महोबा : अन्ना पशुओं के लिए 2000 करोड़ का बजट:गोवंश की टैगिंग होगी, गौशालाएं बनेंगी, किसानों को नुकसान से मिलेगी राहत

उत्तर प्रदेश सरकार ने अन्ना पशुओं की समस्या से निपटने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने इस साल के बजट में अन्ना पशुओं के लिए 2000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इस राशि का उपयोग छुट्टा मवेशियों की टैगिंग और गौशालाओं के निर्माण में किया जाएगा। वित्त मंत्री ने विधानसभा में घोषणा की कि गौ संरक्षण केंद्रों की स्थापना के लिए अलग से 140 करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह कदम विशेष रूप से बुंदेलखंड के किसानों के लिए राहत की खबर है। महोबा में अन्ना गोवंश की समस्या गंभीर है। किसान लंबे समय से इस मुद्दे पर प्रदर्शन करते रहे हैं। छुट्टा मवेशी न केवल फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का भी कारण बन रहे हैं। स्थानीय किसान नेताओं किशन महिपाल, राधे, बालाजी और गुलाब के अनुसार, जिले में पहले से कई गौशालाएं हैं। लेकिन चारे की कमी और खराब व्यवस्था के कारण पशुओं को खुले में छोड़ दिया जाता है। नए बजट से इन समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है। इस बजट का सही क्रियान्वयन होने से अन्ना पशुओं को सुरक्षित आश्रय मिलेगा और किसानों की फसलें भी सुरक्षित रहेंगी। टैगिंग से पशुओं की पहचान और निगरानी आसान होगी, जिससे उनका बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा।

Feb 20, 2025 - 12:59
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महोबा : अन्ना पशुओं के लिए 2000 करोड़ का बजट:गोवंश की टैगिंग होगी, गौशालाएं बनेंगी, किसानों को नुकसान से मिलेगी राहत
उत्तर प्रदेश सरकार ने अन्ना पशुओं की समस्या से निपटने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने इस साल के

महत्वपूर्ण घोषणा: महोबा में अन्ना पशुओं के लिए 2000 करोड़ का बजट

महोबा जिले में अन्ना पशुओं की Pflege और संरक्षण का एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। राज्य सरकार ने अन्ना पशुओं के लिए 2000 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की है। यह पहल न केवल गोवंश की टैगिंग और गौशालाओं के निर्माण पर केंद्रित है, बल्कि इससे किसानों को होने वाली समस्याओं के समाधान की दिशा में भी कार्य किया जाएगा।

गोवंश की टैगिंग: एक आवश्यक कदम

इस बजट के अंतर्गत, गोवंश की टैगिंग की जाएगी। टैगिंग की प्रक्रिया न केवल पशुओं की पहचान में मदद करेगी, बल्कि यह उनकी संख्या और स्वास्थ्य देखभाल के लिए भी आवश्यक है। उचित रजिस्ट्रेशन से अधिकारियों को यह पता चलेगा कि कौन से पशु सड़क या खुली जगहों पर घूमते हैं, जिससे उनके संरक्षण में सहायता मिलेगी।

गौशालाओं का निर्माण

सरकार ने गौशालाओं के निर्माण का भी निर्णय लिया है। गौशालाएं अन्ना पशुओं के लिए सुरक्षित आश्रय प्रदान करेंगी और उन्हें उचित आहार और चिकित्सा सहायता भी मिलेगी। ये गौशालाएं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से स्थापित की जाएंगी, ताकि किसानों को अपने पशुओं के लिए बेहतर देखभाल मिल सके।

किसानों को राहत: एक सकारात्मक कदम

इस बजट का एक और महत्वपूर्ण पहलू किसानों को आर्थिक नुकसान से राहत प्रदान करना है। अन्ना पशुओं के कारण कई बार किसान अपनी फसल खो देते हैं, और इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने राहत उपायों का भी आश्वासन दिया है। यह उपाय किसानों को बेहतर होने में मदद करेंगे और उनके आर्थिक स्थायित्व को बढ़ावा देंगे।

यह बजट महोबा की स्वच्छता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस योजना का लाभ ग्रामीण ऐक परिसर में रहने वाले किसानों और पशुपालकों के लिए अधिकतम होगा। एक साथ, यह पहल न केवल पशुओं के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी।

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