वाराणसी-जौनपुर हाईवे पर तेज रफ्तार कार ने नर्स को रौंदा:हादसे के बाद आपस में भिड़े कई वाहन, पुलिस ने सभी जब्त किए
बड़ागांव थाना क्षेत्र के काजीसराय स्थित गढ़वा चौराहे पर गुरुवार रात सड़क हादसे में 22 वर्षीय नर्स की मौत हो गई। मृतका प्रियंका, मऊ जनपद के घोसी थाना अंतर्गत खत्रीपार मानिकपुर की रहने वाली थी, जो काजीसराय के एक निजी अस्पताल में नर्स के रुप में कार्यरत थी। रात करीब 8:30 बजे ड्यूटी से छुट्टी के बाद प्रियंका सड़क पार कर अपने रूम की ओर जा रही थी, तभी गढ़वा चौराहे पर तेज रफ्तार आर्टिगा कार ने पहले एक आई10 कार को टक्कर मारी और फिर प्रियंका को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि प्रियंका सड़क पर दूर जा गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।हादसे के दौरान चौराहे से गुजर रही अन्य गाड़ियां भी आपस में टकरा गईं, जिससे कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची बड़ागांव पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दुर्घटना में शामिल सभी वाहनों को पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

वाराणसी-जौनपुर हाईवे पर तेज रफ्तार कार ने नर्स को रौंदा
बड़ागांव थाना क्षेत्र के काजीसराय स्थित गढ़वा चौराहे पर गुरुवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 22 वर्षीय नर्स प्रियंका की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब मृतका काम खत्म करके अपने कमरे की ओर जा रही थी। प्रियंका, जो मऊ जनपद के घोसी थाना अंतर्गत खत्रीपार मानिकपुर की निवासी थी, काजीसराय के एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में कार्यरत थी।
हादसे का विवरण
हमला रात करीब 8:30 बजे हुआ, जब प्रियंका सड़क पार कर रही थी। तभी तेज रफ्तार आर्टिगा कार ने पहले एक आई10 कार को टक्कर मारी और उसके बाद प्रियंका को रौंद दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि प्रियंका सड़क पर दूर जा गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के कारण सड़क पर अफरा-तफरी मच गई, क्योंकि चौराहे से गुजर रही अन्य गाड़ियां भी आपस में टकरा गईं।
आपातकालीन सेवाएं और पुलिस जांच
सूचना मिलने के बाद बड़ागांव पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने प्रियंका के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इसके अलावा, दुर्घटना में शामिल सभी वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने न केवल प्रियंका के परिवार में बल्कि पूरे समुदाय में एक आघात पहुंचाया है।
सड़क सुरक्षा पर चिंता
इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। तेजी से बढ़ती गाड़ियां और लापरवाह ड्राइविंग कई जिंदगियों को खतरे में डाल रही हैं। स्थानीय निवासियों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। प्रियंका का असामयिक निधन उन सभी के लिए एक बड़े दुख का विषय है जो उन्हें जानते थे।
निष्कर्ष
जिस प्रकार सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है, उसके मद्देनजर सड़क सुरक्षा के नियमों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। प्रियंका की त्रासदी यह दर्शाती है कि हमें अपनी गति और ड्राइविंग व्यवहार को लेकर संवेदनशील होना चाहिए। आशा की जाती है कि निकट भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बड़ागांव की स्थानीय पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और इससे जुड़े अन्य विवरणों का भी पता लगाया जा रहा है। प्रियंका के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं।
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