मेरठ में बैंक कर्मचारी का एटीएम घोटाला:सिक्योर वैल्यू कंपनी का कस्टोडियन 14 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार, 35 लाख फ्रीज

मेरठ पुलिस ने एक बड़े एटीएम घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एसबीआई बैंक की एटीएम में कैश लोडिंग का काम करने वाली सिक्योर वैल्यू कंपनी के एक कर्मचारी और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी शुभांशु शर्मा पिछले 5 साल से कंपनी में कस्टोडियन के पद पर कार्यरत था। वह एटीएम में रखे जाने वाले पैसों में से थोड़ी-थोड़ी राशि निकाल लेता था। जब बैंक ऑडिट की सूचना मिलती, तो वह दूसरे एटीएम से पैसे निकालकर कमी को पूरा कर देता था। घटना का खुलासा 28 फरवरी को हुआ, जब सदर बाजार के कैंट क्षेत्र स्थित एसबीआई एटीएम से पैसे चोरी होने की सूचना मिली। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के मुताबिक, पुलिस ने तीन टीमों का गठन कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपियों से 14 लाख 1,800 रुपये नकद और एटीएम खोलने की दो चाबियां बरामद की हैं। इसके अलावा, आरोपी के बैंक ऑफ बड़ौदा खाते में जमा 35 लाख रुपये भी फ्रीज कर दिए गए हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि कुछ समय पहले एसबीआई ने एटीएम कैश लोडिंग का काम सिक्योर वैल्यू से हटाकर हिताची कंपनी को दे दिया था। पुलिस दोनों आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है।

Mar 3, 2025 - 10:00
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मेरठ में बैंक कर्मचारी का एटीएम घोटाला:सिक्योर वैल्यू कंपनी का कस्टोडियन 14 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार, 35 लाख फ्रीज
मेरठ पुलिस ने एक बड़े एटीएम घोटाले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एसबीआई बैंक की एटीएम में कैश लोड

मेरठ में बैंक कर्मचारी का एटीएम घोटाला

मेरठ से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जिसमें एक बैंक कर्मचारी को एटीएम घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सिक्योर वैल्यू कंपनी के कस्टोडियन पर 14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। यह मामला न केवल बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि ग्राहकों की जांच और विश्वास को भी प्रभावित करता है।

घोटाले का विवरण

सूत्रों के अनुसार, आरोपी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी की। जांच से यह भी पता चला है कि 35 लाख रुपये की राशि को फ्रीज कर दिया गया है, जिससे यह संदेह होता है कि और भी लोग इस घोटाले में शामिल हो सकते हैं। इस मामले के सामने आने से बैंकिंग सेक्टर में हड़कंप मच गया है।

कस्टोडियन की भूमिका

कस्टोडियन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है क्योंकि वे एटीएम मशीनों के रखरखाव और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में यदि उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का सही से पालन नहीं किया, तो यह एक गंभीर अपराध है। मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है।

अधिकारियों की प्रतिक्रिया

बैंक अधिकारियों ने इस घोटाले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा है कि वे इस मामले की पूरी पड़ताल करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने ग्राहकों से आग्रह किया है कि वे अपनी बैंकिंग जानकारी को सुरक्षित रखें।

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निष्कर्ष

यह मामला केवल एक एटीएम घोटाले से अधिक है; यह बैंकिंग क्षेत्र की सुरक्षा और पारदर्शिता पर भी सवाल उठाता है। ऐसे मामलों से बचने के लिए, ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी बैंकिंग गतिविधियों पर ध्यान दें और किसी भी संदेहास्पद लेनदेन को तत्काल रिपोर्ट करें। Keywords: मेरठ एटीएम घोटाला, बैंक कर्मचारी गिरफ्तार, सिक्योर वैल्यू कंपनी, बैंक धोखाधड़ी का मामला, एटीएम कैश फ्रीज, 14 लाख रुपये घोटाला, बैंकिंग सुरक्षा समस्या, कस्टोडियन की भूमिका, वित्तीय धोखाधड़ी नई खबर, मेरठ बैंक घोटाला, indiatwoday.com समाचार

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