जेल में बंद बैंक मैनेजर ने पास की PCS-प्री-परीक्षा:लखीमपुर में जेल प्रशासन ने पढ़ाई में की मदद, दहेज हत्या का आरोप
लखीमपुर खीरी के गोला निवासी रितिक गुप्ता ने जेल में रहते हुए पीसीएस प्री परीक्षा पास कर एक मिसाल कायम की है। रितिक पहले से आर्यावर्त ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। 2016 में एमटेक के बाद उन्हें बैंक में नौकरी मिली थी। शादी के बाद अप्रैल 2021 में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सिलेंडर में आग लगने से उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद ससुराल पक्ष ने दहेज एक्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया। तब से रितिक जेल में बंद हैं। जेल में रहते हुए भी रितिक ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। जेल प्रशासन ने उनकी पढ़ाई में पूरा सहयोग किया। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने पीसीएस प्री परीक्षा पास कर ली। रितिक की इस उपलब्धि ने जेल में बंद अन्य कैदियों के लिए एक प्रेरणास्रोत का काम किया है।

जेल में बंद बैंक मैनेजर ने पास की PCS-प्री-परीक्षा
लखीमपुर से एक अजीबोगरीब खबर सामने आई है जिसमें एक बैंक मैनेजर, जो कि जेल में बंद है, ने PCS-प्री-परीक्षा पास की है। यह घटना न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति छात्रों की प्रेरणा को बढ़ाती है, बल्कि यह दिखाती है कि मुश्किल परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त की जा सकती है। जेल प्रशासन ने इस मैनेजर की अध्ययन में सहायता की जो इस सफलता का एक महत्वपूर्ण कारण रहा है।
जेल प्रशासन की भूमिका
जेल प्रशासन ने इस बैंक मैनेजर को पढ़ाई करने में सहायता प्रदान की। बताया जा रहा है कि मैनेजर ने जेल के वातावरण में भी अपने अध्ययन के लिए आवश्यक संसाधनों को जुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस तरह की पहल से यह दर्शाता है कि कैसे सकारात्मक दृष्टिकोण और सहायतामूलक वातावरण बनी स्थिति किसी भी व्यक्ति को सफलता की ओर बढ़ा सकता है।
दहेज हत्या का आरोप
हालांकि, इस बैंक मैनेजर पर दहेज हत्या का आरोप भी है। यह बात इस कहानी के दूसरे पहलू को उजागर करती है। एक ओर, जहां वह अपने करियर के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर उसे गंभीर आरोपों का सामना भी करना पड़ रहा है। यह वास्तव में जटिल स्थिति है, जिसने समाज के दोहरे मापदंडों को भी उजागर किया है।
प्रेरणा का स्रोत
यह मामला उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाएं हमेशा चुनौतीपूर्ण मानी जाती हैं, लेकिन इस मैनेजर की कहानी यह दर्शाती है कि यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं, तो परिस्थितियां आपकी सफलता में बाधा नहीं बन सकतीं।
News by indiatwoday.com
संक्षेप में
जेल में बंद बैंक मैनेजर का PCS-प्री-परीक्षा पास करना एक अद्वितीय उदाहरण है कि कैसे कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अध्ययन और मेहनत से सफलता प्राप्त की जा सकती है। इस पहल ने न सिर्फ उस व्यक्ति की सफलता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि समाज में बदलाव लाने हेतु सही दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है। Keywords: जेल में बंद बैंक मैनेजर, PCS परीक्षा, लखीमपुर जेल प्रशासन, दहेज हत्या, प्रतियोगी परीक्षा तैयारी, अध्ययन में मदद, कड़ी मेहनत से सफलता, अनुशासन में अध्ययन.
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