पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि:सपा कार्यकर्ताओं ने निकाला कैंडल मार्च, आतंकवाद का फूंका पुतला
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 नागरिकों की मौत के विरोध में कौशाम्बी में सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। गुरुवार की शाम को जिला पंचायत चौराहे से कैंडल मार्च निकाला गया। सपा युथ ब्रिगेड के पूर्व सचिव हाजी अवैस के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता मंझनपुर चौराहे पर एकत्र हुए। कार्यकर्ताओं ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद आतंकवाद का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मांग की कि हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। कार्यक्रम में सपा युथ ब्रिगेड के पूर्व जिला सचिव महबूब आलम उर्फ सज्जू, आफताब अहमद, महताब अहमद, रईस अहमद और एडवोकेट विक्रम सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।

पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि
News by indiatwoday.com
उदघाटन: एक दुखद घटना
हाल ही में, जम्मू और कश्मीर के पहलगाम जिले में एक आतंकवादी हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई। इस घटना ने पूरे देश को शोक में डाला है। समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने इस दुखद घटना के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए एक कैंडल मार्च का आयोजन किया। मार्च का उद्देश्य न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देना था, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक स्थायी संदेश भेजना भी था।
कैंडल मार्च का आयोजन
सपा कार्यकतार्ओं ने शहर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर कैंडल जलाए। इस मार्च में स्थानीय निवासियों ने भी भाग लिया और आतंकवाद के खतरों के खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लिया। अप्रत्याशित रूप से इस कैंडल मार्च में सभी समुदायों के लोग शामिल हुए, जो एकता और शांति का प्रतीक था।
आतंकवाद का पुतला दहन
इस आयोजन के दौरान, सपा कार्यकर्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शित करते हुए आतंकवाद का पुतला भी फूंका। सपा के नेताओं ने बताया कि यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक कदम नहीं था, बल्कि यह दर्शाता है कि आतंकवाद के खिलाफ हर नागरिक को एकजुट होना होगा। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में जागरूकता बढ़ती है और आतंकवादियों के खिलाफ एक मजबूत संदेश जाता है।
संदेश: शांति और एकता का महत्व
इस कैंडल मार्च का सबसे महत्वपूर्ण संदेश यह था कि सभी समुदायों को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और शांति को बढ़ावा देना चाहिए। यह घटना न केवल पहलगाम, बल्कि पूरे देश के लिए एक अलार्म है कि हमें अपनी एकता और सहिष्णुता को बनाए रखना होगा।
निष्कर्ष
सपा कार्यकर्ताओं द्वारा निकाला गया यह कैंडल मार्च हमें याद दिलाता है कि हमें अपने शहीदों को भुलाना नहीं चाहिए और उनके बलिदान को सम्मानित करना चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन हमें एकजुट करने का काम करते हैं और हमें यह विश्वास दिलाते हैं कि हम एकदूसरे के साथ खड़े हैं।
जम्मू और कश्मीर में शांति और सद्भावना की बहाली के लिए हमें सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। इसके लिए अवश्य हम सभी को मिलकर काम करना होगा। Keywords: पहलगाम हमले श्रद्धांजलि, कैंडल मार्च, सपा कार्यकर्ता पहलगाम, आतंकवाद का पुतला, जम्मू कश्मीर हमले के पीड़ित, शांति का संदेश, आतंकवाद विरुद्ध आंदोलन, सपा विरोध प्रदर्शन, एकता और सहिष्णुता, भारतीय राजनीति में आतंकवाद.
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