बद्दी के केमिकल प्लांट में कर्मचारी की मौत:पत्नी बोली- बिना सूचना दिए कर दिया अंतिम संस्कार, SP से की शिकायत
सोलन के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक निजी केमिकल प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी की मौत हो गई। मृतक की पत्नी श्यामली ने आज एसपी विनोद धीमान को शिकायत दी है। उसने बताया कि उसके पति की तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही थी। यह बीमारी संभवतः प्लांट के प्रदूषित वातावरण की वजह से हुई। मृतक चंदन उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का रहने वाला था। वह प्लांट में ठेके पर काम करता था। आरोप लगाया कि प्लांट में केमिकल से उसकी मौत हुई है। 18 मई को चंदन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। प्लांट कर्मचारियों ने उसे नालागढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे पीजीआई रेफर किया गया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। श्यामली का आरोप है कि 19 मई को प्लांट के कुछ कर्मचारी उसके घर आए। वे एक लाल कपड़े में चंदन की अस्थियां लेकर आए। उन्होंने बताया कि चंदन अब इस दुनिया में नहीं रहा। श्यामली को न तो पति के अंतिम दर्शन का मौका मिला और न ही अंतिम संस्कार में शामिल होने दिया गया। एसपी विनोद धीमान ने कहा कि शिकायत मिल गई है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

बद्दी के केमिकल प्लांट में कर्मचारी की मौत:पत्नी बोली- बिना सूचना दिए कर दिया अंतिम संस्कार, SP से की शिकायत
सोलन के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक निजी केमिकल प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी की मौत का मामला चर्चा का विषय बन गया है। मृतक चंदन, जो उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का निवासी था, ने काम करते समय स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं अनुभव की थीं। उनकी पत्नी श्यामली ने आज एसपी विनोद धीमान को एक शिकायत दी, जिसमें उन्होंने अपने पति की मौत के कारण और उसके अंतिम संस्कार को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
चंदन की तबीयत बिगड़ने की वजह
चंदन की तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही थी, और ऐसा माना जा रहा है कि यह बीमारी संभवतः प्लांट के प्रदूषित वातावरण के चलते हुई। 18 मई को चंदन की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद प्लांट के अन्य कर्मचारियों ने उन्हें नालागढ़ अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी परिस्थिति में कोई सुधार नहीं होने पर उन्हें पीजीआई रेफर किया गया। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई, जो उनके परिवार के लिए एक बड़े सदमे की तरह आया।
अंतिम संस्कार पर सवाल
श्यामली ने आरोप लगाया कि 19 मई को प्लांट के कुछ कर्मचारियों ने उसके घर आकर उसे बताया कि चंदन का निधन हो गया है। श्यामली के अनुसार, उन्होंने उसे ना तो अंतिम दर्शन का मौका दिया और ना ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी। वह यह बात अक्सर दोहराती रही हैं कि यह उनके पति के साथ एक गहरा अन्याय है। एक पत्नी के रूप में, उन्हें यह अधिकार मिला था कि वह अपने पति की अंतिम विदाई कर सकें।
पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई
एसपी विनोद धीमान ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए कहा कि शिकायत प्राप्त हो गई है और मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने वादा किया है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो उचित कार्रवाई की जाएगी। यह मामले अब केवल परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का सवाल है, जहां कार्यस्थल की सुरक्षा और स्वास्थ्य का मुद्दा अत्यंत महत्वपूर्ण है।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे देश में कामकाजी परिस्थितियों का क्या हाल है। क्या कंपनियों को कर्मचारियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए? यह एक गंभीर प्रश्न है, विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्रों में काम कर रहे मजदूरों के लिए। कंपनी के लिए यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने कर्मचारियों के साथ एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण प्रदान करें।
समाज और धर्म के पहलुओं से परे, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए। परिवारों को न्याय मिले और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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