ट्रम्प बोले- जेलेंस्की अखबार के पन्ने पर शेखी बघार रहे:क्रीमिया वाले बयान पर फटकार लगाई; कहा- इससे रूस के साथ शांति वार्ता को खतरा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को फटकार लगाई है। ट्रम्प ने बुधवार को ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जेलेंस्की अखबार के पहले पन्ने पर शेखी बघार रहे हैं कि ‘यूक्रेन कानूनी रूप से क्रीमिया पर कब्जे को मान्यता नहीं देगा।’ ट्रम्प ने कहा, जेलेंस्की का यह बयान रूस के साथ शांति वार्ता के लिए बेहद हानिकारक है। क्रीमिया सालों पहले बराक ओबामा के कार्यकाल में गंवाया जा चुका था और अब वह कोई मुद्दा ही नहीं रह गया है। रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। हालांकि इस कब्जे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली। इसी को लेकर जेंलेस्की ने एक अमेरिकी अखबार से कहा था कि यूक्रेन, क्रीमिया पर रूसी कब्जे को मान्यता नहीं देगा। पीस डील से बाहर आने की धमकी दे चुका है अमेरिका अमेरिका जल्द ही खुद को रूस-यूक्रेन पीस डील से बाहर कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले हफ्ते 18 अप्रैल को रूस-यूक्रेन पीस डील से हटने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर रूस या यूक्रेन में से कोई एक भी डील के लिए तैयार नहीं होता है तो यह एक बेवकूफी भरा कदम होगा और हम पीस डील से बाहर आ जाएंगे। ट्रम्प से पहले उसी दिन अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि आने वाले दिनों में अगर रूस और यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाते हैं, तो अमेरिका शांति के प्रयास छोड़ देगा। डोनाल्ड ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल शुरू हुए लगभग 90 दिन बीत चुके हैं। इस दौरान अमेरिका और रूस के बीच कई बार यूक्रेन जंग के समाधान पर बातचीत हो चुकी है। लेकिन ट्रम्प प्रशासन को शांति कायम करने में कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है। पेरिस दौरे से लौटते वक्त रुबियो ने कहा था कि अगर यूक्रेन जंग को खत्म करना संभव नहीं है, तो अमेरिका को अगले कुछ दिनों में अपनी कोशिशें छोड़ देनी चाहिए और आगे बढ़ जाना चाहिए। जंग को रोकने के लिए अमेरिका ने पीस प्लान पेश किया पिछले हफ्ते हुई इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियों और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने पेरिस में यूरोपीय और यूक्रेनी नेताओं के साथ मुलाकात की थी। इस बैठक जंग को खत्म करने के लिए की जा रही ट्रम्प प्रशासन की कोशिश के तौर पर आयोजित किया गया। इस बैठक में अमेरिका ने शांति के लिए एक प्लान पेश किया। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक इस प्लान को सभी पक्षों ने सराहा। हालांकि इस प्लान में क्या शामिल किया गया है, यह अभी सार्वजनिक नहीं किया गया। बैठक के बाद रुबियो ने कहा कि वह ठोस समझौते के लिए पेरिस आए थे। अमेरिका यूक्रेन में जल्द होगी खनिज डील अमेरिका और यूकेन के बीच जल्द ही मिनरल डील या खनिज समझौता हो सकता है। 17 अप्रैल की रात को यूक्रेन की अर्थव्यवस्था मंत्री यूलिया स्विरीडेन्को ने बताया कि कीव और वॉशिंगटन के बीच डील को लेकर एक MOU पर दस्तखत हुए। दरअसल अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ जंग में 350 बिलियन डॉलर के हथियार दिए हैं। ट्रम्प प्रशासन ने इस मदद के बदले यूक्रेन से कीमती खनिज देने की मांग की है। इससे पहले 31 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर मिनरल डील से पलटने का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि फरवरी में जेलेंस्की और ट्रम्प के बीच सार्वजनिक बहस के चलते इस समझौते के पहले ड्राफ्ट पर हस्ताक्षर नहीं हो सके थे। ------------------- अमेरिका और यूक्रेन से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें.... ट्रम्प बोले-जेलेंस्की मिनरल डील से मुकरने की कोशिश कर रहे:अगर पीछे हटे तो मुश्किल में पड़ेंगे; रूस को टैरिफ की धमकी दी थी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की पर मिनरल डील से पीछे हटने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर जेलेंस्की ने समझौते पर साइन नहीं किए तो उन्हें बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें....

Apr 24, 2025 - 08:59
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ट्रम्प बोले- जेलेंस्की अखबार के पन्ने पर शेखी बघार रहे:क्रीमिया वाले बयान पर फटकार लगाई; कहा- इससे रूस के साथ शांति वार्ता को खतरा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को फटकार लगाई है

ट्रम्प बोले- जेलेंस्की अखबार के पन्ने पर शेखी बघार रहे

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के क्रीमिया पर दिए गए भ्रामक बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। ट्रम्प ने कहा कि जेलेंस्की अखबार के पन्ने पर शेखी बघार रहे हैं और यह बयान रूस के साथ शांति वार्ता के लिए एक बड़ा खतरा है। ट्रम्प का यह बयान यूक्रेन के मौजूदा संघर्ष में महत्वपूर्ण घटनाक्रम को उजागर करता है।

क्रीमिया का मुद्दा

क्रीमिया की रूस द्वारा 2014 में किए गए अवैध अधिग्रहण के बाद से यह क्षेत्र लगातार तनाव का कारण बना हुआ है। ट्रम्प के बयान ने इस मुद्दे की जटिलता को सामने लाते हुए संकेत दिया है कि यदि जेलेंस्की अपने बयानों में संतुलन नहीं बनाते हैं, तो इससे शांति बातचीत को खतरा हो सकता है।

शांति वार्ता पर असर

ट्रम्प का कहना है कि जब तक दोनों पक्ष एक दूसरे के प्रति ईमानदारी से बातचीत नहीं करते, तब तक संघर्ष का कोई समापन नहीं होगा। उन्होंने यूक्रेन को सलाह दी कि वे अपने बयान में अधिक सावधानी बरतें और ध्यान रखें कि कर्जदाता और सहयोगी देशों के साथ उनके संबंध प्रभावित न हों।

दुनिया भर के नेता इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं, और ट्रम्प की टिप्पणियों ने एक बार फिर इस स्थिति की गंभीरता को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि असामान्य बयानबाजी से अमेरिका और यूरोप में निगाहें यूक्रेन की ओर से हटी हुई हैं।

रूस के साथ संबंध

ट्रम्प के अनुसार, अगर जेलेंस्की बिना सोचे-समझे बयान देते रहे, तो इसके रूस के साथ संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा। क्रीमिया पर विवाद और यूक्रेन के संघर्ष को बातचीत के माध्यम से हल करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि यदि कोई सकारात्मक बातचीत शुरू होती है, तो सभी को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।

ट्रम्प ने भारत जैसे देशों के प्रति भी एक संकेत दिया, जो इस मुद्दे पर संतुलित दृष्टिकोण अपनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे संकट के समय में कूटनीतिक तरीके से आगे बढ़ने के लिए जाने जाते हैं।

इस बयान का असर पूरी दुनिया के राजनीतिक व आर्थिक समीकरण पर पड़ेगा, और विश्व समुदाय को इस संबंध में कार्रवाई करने की आवश्यकता महसूस होगी।

News by indiatwoday.com

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