राजा भइया ने दिया 'जुड़ेंगे तभी बचेंगे' का नारा:ट्वीट में कहा- गोधरा में जिंदा जलाने से पहले क्या पूछा गया था वे अगड़ा, पिछड़ा या दलित हैं

प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह (राजा भइया) ने समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' की तर्ज पर 'जुड़ेंगे तभी बचेंगे' का नारा दिया है। राजा भइया ने इस संदेश को गोधरा कांड से जोड़ा है। 27 फरवरी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने गोधरा कांड का जिक्र किया। उन्होंने लिखा- ‘गोधरा’ शब्द सभी को याद होगा, लेकिन ‘साबरमती एक्सप्रेस’ की चर्चा कम ही होती है। आज वही दुखद दिन है जिस दिन 2002 में साबरमती एक्सप्रेस में राम भक्तों को जिंदा जला दिया गया था, उनका अपराध ये था कि वे अयोध्या से अपने आराध्य श्री राम लला सरकार के दर्शन करके लौट रहे थे। नारी, पुरुष, बच्चे बच्चियां किसी को नहीं छोड़ा गया। पेट्रोल डालकर उन्हें जीवित जला दिया गया। विश्व के इतिहास में किसी भी राष्ट्र में अल्पसंख्यकों द्वारा बहुसंख्यक समाज का इस प्रकार निर्मम, क्रूर नरसंहार का कोई दूसरा उदाहरण हो तो बताइयेगा अवश्य। हां कृपया विचार करें कि उन्हें जिंदा जलाने के पहले क्या उनसे पूछा गया था कि वे अगड़ा, पिछड़ा या दलित हैं? अंत में उन्होंने लिखा- याद रहे जुड़ेंगे तभी बचेंगे।

Mar 1, 2025 - 22:59
 58  375782
राजा भइया ने दिया 'जुड़ेंगे तभी बचेंगे' का नारा:ट्वीट में कहा- गोधरा में जिंदा जलाने से पहले क्या पूछा गया था वे अगड़ा, पिछड़ा या दलित हैं
प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रत

राजा भइया ने दिया 'जुड़ेंगे तभी बचेंगे' का नारा

भविष्य में समाज के विकास और एकता की आवश्यकता को समझते हुए राजा भइया ने एक महत्वपूर्ण ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने 'जुड़ेंगे तभी बचेंगे' का नारा दिया है। यह नारा एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने के लिए है, खासकर विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच।

गोधरा के विवादित सवाल पर जोर

राजा भइया ने अपने ट्वीट में गोधरा की घटना का जिक्र किया है, जिसमें उन्होंने सवाल उठाया है कि उस समय पीड़ित के बारे में पूछा गया था कि वे अगड़ा, पिछड़ा या दलित हैं। इस सवाल के माध्यम से उन्होंने यह दर्शाने का प्रयास किया है कि समाज में भेदभाव और विभाजन को खत्म करने की आवश्यकता है। उनका मानना है कि समाज तभी आगे बढ़ सकता है जब सभी वर्गों के लोग एकजुट हो जाएं।

एकता और सहिष्णुता का संदेश

राजा भइया का यह नारा एकता और सहिष्णुता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि सभी जातियों और वर्गों को मिलकर आगे बढ़ने की जरूरत है, ताकि समाज में शांति और विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने समाज के सभी सदस्यों से अपील की है कि वे एकसाथ आएं और सामुदायिक समस्याओं का समाधान करें।

समाज में बदलाव की आवश्यकता

राजा भइया का यह ट्वीट न केवल एक राजनीतिक संदेश है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की आवश्यकता को भी दर्शाता है। समाज में शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वे कहते हैं कि जब सभी लोग मिलकर काम करेंगे, तब ही हम एक समृद्ध और प्रगतिशील समाज का निर्माण कर सकते हैं।

राजा भइया द्वारा दिए गए इस नारे को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया भी देखने को मिली है। कई लोगों ने इसे सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है और एकता के महत्व को भी रेखांकित किया है।

इस प्रकार, राजा भइया का संदेश हर वर्ग के लोगों के लिए है कि जुदाई से कुछ हासिल नहीं होगा, बल्कि एकजुटता से ही असली ताकत दुगुनी हो जाएगी।

अधिक जानकारी के लिए, indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: राजा भइया जुड़ेंगे तभी बचेंगे, गोधरा घटना, जातिगत भेदभाव, सामाजिक एकता, राजा भइया ट्वीट, अगड़ा पिछड़ा दलित, सहिष्णुता का संदेश, सामाजिक बदलाव की आवश्यकता, राजनीतिक संदेश, लोगों की एकता

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow