साइबर ठगी के शिकार लोगों के 3.28 लाख कराए वापस:अमेठी साइबर थाने की कार्रवाई से 6 पीड़ितों को वापस मिले रुपए
अमेठी में साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों को बड़ी राहत मिली है। जिले के साइबर थाने की पुलिस ने जनवरी माह में ठगी का शिकार हुए 6 पीड़ितों को उनके गंवाए 3 लाख 28 हजार रुपये वापस दिलाने में सफलता हासिल की है। डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते चलन के साथ साइबर अपराध में भी तेजी आई है। जिले में लगभग हर दूसरे-तीसरे दिन कोई न कोई व्यक्ति साइबर ठगों का शिकार बन जाता है। ठग कभी लॉटरी लगने का झांसा देते हैं तो कभी एटीएम बंद होने से बचाने का बहाना बनाकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। अपने बैंक खाते की नहीं दे जानकारी एसपी अपर्णा रजत कौशिक ने लोगों को सावधान करते हुए बताया कि कोई भी बैंक कर्मचारी फोन पर एटीएम, क्रेडिट कार्ड या बैंक खाते की जानकारी नहीं मांगता। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे फोन पर किसी को भी अपने बैंक खाते की जानकारी न दें। साथ ही ठगी का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराए। जिससे समय रहते कार्रवाई की जा सके। पीड़ितों को अपने पैसे वापस मिलने पर राहत मिली है और उन्होंने भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी से बचने का संकल्प लिया है। गौरीगंज स्थित साइबर क्राइम थाने की टीम की इस कार्रवाई से साइबर ठगों के खिलाफ सख्त रुख का संदेश गया है।

अमेठी साइबर थाने की महत्वपूर्ण कार्रवाई
हाल ही में, अमेठी साइबर थाने ने एक प्रमुख कार्रवाई में साइबर ठगी के पीड़ितों को 3.28 लाख रुपये वापस दिलाने में सफलता प्राप्त की है। इसमें से छह पीड़ितों की राशि सफलतापूर्वक लौटाई गई, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस विभाग साइबर अपराध के प्रति कितनी गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है।
साइबर ठगी के बढ़ते मामले
भारत में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आम जनता को ठगने के लिए अपराधी विभिन्न तरीकों का प्रयोग कर रहे हैं, जैसे कि फिशिंग ईमेल, नकली वेबसाइट्स और सोशल इंजीनियरिंग। अमेठी में ऐसे ही मामलों की बढ़ती संख्या ने पुलिस को एक ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। अब लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रहे हैं और ठगी के मामलों की रिपोर्ट दर्ज करवा रहे हैं।
पीड़ितों का समर्थन और जागरूकता
पुलिस ने केवल पीड़ितों की राशि वापस करने पर ध्यान नहीं दिया बल्कि उन्होंने जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन भी किया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से जनता को साइबर ठगी से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके माध्यम से, लोग ठगी के नए तरीकों के प्रति सतर्क रहेंगे और अपने पैसे की रक्षा कर सकेंगे।
समाप्ति
इस मामले से यह प्रदर्शित होता है कि अमेठी साइबर थाना काम कर रहा है और कार्रवाई कर रहा है। थाने की इस कार्रवाई ने न केवल पीड़ितों को राहत दी है, बल्कि यह अन्य साइबर ठगों के लिए एक चेतावनी भी है। अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत रिपोर्ट करें। जानकारी के लिए और अपडेट्स के लिए, indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: साइबर ठगी, साइबर थाना अमेठी, साइबर अपराध, पीड़ितों को वापस पैसे, भारत में साइबर ठगी, साइबर सुरक्षा जागरूकता, ठगी के मामले, अमेठी पुलिस की कार्रवाई, फिशिंग ईमेल, सोशल इंजीनियरिंग, ठगी से बचने के उपाय
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