हिमाचल CM आज 7 जिलों के MLA की प्राथमिकताएं जानेंगे:BJP विधायक दल करेगा बहिष्कार; जयराम बोले- भाजपा विधायकों को प्रताड़ित कर रही सरकार
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज और कल विधायक प्राथमिकता को लेकर मीटिंग लेंगे। इसमें वित्त वर्ष 2025-26 के बजट निर्धारण के लिए सभी विधायकों की प्राथमिकताएं उनसे पूछी जाएगी। मगर भाजपा विधायक दल मुख्यमंत्री सुक्खू द्वारा बुलाई विधायक प्राथमिकता मीटिंग के बहिष्कार का फैसला लिया है। जाहिर है कि 2 दिन चलने वाली विधायक प्राथमिकता मीटिंग में भारतीय जनता पार्टी के 28 विधायक शामिल नहीं होंगे। BJP विधायकों को प्रताड़ित किया जा रहा: जयराम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते दो सालों में भारतीय जनता पार्टी विधायकों द्वारा बताए गए किसी भी काम को सुक्खू सरकार ने प्राथमिकता नहीं दी है। उल्टा सरकार ने भाजपा विधायकों को विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, प्राथमिकता बैठक में भाजपा विधायक अपने काम बताते हैं, लेकिन सरकार उन्हें बिल्कुल भी प्राथमिकता नहीं देती है। चुने हुए विधायकों के बजाय जनता द्वारा नकारे और हारे हुए कांग्रेस नेताओं को तवज्जो दी जा रही है। ऐसे में बीजेपी विधायकों के बैठक में शामिल होने का कोई औचित्य नहीं है। इसे देखते हुए बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। आज 7 जिलों के विधायक मीटिंग को बुलाए आज की मीटिंग का पहला सेशन सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे चलेगा। इसमें कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिला के विधायक शामिल होंगे। दूसरे सेशन में दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक सोलन, चंबा, बिलासपुर और लाहौल-स्पीति जिले के विधायक अपनी-अपनी प्राथमिकताएं सरकार को बताएंगे। कल इन जिलों के विधायकों की प्राथमिकताएं पूछेंगे CM सुक्खू कल सुबह 10.30 बजे से 1.30 बजे तक शिमला और मंडी जिलों के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री मीटिंग करेंगे। दोपहर बाद 2 से 5 बजे तक ऊना, हमीरपुर और सिरमौर के विधायकों से मुख्यमंत्री सुक्खू प्राथमिकताएं पूछेंगे। इन बैठकों में वार्षिक बजट 2025-26 की विधायक प्राथमिकताओं के निर्धारण के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा।

हिमाचल CM आज 7 जिलों के MLA की प्राथमिकताएं जानेंगे
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री आज एक महत्वपूर्ण बैठक में 7 जिलों के विधायकों की प्राथमिकताओं पर चर्चा करेंगे। हालिया राजनीतिक परिदृश्य में बीजेपी विधायक दल ने इस बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि वर्तमान सरकार के प्रति भाजपा विधायकों के मन में असंतोष व्याप्त है।
BJP विधायक दल का बहिष्कार
BJP विधायक दल के नेताओं ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार उनके विधायकों को प्रताड़ित कर रही है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एकजुट होकर, पार्टी ने बैठक का बहिष्कार करना उचित समझा। जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री, ने कहा कि यह सरकारी नीतियों का परिणाम है, जिसने भाजपा विधायकों के लिए कार्य करना कठिन बना दिया है।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता के मुद्दे
मुख्यमंत्री का यह कदम वाकई महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विभिन्न जिलों की आवश्यकताओं को समझने और उस पर उचित कार्रवाई करने का प्रयास है। इसमें बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों का समावेश हो सकता है। इस बैठक में विधायक अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं साझा करेंगे, जिससे सरकार को उनकी प्राथमिकताओं का ज्ञान होगा।
राजनीतिक तनाव का प्रभाव
राजनीतिक तनाव के चलते, यह देखने योग्य होगा कि क्या मुख्यमंत्री अपने विरोधी विधायकों की प्राथमिकताओं पर ध्यान दे पाएंगे या नहीं। इससे यह स्पष्ट होगा कि सरकार किस प्रकार से सभी विधायकों के प्रति अपनी नीतियों में संतुलन बनाए रखेगी।
अंततः, यह बैठक यह साबित करने का एक प्रयास है कि सरकार जनता और उनके प्रतिनिधियों की समस्याओं को सुनने को तत्पर है। लेकिन राजनीतिक बहिष्कार का यह निर्णय यह दर्शाता है कि कुछ चीजें सही नहीं हैं और अभी भी संवाद की आवश्यकता है।
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