दिल्ली चुनाव में AAP को सपा-तृणमूल का सपोर्ट, कांग्रेस अकेली:अशोक गहलोत बोले- AAP हमारी विपक्षी, केजरीवाल बोले- कांग्रेस-भाजपा का गठबंधन उजागर
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले ही I.N.D.I.A ब्लॉक की पार्टियां अलग-थलग नजर आ रही हैं। AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को समर्थन करने के लिए शुक्रिया कहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में AAP हमारी विरोधी है। केजरीवाल जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं कि उनकी पार्टी दोबारा चुनाव जीतेंगे। इस बयान पर केजरीवाल ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस का सीक्रेट गठबंधन उजागर हो गया है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी। 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। केजरीवाल ने कहा- सच्चाई बताने के लिए गहलोत जी को धन्यवाद केजरीवाल ने कहा- गहलोत जी, आपने साफ कर दिया कि दिल्ली में AAP कांग्रेस का विपक्ष है। भाजपा पर आप चुप रहे। लोगों को भी यही लग रहा था कि कांग्रेस के लिए AAP विपक्ष है और बीजेपी पार्टनर है। अभी तक आप दोनों के बीच ये सहयोग चोरी छिपे था। आज आपने इसे सार्वजनिक कर दिया। इस स्पष्टीकरण के लिए दिल्ली की जनता की और से धन्यवाद। गहलोत बोले- केजरीवाल कैसे कह सकते हैं भाजपा-कांग्रेस साथ हैं अशोक गहलोत ने कहा, "अरविंद केजरीवाल जब चुनाव में उतरते हैं तो उनके अपने पैंतरे और गणित होता है। लेकिन वह यह कैसे कह सकते हैं कि भाजपा और कांग्रेस साथ में चुनाव लड़ रहे हैं। वो जानते हैं कि ये असंभव है। मैं कहता हूं कि राजनीति चलती रहेगी, लेकिन हमने राजस्थान में जो स्वास्थ्य योजना लागू की है, उसे देखें। केंद्र भी इसे देखे और विचार करे।" AAP के साथ 3 पार्टियां, कांग्रेस के साथ कोई नहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP को समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना UBT का सपोर्ट मिल चुका है। केजरीवाल ने दोनों नेताओं को समर्थन के लिए शुक्रिया कहा है। शिवसेना UTB नेता संजय राउत ने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पहले प्रोजेक्ट लॉन्च किए और फिर 5 साल कुछ नहीं किया। दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के साथ है।

दिल्ली चुनाव में AAP को सपा-तृणमूल का सपोर्ट, कांग्रेस अकेली
News by indiatwoday.com
दिल्ली चुनाव का राजनीतिक माहौल
दिल्ली विधानसभा चुनाव के आस-पास, आम आदमी पार्टी (AAP) ने समाजवादी पार्टी (सपा) और तृणमूल कांग्रेस का समर्थन प्राप्त किया है। इस समर्थन के बाद, AAP को अभी एक बड़ा झटका ये लगा है कि कांग्रेस पार्टी अकेली रहती दिख रही है। इस दौरान, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट बयान दिया कि AAP हमारे लिए एक विपक्षी पार्टी है, जो उनकी राजनीतिक रणनीति को प्रभावित कर सकती है।
केजरीवाल का बयान
AAP के नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन स्पष्ट रूप से सामने आ चुका है। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को तीव्र कर दिया है। केजरीवाल का दावा है कि कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत से मतदाता भ्रमित हो रहे हैं। इसके विपरीत, सपा और तृणमूल का समर्थन एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जिससे AAP को चुनावी लाभ मिलेगा।
सपा-तृणमूल का समर्थन
समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का AAP को समर्थन, यह दर्शाता है कि ये दल एकजुट होकर भाजपा को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह गठबंधन चुनावी समीकरणों को बदल सकता है। इन तीनों पार्टियों का उद्देश्य एक साझा मंच पर आकर भाजपा को हराना है।
कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस पार्टी के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है क्योंकि वह चुनावी फलक पर अकेली रह गई है। गहलोत के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वो AAP को अपने प्रतिस्पर्धी के रूप में देख रहे हैं। कांग्रेस को अपनी प्रगति के लिए नए रणनीतियों पर काम करने की आवश्यकता है, ताकि वह मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित कर सके।
उपसंहार
दिल्ली के चुनावों में बेताबियों की कमी नहीं है। AAP की सपा-तृणमूल के साथ सामरिक सहयोग निश्चित रूप से दिल्ली चुनावों के परिणामों पर असर डालेगा। चुनावों से पहले की इस राजनीतिक खींचतान में सभी पार्टियों को अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में ध्यान देने की आवश्यकता है।
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