सेंसेक्स 1100 अंक गिरकर 78,700 पर कारोबार कर रहा:निफ्टी में 400 अंक की गिरावट; मीडिया, बैंकिंग और रियल्टी शेयर सबसे ज्यादा फिसले
हफ्ते के आखिरी कारोबार दिन आज यानी शुक्रवार, 25 अप्रैल को शेयर बाजार में तेजी के बाद बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स 1000 अंक (1.26%) गिरकर 78,750 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी करीब 350 अंक (1.44%) की गिरावट है, ये 23,900 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 में गिरावट है। । एक्सिस बैंक, अडाणी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस में 4.50% तक की गिरावट है। NTPC, पावर ग्रिड और जोमैटो के शेयर 3% नीचे हैं। TCS, इंफोसिस और ICICI बैंक में मामूली तेजी है। निफ्टी के 50 में से 48 शेयरों में गिरावट है। NSE के मीडिया सेक्टर में 3.46%, सरकारी बैंकिंग में 2.96%, फार्मा में 2.55%, मेटल में 2.44% और ऑटो में 2.00% की गिरावट है। IT शेयरों में मामूली तेजी है। बाजार में गिरावट के दो बड़े कारण 1. लगातार तेजी के बाद मुनाफावसूली कल यानी 24 अप्रैल से पहले बाजार में लगातार सात दिनों की तेजी देखी गई। 24 अप्रैल की तेजी में आईटी सेक्टर में बढ़त रही। इस तरह के बढ़त के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी। यह विशेष रूप से आईटी और बैंकिंग जैसे सेक्टर्स में ज्यादा बिकवाली के चलते हो सकता है। इन सेक्टर्स ने हाल में मजबूत प्रदर्शन किया। 2. भारत-पाकिस्तान के बीच जियोपॉलिटिकल टेंशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भी लगभग सभी द्विपक्षीय समझौते स्थगित करने का ऐलान किया और कहा कि भारत ने सिंधु जल रोका तो यह एक्ट ऑफ वॉर होगा। दोनों देशों के बीच इस टेंशन के चलते निवेशक सावधान हो गए हैं, जिससे इक्विटी मार्केट में बिकवाली तेज हो गई है। ग्लोबल मार्केट में तेजी, विदेशी निवेशकों की खरीदारी जारी 7 दिन की तेजी के बाद कल गिरा था बाजार लगातार 7 दिन तेजी के बाद कल यानी गुरुवार, 24 अप्रैल को शेयर बाजार में गिरावट रही। सेंसेक्स 315 अंक गिरकर 79,801 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 82 अंक की गिरावट रही, ये 24,247 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में गिरावट रही। हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में 4% से ज्यादा की गिरावट रही। इसके अलावा, जोमैटो, एयरटेल और ICICI बैंक के शेयर 1% गिरकर बंद हुए। वहीं, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा के शेयर में 3.3% की गिरावट रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 31 में गिरावट रही। NSE के निफ्टी रियल्टी और FMCG इंडेक्स में सबसे ज्यादा 1.41% तक की गिरावट रही। इसके अलावा, ऑटो, IT और बैंकिंग में भी मामूली गिरावट रही।

हाल का वित्तीय संकट और बाजार पर उसका प्रभाव
भारतीय शेयर बाजार में हाल के दिनों में गंभीर गिरावट देखने को मिली है, जिसमें सेंसेक्स 1100 अंकों की गिरावट के साथ 78,700 पर कारोबार कर रहा है। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का बिगड़ना है। निफ्टी ने भी 400 अंकों की गिरावट प्रदर्शित की है। विशेष रूप से, मीडिया, बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्र के शेयरों ने सबसे अधिक नुकसान उठाया है।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के कारण
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी बाजारों में अस्थिरता और उच्च मुद्रास्फीति के आंकड़े भारतीय बाजारों में भी एक नकारात्मक प्रवृत्ति को जन्म दे रहे हैं। इन कारकों ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते बड़ी संख्या में बिकवाली देखी गई है।
क्षेत्रवार प्रदर्शन
मीडिया शेयरों में भी बड़ी गिरावट आई है, जिसमें प्रमुख कंपनियों के स्टॉक्स में भारी बिक्री हुई। बैंकिंग क्षेत्र, जो आमतौर पर आर्थिक अनिश्चितता के दौरान मजबूत होता है, इस बार अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। रियल्टी शेयरों ने भी गिरावट का सामना किया है, जो कि आर्थिक प्रगति के रुकने का संकेत है।
क्या आगे की राह है?
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। हालांकि, बाजार में सुधार की संभावनाएं बनी हुई हैं। निवेशकों को अपनी निवेश रणनीतियों का पुनरावलोकन करने की आवश्यकता है और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से बाजार में अवसर देखना चाहिए।
निष्कर्ष
इस समय भारतीय शेयर बाजार में अनिश्चितता का माहौल है। निवेशकों को विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान देने की आवश्यकता है और अपनी रणनीतियों का पुनर्निर्धारण करना चाहिए। सही निर्णय लेने से उन्हें भविष्य में लाभ हो सकता है। keywords: सेंसेक्स गिरावट, निफ्टी बाजार, मीडिया शेयर, बैंकिंग क्षेत्र, रियल्टी शेयर, भारतीय शेयर बाजार, बाजार का प्रदर्शन, निवेशकों की चिंता, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां, मुद्रा अस्थिरता
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