कानपुर में सिम बदलकर खाते से उड़ाई रकम:दुकानदार को मोबाइल ठीक कराने के लिए दिया, 40 हजार किए पार
कानपुर के जूही इलाके में एक मोबाइल दुकानदार ने सिम बदलकर युवक के खाते से 40 हजार रुपए पार कर दिए। युवक ने जब मोबाइल के मैसेज चेक किए तब उसे अपने साथ ठगी की जानकारी हुई। पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर शिकायत की। इसके बाद जूही पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर मामले की जांच करनी शुरू कर दी। मोबाइल ठीक कराने के लिए दिया था टीपीनगर क्वाटर बस्ती निवासी विजय शंकर ने बताया कि उनके मोबाइल में कुछ खराबी आ गई थी। इस कारण उन्होंने मोबाइल बनवाने के लिए 6 जुलाई को घर के पास बगाही भट्टा स्थित शुभम पीसीओ में दिया था। दुकानदार ने मोबाइल शाम को देने की बात कही तो वह वापस दुकान से अपने काम पर चले गए। इस बीच दुकानदार ने मोबाइल से सिम निकालकर अपने मोबाइल में डाल लिया। इसके बाद ऑनलाइन खाते से 40 हजार रुपए पार कर दिए। इसके बाद मोबाइल ठीक करके वापस सिम डालकर विजय शंकर को थमा दिया। मोबाइल पर मैसेज आने पर हुई जानकारी विजय शंकर अपना मोबाइल लेकर घर आ गए। इसके बाद जब वह रुपए निकालने एटीएम गया तो उनके पास मैसेज आया। मैसेज में देखा कि खाते से रुपए कम है। अगले दिन वह बैंक गए तो पता चला कि खाते से ऑनलाइन 40 हजार रुपए निकाले गए हैं। पीड़ित ने शिकायत आनंदपुरी चौकी व जूही थाने में की लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। थाने और चौकी के 5 महीने तक पीड़ित चक्कर काटता रहा। इसके बाद विजय शंकर ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से मिलकर उन्हें शिकायत दर्ज कराई। कमिश्नर के आदेश पर जूही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

कानपुर में सिम बदलकर खाते से उड़ाई रकम
News by indiatwoday.com
घटना का विवरण
कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहाँ एक दुकानदार ने मोबाइल ठीक कराने के लिए एक ग्राहक का सिम कार्ड बदल दिया। इस धोखाधड़ी के चलते, दुकानदार ने अनजाने में ग्राहक के बैंक खाते से 40 हजार रुपये उड़ा दिए। यह घटना उन लोगों के लिए चेतावनी है जो अपने मोबाइल उपकरणों के लिए सर्विस सेंटर जाते हैं।
कैसे हुआ धोखा?
ग्राहक ने एक स्थानीय दुकानदार के पास अपने मोबाइल फोन में समस्या को हल करने के लिए संपर्क किया। दुकानदार ने उसे बताया कि उसके फोन को ठीक करने के लिए सिम कार्ड बदलना आवश्यक है। लेकिन ग्राहक को इस बात की भनक नहीं थी कि यह सिम कार्ड चुराने की एक चाल है। जब ग्राहक ने अपने फोन को दुकानदार को दिया, तब दुकानदार ने उसकी जानकारी का फायदा उठा लिया और खाते से पैसे निकाल लिए।
नतीजे और पुलिस की कार्रवाई
ग्राहक को जब अपने खाते से पैसे निकलने की जानकारी मिली तो उसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने दुकानदार की तलाश शुरू कर दी है। स्थानीय प्रशासन ने इस प्रकार की धोखाधड़ी से लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। नागरिकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने मोबाइल उपकरणों को ठीक कराने के लिए केवल विश्वसनीय दुकानों का ही चयन करें।
भविष्य में सुरक्षा उपाय
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए नागरिकों को अपने बैंक खातों और मोबाइल नंबर की सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए। हमेशा दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना, अपने बैंक के संदेशों पर नजर रखना और अनजान लोगों को अपने व्यक्तिगत डिटेल्स नहीं देना आवश्यक है।
सारांश
कानपुर में हुई इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मोबाइल सर्विस द्वारा धोखाधड़ी का खतरा कितना बड़ा हो सकता है। सभी को सावधानी बरतने और अपनी जानकारी की सुरक्षा करने की आवश्यकता है।
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