वर्ल्ड अपडेट्स:इजराइल बोला- बंधकों के रिहा होने तक गाजा में अन्न का एक दाना नहीं पहुंचने देंगे
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि जब तक इजराइली बंधक नहीं लौटाए जाएंगे, गाजा में अन्न का एक दाना नहीं पहुंचने दिया जाएगा। काट्ज ने कहा कि इस मामले में इजराइल की नीति बिल्कुल साफ है। इजराइल ने गाजा पट्टी में सभी मानवीय सहायता (खाना, पानी, दवाइयां, तेल) पर रोक लगा दी है। यह नाकाबंदी 2 मार्च 2025 को शुरू हुई थी। इजराइल ने हमास पर बंधक बनाए गए 58 लोगों को रिहा करने का दबाव बनाने के लिए यह कदम उठाया था। इजराइल का मानना है कि गाजा में पहुंचने वाली मदद को हमास हथिया लेता है, जिससे आम जनता तक मदद नहीं पहुंचती। मेडिसिन्स सैंस फ्रंटियर्स (MSF) ने गाजा को “फिलिस्तीनियों के लिए सामूहिक कब्र” बताया है। मेडिकल ऐड फॉर फिलिस्तीन्स के निदेशक महमूद शलाबी ने कहा, “पिछले 18 महीनों में यह सबसे खराब स्थिति है। बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं, और हमले फिर से शुरू हो गए हैं।” गाजा हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि, गाजा संघर्ष शुरू होने से अब तक 51,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। 18 मार्च को सीजफायर खत्म होने के बाद से 1,600 और मौतें हुई हैं। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... घर में केमिकल एक्सपेरिमेंट कर रहे चीनी लड़के का विस्फोट से हाथ उड़ा, एक आंख भी खराब चीन में एक 15 साल के लड़के को घर पर केमिकल एक्सपेरिमेंट करना महंगा पड़ गया। एक्सपेरिमेंट करते वक्त विस्फोट होने से लड़के का हाथ उड़ गया और एक आंख को रोशनी चली गई है। घटना 6 अप्रैल को दक्षिणी गुआंगडोंग प्रांत के गुआंगझोउ में हुई। लड़के का परिवार एक इमारत में रहता है। पड़ोसियों के मुताबिक विस्फोट इतना तेज था कि जमीन हिलती हुई महसूस हुई थी। विस्फोट के बाद लड़के को अस्पताल ले जाया गया। जहां उसके हाथ को काटना पड़ा। लड़के के पिता के मुताबिक बेटे की दोनों आंखों में गंभीर चोटें आई हैं। लड़का सेकेंडरी स्कूल में सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। उसने अभी तक स्कूल में अलग से केमिस्ट्री की पढ़ाई नहीं की है। दरअसल चीन के सेकेंडरी स्कूल में तीसरे साल से केमिस्ट्री की अलग से पढ़ाई शुरू होती है। राहुल गांधी अगले हफ्ते अमेरिका दौरे पर जाएंगे; ब्राउन यूनिवर्सिटी में भाषण देंगे कांग्रेस लीडर और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अगले हफ्ते अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे रॉड आइलैंड स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी में छात्रों और फैकल्टी के साथ बातचीत करेंगे। इसके अलावा वे यहां सार्वजनिक भाषण भी देंगे। जानकारी कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने दी हैै। राहुल 21 और 22 अप्रैल को ब्राउन यूनिवर्सिटी में रहेंगे। दौरे की शुरुआत में राहुल गांधी अमेरिका में रहे भारतीय प्रवासी समुदाय (NRI) के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। वे इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे। अमेरिका ने ईरान से तेल खरीदने के आरोप में चीनी रिफाइनरी पर प्रतिबंध लगाया अमेरिका ने बुधवार को चीन की एक रिफाइनरी पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस रिफाइनरी पर ईरान से एक अरब डॉलर से अधिक कीमत का कच्चा तेल खरीदाने का आरोप है। अमेरिकी वित्त विभाग के मुताबिक ईरान इस तेल से होने वाली कमाई का इस्तेमाल आतंकी समूहों की फंडिंग के लिए करती है। अमेरिका के मुताबिक चीन के शेंडोंग प्रांत में मौजूद यह रिफाइनरी ईरान से तेल की दर्जनों खेप ले चुकी है। चीनी रिफाइनरी को तेल पहुंचाने वाले जहाजों और कंपनियों पर भी अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया है। ईरान पर