एन चंद्रशेखरन ने टाटा-केमिकल्स के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया:बोले- बोर्ड की अध्यक्षता करना सौभाग्य की बात रही; एस. पद्मनाभन कंपनी के नए चेयरमैन बने

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन 29 मई 2025 से टाटा केमिकल्स के डायरेक्टर और चेयरमैन पद से हट जाएंगे। कंपनी ने बुधवार (28 मई) को शेयर बाजारों (BSE-NSE) को फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी। बोर्ड ने एन चंद्रशेखरन की जगह मौजूदा डायरेक्टर एस. पद्मनाभन को टाटा केमिकल्स का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। इस पद पर उनका कार्यकाल 30 मई 2025 से प्रभावी होगा। बोर्ड की अध्यक्षता करना सौभाग्य की बात रही कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने चंद्रशेखरन के एक लेटर के बाद औपचारिक रूप से उनके इस्तीफे को रिकॉर्ड में ले लिया है। चंद्रशेखरन ने लेटर में लिखा, 'अपने वर्तमान और भविष्य के कमिटमेंट्स का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन करने के बाद मैंने बोर्ड से हटने का फैसला किया है। टाटा केमिकल्स बोर्ड की अध्यक्षता करना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही है और मैं अपने कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन और सहयोग के लिए दिल से आभारी हूं।' चंद्रशेखरन ने टाटा ग्रुप के भीतर स्ट्रेटेजिक ट्रांजिशन और रि-अलाइनमेंट के दौर में टाटा केमिकल्स का चेयरमैन के रूप में नेतृत्व किया। मोदन साहा कंपनी के एडिशनल डायरेक्टर बने इसके अलावा कंपनी ने नॉमिनेशन और रैम्यूनरेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर एडिशनल डायरेक्टर (नॉन एग्जीक्यूटिव, नॉन इंडिपेंडेंट) के रूप में मोदन साहा की नियुक्ति को भी मंजूरी दी। इस पद पर उनका कार्यकाल 28 मई 2025 से प्रभावी होगा। एन चंद्रशेखरन 2027 तक टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे एन चंद्रशेखरन को 2017 में टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 में टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे। एन चंद्रशेखरन ने टाटा ग्रुप की कंपनी TCS में ट्रेनी के तौर पर जॉइन किया था। वे इस ग्रुप का चेयरमैन बनने वाले पहले नॉन फैमिली सदस्य हैं। उन्हें 2017 में पहली बार टाटा संस का चैयरमेन बनाया गया था। वो 2027 तक टाटा संस के चैयरमेन रहेंगे। टाटा केमिकल्स को 1939 में स्थापित किया गया था टाटा ग्रुप की टाटा केमिकल्स लिमिटेड एक इंडियन मल्टीनेशनल कंपनी है। यह कंपनी केमिकल्स, क्रॉप प्रोटेक्शन और स्पेशियलिटी केमिस्ट्री प्रोडक्ट्स बनाने का काम करती है। इस कंपनी को 1939 में स्थापित किया गया था। कंपनी का हेडक्वार्टर मुंबई में है और इसका ऑपरेशन भारत, यूरोप, नॉर्थ अमेरिका और अफ्रीका में है।

May 28, 2025 - 18:28
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एन चंद्रशेखरन ने टाटा-केमिकल्स के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया:बोले- बोर्ड की अध्यक्षता करना सौभाग्य की बात रही; एस. पद्मनाभन कंपनी के नए चेयरमैन बने
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन 29 मई 2025 से टाटा केमिकल्स के डायरेक्टर और चेयरमैन पद से हट जाएंगे

एन चंद्रशेखरन ने टाटा-केमिकल्स के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया: बोले- बोर्ड की अध्यक्षता करना सौभाग्य की बात रही; एस. पद्मनाभन कंपनी के नए चेयरमैन बने

टाटा संस के वर्तमान चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने 29 मई 2025 से टाटा केमिकल्स के डायरेक्टर और चेयरमैन पद से हटने की घोषणा की है। इस बात की जानकारी कंपनी ने बुधवार (28 मई) को शेयर बाजारों (BSE-NSE) को एक फाइलिंग में दी। चंद्रशेखरन की जगह अब मौजूदा डायरेक्टर एस. पद्मनाभन को टाटा केमिकल्स का नया चेयरमैन बनाया गया है। उनका कार्यकाल 30 मई 2025 से शुरू होगा। यह फैसला चंद्रशेखरन के एक लेटर के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने बोर्ड की अध्यक्षता करने को एक सौभाग्य माना।

एन चंद्रशेखरन का योगदान

चंद्रशेखरन ने अपने पत्र में लिखा, 'अपने वर्तमान और भविष्य के कमिटमेंट्स का सावधानी पूर्वक मूल्यांकन करने के बाद मैंने बोर्ड से हटने का निर्णय लिया है। टाटा केमिकल्स का चेयरमैन रहना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही और मैं अपने कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन और सहयोग के लिए दिल से आभारी हूं।' उनके नेतृत्व में, टाटा केमिकल्स ने महत्वपूर्ण रणनीतिक परिवर्तन और री-अलाइनमेंट का दौर देखा। यह टाटा समूह के भीतर एक महत्वपूर्ण समय था, जहां चंद्रशेखरन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

एस. पद्मनाभन का नया चेयरमैन बनना

एस. पद्मनाभन ने टाटा केमिकल्स के नवनियुक्त चेयरमैन के रूप में काम शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनकी नियुक्ति कंपनी के नॉमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी की सिफारिशों पर आधारित है। उन्हें 28 मई 2025 से प्रभावी अतिरिक्त निदेशक (नॉन एग्जीक्यूटिव, नॉन इंडिपेंडेंट) के रूप में भी नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति कंपनी को एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है।

एन चंद्रशेखरन की भविष्य की योजनाएँ

चंद्रशेखरन का मानना है कि उनके पास अब और अधिक महत्वपूर्ण गतिविधियाँ हैं। वे 2027 तक टाटा संस के चेयरमैन बने रहेंगे। चंद्रशेखरन ने टाटा ग्रुप की कंपनी TCS में ट्रेनी के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी और अब वे टाटा समूह के पहले नॉन-फैमिली सदस्य हैं जो इस समूह के चेयरमैन बने हैं। उनके अनुभव को देखते हुए, टाटा संस के लिए उनकी यात्रा महत्वपूर्ण रही है।

टाटा केमिकल्स का इतिहास और महत्व

टाटा केमिकल्स को 1939 में स्थापित किया गया था और यह टाटा ग्रुप की एक महत्वपूर्ण कंपनी है। यह कंपनी केमिकल्स, क्रॉप प्रोटेक्शन, और स्पेशियलिटी केमिस्ट्री प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है। कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है और इसके संचालन भारत, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, और अफ्रीका तक फैले हुए हैं। टाटा केमिकल्स ने वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की है और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान मिलता है।

निष्कर्ष

एन चंद्रशेखरन का इस्तीफा और एस. पद्मनाभन की नियुक्ति टाटा केमिकल्स के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह बदलाव कंपनी के भविष्य को प्रभावित करेगा और नई दिशाएँ प्रस्तुत करेगा। इस स्थिति का विश्लेषण करते समय, यह याद रखना आवश्यक है कि चंद्रशेखरन का योगदान हमेशा के लिए टाटा केमिकल्स के इतिहास का हिस्सा बनेगा। दोनों नेताओं के बीच का यह बदलाव टाटा केमिकल्स के लिए सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा। आगे क्या होने वाला है, यह देखना दिलचस्प होगा।

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