ऊपरी स्तर से करीब 800 अंक गिरा सेंसेक्स:73,000 से नीचे करोबार कर रहा, सरकारी बैंकों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन आज यानी सोमवार (3 मार्च) को सेंसेक्स 300 अंक गिरकर 73,000 से नीचे कारोबार कर रहा है। निफ्टी भी 100 अंकों की गिरावट के साथ 22,000 के स्तर पर है। सुबह सेंसेक्स ने हरे निशान में खुलने के बाद 73,649 का हाई बनाया था। यानी, ऊपरी स्तरों से बाजार में करीब 800 अंकों की गिरावट आई है। सरकारी बैंकों के शेयर सबसे ज्यादा टूटे हैं। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 1.50% गिरकर कारोबार कर रहा है। मीडिया इंडेक्स में भी करीब इतनी ही गिरावट है। हालांकि ऑटो और आईटी इंडेक्स 0.50% चढ़कर कारोबार कर रहे हैं। ग्लोबल मार्केट में 1% से ज्यादा की तेजी शुक्रवार को 1414 अंक गिरा था सेंसेक्स शुक्रवार (28 फरवरी) को सेंसेक्स 1414 अंक (1.90%) की गिरावट के साथ बंद 73,198 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 420 अंक (1.86%) गिरकर 22,124 के स्तर पर बंद हुआ। BSE स्मॉल कैप में 1,028 अंक (2.33%) की गिरावट रही, यह 43,082 के स्तर पर बंद हुआ। मिड कैप में भी 853 अंक (2.16%) की गिरावट रही, ये 38,592 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 में गिरावट और केवल एक (HDFC बैंक) में तेजी रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 45 में गिरावट और केवल 5 में तेजी रही।

Mar 3, 2025 - 10:59
 53  288758
ऊपरी स्तर से करीब 800 अंक गिरा सेंसेक्स:73,000 से नीचे करोबार कर रहा, सरकारी बैंकों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन आज यानी सोमवार (3 मार्च) को सेंसेक्स 300 अंक गिरकर 73,000 से नीचे कारोबार कर रह

ऊपरी स्तर से करीब 800 अंक गिरा सेंसेक्स: 73,000 से नीचे कारोबार कर रहा, सरकारी बैंकों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में हाल ही में सेंसेक्स में बड़ी गिरावट आई है, जो ऊपरी स्तर से करीब 800 अंक गिरकर अब 73,000 के नीचे कारोबार कर रहा है। यह गिरावट आर्थिक चिंताओं और वैश्विक बाजारों में अस्थिरता के कारण हो रही है। कई निवेशकों का ध्यान अब सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों पर केंद्रित हो रहा है, जिसमें सरकारी बैंकों के शेयरों में आई गिरावट सबसे ज्यादा चिंता का विषय बन गई है।

सेंसेक्स की गिरावट के कारण

सेंसेक्स में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। विश्व भर में वित्तीय बाजारों की अस्थिरता, विदेशी निवेश में कमी, और बढ़ते ब्याज दरों की चिंताएं जैसे कारक इस स्थिति को जन्म दे रहे हैं। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका ने घरेलू निवेशकों को दबाव में डाल दिया है। ऐसे में, केंद्र सरकार की नीतियों और मौद्रिक नीतियों पर गहरी नजर रखने की आवश्यकता है।

सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट

सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट का मुख्य कारण बैंकिंग क्षेत्र की चुस्ती और समग्र वित्तीय सेहत में कमी है। इन बैंकों ने उच्च एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) के बोझ को झेला है, जो उनकी बाजार प्रतिभा को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, बैंकों द्वारा दी जाने वाली अधिक दरों और चालू खर्चों में वृद्धि ने भी इन शेयरों को प्रभावित किया है।

निवेशकों के लिए क्या करना चाहिए?

इस स्थिति में निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और बाजार की चाल के बारे में सतर्क रहें। सुझाव है कि वे दीर्घकालिक फंड्स में निवेश को प्राथमिकता दें और अस्थायी गिरावट के कारण घबराएं नहीं। साथ ही, अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलावों की प्रतीक्षा करें ताकि संभावित लाभ मिल सके।

इस प्रकार की बाजार गतिविधियों से हमें बाजार की वास्तविक स्थिति का अंदाजा होता है। इसके अतिरिक्त, निवेशकों को निरंतर अपडेट रहने के लिए News by indiatwoday.com पर जुड़े रहना चाहिए। keywords: सेंसेक्स गिरावट, सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट, भारतीय शेयर बाजार अपडेट, निवेशकों के लिए सुझाव, वित्तीय बाजार अस्तित्व, आर्थिक मंदी की चिंताएं, 73,000 से नीचे सेंसेक्स, नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स, मौद्रिक नीतियां, शेयर बाजार समाचार

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow