बलिया का चर्चित डबल मर्डर केस:पुलिस टीम पर पथराव, 14 नामजद और 40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बलिया के नरहीं थाना क्षेत्र कोटवा नारायणपुर गांव में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीणों द्वारा चक्का जाम किए जाने व पुलिस टीम पर पथराव जाने के मामले में पुलिस ने 14 नामजद तथा 40-50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई नरहीं थाने के उपनिरीक्षक सुरेंद्रनाथ के तहरीर पर की है। एसआई की तहरीर के मुताबिक, थाना नरही के कोटवा बाजार में गाजीपुर बरौली मार्ग पर करीब 50-60 लोग पूर्व में घटित हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के बहाने अन्य नाजायज मांगों को मनवाने हेतु पूरे मार्ग को बाधित कर दिया था। इसकी सूचना पर मैं अपने कांस्टेबलों के साथ मौके पर पहुंचा दो देखा कि करीब 50-60 लोग मुख्य मार्ग को पूरी तरह बाधित करके नारेबाजी कर रहे थे। हम लोगों द्वारा उक्त लोगों को समझने का प्रयास किया गया। इस बीच प्रभारी निरीक्षक नरहीं भी मौके पर फोर्स के साथ पहुंच गये। भीड़ और उग्र होकर लाठी-डंडा, ईट-पत्थर से हम पुलिस वालों पर हमला करने लगे। जिनके हमले से पुलिस टीम पीएससी के हेड कांस्टेबल रामकृपाल सिंह को चोंटे आई। इन लोगों पर मुकदमा हुआ दर्ज पुलिस ने पंकज यादव,भीम दुसाध, बनारसी चौधरी, पहलवान चौधरी, राजा अंसारी,घूरा अंसारी, बिहारी चौधरी,सुनील यादव उर्फ छोटू, जितेंद्र चौधरी,मुकेश चौधरी, अशोक चौधरी,किशन रस्तोगी,सीत कुमार उर्फ गोरख निवासीगण सरायकोटा,सिकन्दरपुर थाना नरहीं तथा मुन्ना निवासी नरायनपुर थाना नहीं के विरूद्ध नामजद मुकदमा पंजीकृत किया है। वहीं 40-50 अज्ञात के विरूद्ध पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया है। ये है पूरी घटना बलिया के नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत कोटवा नारायनपुर गांव में नववर्ष के पहले दिन बुधवार की देर शाम बादमाशों ने सिकंदरपुर गांव निवासी प्रशांत गुप्ता (23) वर्ष पुत्र लक्ष्मण गुप्ता व कोटवा नारायनपुर निवासी गोलू वर्मा (24) वर्ष पुत्र कन्हैया वर्मा की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। पुलिस द्वारा इस मामले में चार नामजद के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। घटना से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने शव को एनएच पर रख कर जाम लगा दिया। अधिकारियों के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ। घटना के दूसरे दिन जहां व्यापारियों ने आरोपियों के एनकांउटर की मांग करते हुए बाजार बंद रखा। वहीं दोपहर बाद ग्रामीणों ने पुनः एनएच पर चक्का जाम कर दिया। इस बीच प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस प्रशासन के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को हटाया। मौके पर पहुंचे सांसद सनातन पाण्डेय व क्षेत्रिय विधायक संग्राम सिंह यादव ने पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह से घटना की जानकारी ली थी। मुख्य आरोपी को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने किया गिरफ्तार तीन जनवरी को डबल मर्डर केस के मुख्य आरोपी शिवम राय को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और मुख्य आरोपी के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान डबल मर्डर केस के मुख्य आरोपी शिवम राय के पैर में गोली लगी थी। जिसका उपचार जिला चिकित्सालय में कराया गया। पुलिस ने मुख्य आरोपी के पास से एक तमंचा,एक जिंदा कारतूस,दो खोखा तथा हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद कर लिया था।

बलिया का चर्चित डबल मर्डर केस
बलिया में हाल ही में हुए डबल मर्डर मामले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। ये मामला तब और गंभीर हो गया जब पीड़ित परिवार के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव किया। इस हिंसक घटना में कानून व्यवस्था को चुनौती दी गई है और पुलिस को मजबूरन स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए 14 नामजद व्यक्तियों और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले को लेकर स्थानीय पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई की है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है। बलिया में हो रहे इस घटनाक्रम ने स्थानीय जनता में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
इस मामले पर स्थानीय निवासियों में रोष और चिंता की भावना देखने को मिली है। कई लोग इस हमले के पीछे की वजहों को जानने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। स्थानीय समुदाय द्वारा पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की जा रही है।
मामले की गंभीरता
बलिया का यह डबल मर्डर केस केवल एक हत्या का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और इस स्थिति को नियंत्रण में लाना अत्यंत आवश्यक है। प्रशासन को इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करनी होगी।
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घटनास्थल पर वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक है कि पुलिस और प्रशासन मिलकर एक ठोस योजना बनाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों।
मामले में हाल ही में की गई कार्रवाई और स्थानीय जनसमुदाय की प्रतिक्रियाओं पर नज़र रखना जरूरी है।
निष्कर्ष
आखिरकार, बलिया का डबल मर्डर केस एक गंभीर मुद्दा है जिसे हल करने की आवश्यकता है। स्थानीय लोग और अधिकारी मिलकर इसे सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि सुरक्षा का माहौल वापस लौट सके। इसके लिए समय पर कार्रवाई और सद्भावना जरूरी है। Keywords: बलिया डबल मर्डर केस, बलिया पुलिस की कार्रवाई, बलिया पथराव घटना, बलिया 14 नामजद मुकदमा, बलिया 40 अज्ञात मुकदमा, स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया, बलिया पुलिस प्रशासन न्याय मांगना, बलिया हिंसा मामले की गंभीरता, बलिया समुदाय की चिंता, बलिया में कानून व्यवस्था.
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