हमास के साथ सीजफायर के विरोध में उतरे इजराइली नागरिक:सरकार पर सरेंडर करने का आरोप लगाया; डील के समर्थन में भी प्रदर्शन
इजराइल और हमास के बीच सीजफायर और बंधकों की रिहाई से जुड़ी डील के विरोध में इजराइली नागरिकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट की मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर सरेंडर करने का आरोप लगाया है। मंगलवार शाम डील के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। दूसरी तरफ सीजफायर के समर्थन में भी प्रदर्शन हुए। हजारों प्रदर्शनकारी पिछले कई दिनों से सीजफायर की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को सीजफायर से जुड़ी खबर मिलने के बाद इन प्रदर्शनकारियों ने जश्न भी मनाया। इजराइल और हमास में जल्द सीजफायर की घोषणा हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीजफायर का पहला फेज 42 दिन को होगा। इजराइली अधिकारियों ने सोमवार को बताया था कि डील के पहले फेज में 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा। इनमें से 5 इजराइल की महिला सैनिक होंगी। इसके बदले इजराइल 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। 15 दिन बाद बाकी बंधकों को रिहा किया जाएगा। इस दौरान स्थायी तौर पर सीजफायर को लागू करने पर भी बातचीत की जाएगी। गाजा में सीजफायर पर डील पूरी गाजा में सीजफायर को लेकर इजराइल और हमास के बीच लगभग सहमति बन गई है। न्यूज एजेंसी AP ने मंगलवार को इस डील में शामिल दो अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी। इस समझौते के लिए कतर की राजधानी दोहा में मिस्र, कतर और अमेरिका की मदद से बातचीत की गई। डील के लिए कल,14 जनवरी को आखिरी बातचीत हुई। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल अल थानी इस बातचीत की मेजबानी की। इसमें इजराइल का प्रतिनिधित्व मोसाद चीफ डेविड बार्निया और शिन बेट चीफ रोनेन बार ने किया। वहीं, अमेरिका की तरफ से यहां पर ट्रम्प के दूत स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे। हमास ने इस डील को स्वीकार किया है या नहीं, अभी इसकी जानकारी नहीं मिली है। वहां मंजूरी मिलने के बाद इसे इजराइली कैबिनेट में पेश किया जाएगा। वहां इसे मंजूरी मिलते ही सीजफायर डील को तुरंत लागू किया जाएगा। नॉर्थ गाजा में वापस लौटेंगे फिलिस्तीनी नागरिक CNN की रिपोर्ट के मुताबिक सीजफायर डील के तहत नॉर्थ गाजा से विस्थापित हुए फिलिस्तीनी नागरिकों को इजराइल वापस लौटने देगा। हालांकि इस इलाके में सुरक्षा के लिहाज से इजराइली सैनिकों की मौजूदगी बनी रह सकती है। गाजा और इजराइल के बीच बफर जोन बनाया जाएगा। बफर जोन को लेकर इजराइल और हमास दोनों की अलग-अलग मांगें हैं। इजराइल बॉर्डर से 2 किमी के बफर जोन की मांग कर रहा है, जबकि हमास अक्टूबर 2023 से पहले की तरह 300 से 500 मीटर का बफर जोन चाहता है। दूसरी तरफ इजराइल ने डील के तहत हमास के चीफ याह्या सिनवार की डेड बॉडी लौटाने से मना कर दिया है। बंधकों के परिजनों से मिले PM नेतन्याहू इजराइली PM नेतन्याहू ने मंगलवार, 14 जनवरी को हमास की कैद में मौजूद बंधकों के परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान परिजनों ने नेतन्याहू से बंधकों की जल्द रिहाई की मांग की। सीजफायर डील में नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रतिनिधि को भी शामिल किया गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री के मुताबिक सीजफायर को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ट्रम्प की होगी, इसलिए उनके प्रतिनिधि को भी शामिल किया गया है। दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रम्प ने डील पर बयान देते हुए कहा कि, हम डील को पूरा करने के बेहद करीब हैं। इसे अगर वे (हमास) इसके लिए राजी नहीं होते हैं, तो उनके लिए और समस्याएं होंगी। -----------------------------------

हमास के साथ सीजफायर के विरोध में उतरे इजराइली नागरिक
News by indiatwoday.com
इजराइल में हाल के दिनों में हमास के साथ सीजफायर को लेकर नागरिकों में गहरा असंतोष देखने को मिल रहा है। कई इजराइली नागरिक सरकार पर ‘सरेंडर’ करने का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। इन नागरिकों का कहना है कि सरकार की नीतियां सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं और उन्होंने इस सीजफायर के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने एकजुटता के साथ अपनी आवाज उठाई है, जिसमें उनका मुख्य मुद्दा यह है कि इस सीजफायर के माध्यम से सुरक्षा को समझौता किया जा रहा है। कई इजराइली नागरिकों ने मांग की है कि सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने चाहिए। इस प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
समर्थन में भी प्रदर्शन
वहीं, दूसरी ओर कुछ नागरिकों ने सीजफायर के समर्थन में भी प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि यह कदम स्थायी शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हो सकता है। इस समर्थन में प्रदर्शन कर रहे नागरिकों का मानना है कि अगर समझौते को लागू किया गया तो इससे नागरिकों की जानें बचाई जा सकती हैं।
समाज में बढ़ता तनाव
इजराइल में इस समय राजनीतिक और सामाजिक तनाव बढ़ता जा रहा है। देश की सुरक्षा और आतंकवाद के विषय में जनता के बीच व्यापक चिंतन चल रहा है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में ये मुद्दे कैसे असर डालते हैं।
समापन विचार
नागरिकों के इस विरोध प्रदर्शन ने इजरायल के संदर्भ में एक बार फिर से चर्चा को जन्म दिया है। जबकि कुछ लोग सीजफायर को समर्थन देते हैं, अन्य इसे ‘सरेंडर’ के रूप में देख रहे हैं। ऐसे में, इजराइली सरकार को इस जन भावना को समझते हुए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
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