हिमाचल में आज और कल बारिश-बर्फबारी:पश्चिमी विक्षोभ 48 घंटे एक्टिव रहेगा; तापमान में आया उछाल, विंटर सीजन में नॉर्मल से 74% कम बादल बरसे
हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज बारिश-बर्फबारी के आसार है। प्रदेश के सात जिलों में आज वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर नजर आएगा। अगले कल भी ऊंचे क्षेत्रों में मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग की माने तो लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, शिमला, मंडी, चंबा और कांगड़ा जिला के कुछेक क्षेत्रों में अगले 48 घंटे तक हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। परसो से प्रदेशभर में मौसम साफ हो जाएगा। तापमान नॉर्मल से 5.7 डिग्री ज्यादा हुआ पहाड़ों पर बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में भारी उछाल दर्ज किया गया है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 5.7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो गया है। कांगड़ा का तापमान नॉर्मल की तुलना में 7.4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा के साथ 25.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। भुंतर का अधिकतम तापमान 7.2 डिग्री ज्यादा के साथ 24.5 डिग्री, कल्पा का 7.2 डिग्री अधिक के साथ 13.2 डिग्री, शिमला का तापमान 6.0 डिग्री के उछाल के बाद 18.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है। अगले दो दिन के दौरान तापमान में कमी आएगी। विंटर सीजन में सामान्य से 74% कम बारिश-बर्फबारी प्रदेश में इस विंटर सीजन में एक जनवरी से 9 फरवरी तक सामान्य से 74 प्रतिशत कम बारिश बर्फबारी हुई है। इस अवधि में 111.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 29.5 मिलीमीटर बादल बरसे है।

हिमाचल में आज और कल बारिश-बर्फबारी: पश्चिमी विक्षोभ 48 घंटे एक्टिव रहेगा
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर सक्रियता दिखाई है, जहां आज और कल बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह परिवर्तन देखने को मिल रहा है। यह विक्षोभ अगले 48 घंटों तक सक्रिय रहेगा, जिससे क्षेत्र में ठंडक की लहर भी महसूस होगी।
तापमान में आया उछाल
हाल ही में फैले ठंडे मौसम की वजह से कुछ समय तक तापमान में गिरावट आई थी, लेकिन अब आंकड़े बताते हैं कि तापमान में उछाल आया है। विशेषकर मैदानी क्षेत्रों में, जहां सामान्य तापमान से तापमान बढ़ा है, वहीं बर्फबारी वाले क्षेत्रों में ठंडक की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में स्थानीय निवासियों के लिए यह मौसम परिवर्तन काफी महत्वपूर्ण है।
विंटर सीजन में कम बारिश का असर
विंटर सीजन की शुरुआत से ही हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 74% कम बारिश हुई है। इससे यह संकेत मिलता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में बदलाव आ रहा है, जो खेती और जल资源 पर प्रभाव डाल सकता है। बर्फबारी का यह नया दौर किसानों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इससे उनकी फसलों को लाभ मिल सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के मौसम परिवर्तन से न केवल स्थानीय पारिस्थितिकी पर असर पड़ेगा, बल्कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डाल सकता है।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की इस उम्मीद के बीच, निवासियों को एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है। चूंकि तापमान में बदलाव हो रहा है और बर्फबारी का मौका है, यात्रा करने वाले लोगों को सावधानी रखने की आवश्यकता है।
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