुड़े थे। इजराइल ने पहले कहा था कि सैनिकों ने गोलीबारी की क्योंकि राहतकर्मियों की गाड़ियां अंधेरे में बिना हेडलाइन के जा रही थी। उन्होंने इजराइली सैनिकों को जाने से पहले सूचना नहीं दिया था। हालांकि मारे गए एक राहतकर्मी के मोबाइल फुटेज से पता चला कि गाड़ियों की लाइटें जल रही थीं। इजराइली सेना ने यह भी दावा किया था कि मारे गए लोगों में 6 राहतकर्मी हमास से जुड़े थे। हालांकि सेना ने अब तक इससे जुड़ा कोई सबूत नहीं दिया। इजराइली सेना ने यह माना था कि जब सैनिकों ने गोलीबारी की तो वे निहत्थे थे। एक इजराइली सैन्य अधिकारी ने कहा कि 23 मार्च को हमले के बाद इजराइली सेना ने सभी मृतकों के शवों को रेत में दबा दिया था, ताकि उन्हें जंगली जानवरों से से बचाया जा सके। इस घटना के एक सप्ताह के बाद जब शवों को निकाला गया तो एक राहतकर्मी रेफत राडवान का मोबाइल फोन भी मिला, जिसमें घटना की फुटेज थी। इजराइली सैन्य अधिकारी ने इस बात से इनकार किया कि मरने से पहले किसी भी राहतकर्मी को हथकड़ी लगाई गई थी। न किसी को नजदीक से नहीं मारा गया। इजराइली सेना ने इस पूरी घटना की जांच करने का वादा किया है। अमेरिका में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारतीय मूल का जज गिरफ्तार, 10 साल की सजा हो सकती है अमेरिका के टेक्सास राज्य के फोर्ट बेंड काउंटी में भारतीय मूल के अमेरिकी जज ज के. पी. जॉर्ज को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। जॉर्ज पर वायर फ्रॉड और चुनावी फंडिंग रिपोर्ट में गड़बड़ी के आरोप भी लगे हैं। जॉर्ज 2018 से काउंटी जज के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें फिलहाल 20 हजार डॉलर की जमानत पर रिहा किया गया है। दोषी पाए जाने पर उन्हें 10 साल की जेल हो सकती है। डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के मुताबिक, जॉर्ज पर 30 हजार से 1.5 लाख डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। जॉर्ज ने सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए खारिज किया है। अमेरिका भारी बारिश से बाढ़ के हालात; अब तक 16 की मौत अमेरिका के दक्षिणी और मध्य-पश्चिमी राज्यों में भारी बारिश और टॉर्नेडो ने तबाही मचा दी है। अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 10 मौतें टेनेसी में हुई हैं। बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से टेक्सास से ओहायो तक के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ जगहों पर नदियों का जलस्तर आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है। मिसौरी, केंटकी और आर्कनसॉ में भी मौतों की खबर है। मिसौरी में एक व्यक्ति बहते वाहन से बाहर निकलने के बाद डूब गया। केंटकी में 9 साल का बच्चा और 74 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई, जबकि आर्कनसॉ में 5 साल के बच्चे की जान गई। इस हफ्ते की शुरुआत में आए टॉर्नेडो कई रिहायशी इलाकों को पूरी तरह तबाह कर चुके हैं और इनमें कम से कम 7 मौतें हुई हैं।

Apr 6, 2025 - 15:59
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वर्ल्ड अपडेट्स:इजराइल ने दो महिला ब्रिटिश सांसदों को देश में एंट्री नहीं दी, एयरपोर्ट पर डिटेन किया
इजराइल के दौरे पर गए ब्रिटिश संसद सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल दो सांसदों अब्तिसम मोहम्मद

वर्ल्ड अपडेट्स: इजराइल ने दो महिला ब्रिटिश सांसदों को देश में एंट्री नहीं दी, एयरपोर्ट पर डिटेन किया

इजराइल ने हाल ही में दो महिला ब्रिटिश सांसदों को अपने देश में प्रवेश से रोक दिया है। यह घटना उस समय हुई जब ये सांसद एक योजना के तहत इजराइल और फिलिस्तीनी क्षेत्रों का दौरा करने के लिए पहुंचे थे। इन सांसदों को एयरपोर्ट पर रोका गया और डिटेन किया गया, जिसके बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। यह निर्णय राजनीतिक परिस्थितियों और इजराइल की सुरक्षा नीतियों से प्रेरित बताया जा रहा है।

दो महिला सांसदों का इजराइल दौरा

इन सांसदों ने इजराइल के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी और यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा था। एयरपोर्ट पर उन्हें रोकने का कदम कई सवाल खड़े करता है, जैसे कि क्या यह मानवाधिकारों का उल्लंघन है? इजराइल ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा है कि सुरक्षा कारणों से ऐसी कार्रवाई की गई है। हालांकि, ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे पर तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिली है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

ब्रिटिश सांसदों का मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाई से इजराइल की लोकतांत्रिक छवि को नुकसान पहुँचता है। उन्होंने इसे एक संकीर्ण दृष्टिकोण बताया और कहा कि संवाद के लिए दरवाजे बंद करना गलत है। इन सांसदों की योजना थी कि वे वहाँ की वास्तविकता को समझकर फिलिस्तीनी मुद्दे पर बेहतर जानकारी प्राप्त कर सकें।

भविष्य के दृष्टिकोण

यह घटना इस बात का संकेत है कि इजराइल के लिए ब्रिटिश सांसदों सहित अंतरराष्ट्रीय नेताओं का दौरा किस हद तक संवेदनशील हो सकता है। वर्तमान में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह घटना आगे कैसे विकसित होती है और क्या ब्रिटिश सरकार इजराइल के साथ इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करेगी।

इस प्रकार की घटनाएँ किसी भी देश के लिए गंभीर मुद्दे उत्पन्न कर सकती हैं और इसके प्रभाव व्यापक हो सकते हैं। इसके समाधान के लिए संवाद और समझ दोनों की आवश्यकता है।

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