यमन के हूती विद्रोहियों लेबनान के हिजबुल्लाह और गाजा के हमास जैसे उग्रवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप है। इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा में ओलावृष्टि से तबाही, 35 मिनट तक गिरे ओले पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में बुधवार को हुई ओलावृष्टि ने तबाही मचाई। इसमें मकान, गाड़ियां, सोलर पैनल और पेड़ों को काफी नुकसान पहुंचा। यह तूफान करीब 35 मिनट तक चला। इस दौरान हुई भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। इस्लामाबाद में रहने वाले लोगों ने कहा कि ये बर्फ के गोले टेनिस बॉल जितने आकार के थे। उन्होंने अपनी जिंदगी में इतने बड़े ओले कभी नहीं देखे। ओलावृष्टि के कारण कई कारों के शीशे टूटने के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सीनेटर और पूर्व जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि बारिश के दौरान जो भी देखा वह पागलपन था। ओले ‘गोलियों की तरह’ गिर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन का असर है। इस्लामाबाद के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय ने कहा कि वे ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा ले रहे हैं। गेहूं और अन्य फसलों को हुए नुकसान के बारे में तत्काल रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। 16 अप्रैल के वर्ल्ड अपडेट्स यहां पढ़िए...

वर्ल्ड अपडेट्स: इजराइल बोला- बंधकों के रिहा होने तक गाजा में अन्न का एक दाना नहीं पहुंचने देंगे
हाल ही में इजराइल ने एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद कदम उठाया है। इजराइल के अधिकारियों का कहना है कि जब तक गाजा के क्षेत्र में उनके बंधकों की रिहाई नहीं होती, तब तक गाजा में कोई भी खाद्य सामग्री नहीं पहुंचने दी जाएगी। यह घोषणा कई अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को जन्म देती है, क्योंकि गाजा पहले से ही मानवीय संकट का सामना कर रहा है।
बंधकों की स्थिति
इजराइल के बंधक बनाये गए नागरिकों की स्थिति गंभीर है। इजराइल सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि उनके लिए सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। इस फैसले का नतीजा यह होगा कि गाजा में निवास कर रहे लाखों लोग खाने की कमी का सामना कर सकते हैं। हालांकि, इजराइल का यह मानना है कि यह कदम सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
गाजा में मानवीय संकट
गाजा की स्थिति पहले ही बहुत खराब है। वहां के निवासी लंबे समय से अभाव और कुपोषण जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। खाद्य सामग्री की कमी का यह नया कदम आलोचना का कारण बन सकता है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस पर चिंता व्यक्त की है और मानवाधिकारों के उल्लंघन की आशंका जताई है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इजराइल के इस निर्णय पर विभिन्न देशों द्वारा अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कुछ देशों ने इसे एक तार्किक कदम बताया है, जबकि अन्य ने इसे मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध करार दिया है। विभिन्न मानवाधिकार संगठन इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं, और वैश्विक समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
गाजा में अनाज की कमी और इसकी वजह से उत्पन्न होने वाली समस्याएं आगे चलकर वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर भी प्रभाव डाल सकती हैं। इसलिए, प्रतिक्रियाएं आवश्यक हैं।
अंत में, हमें इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है। उम्मीद की जाती है कि जल्द ही स्थिति में सुधार होगा और सभी बंधक सही सलामत लौटेंगे।
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