सुक्खू-विक्रमादित्य दिल्ली पहुंचे, हिमाचल कांग्रेस में हलचल:नए संगठन को लेकर मंथन, रजनी पाटिल से मिलेंगे CM, 104 दिन से संगठन के बगैर पार्टी

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बीती शाम को दिल्ली पहुंच गए हैं। वह आज पार्टी हाईकमान से संगठन के मसलों को लेकर मीटिंग करेंगे। CM सुक्खू से पहले PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह की प्रियंका गांधी से मुलाकात ने हिमाचल में सियाली हलचल बढ़ा दी है, क्योंकि प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का अप्रैल 2025 में तीन साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि विक्रमादित्य ने प्रतिभा सिंह के कार्यकाल को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है। ऐसे में मुख्यमंत्री सुक्खू का अध्यक्ष पद को लेकर क्या रुख रहता है सबकी नजरें इस बात पर टिकी हुई है। आज और कल CM सुक्खू का भी शीर्ष नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है, क्योंकि हिमाचल में कांग्रेस का नया संगठन बनना है। प्रतिभा को हटाया तो ये बन सकते हैं अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष पद से हटाया गया तो इससे नए अध्यक्ष के लिए लॉबिंग होगी। नए अध्यक्ष की रेस में विधायक कुलदीप राठौर, विधायक संजय अवस्थी और चंद्रशेखर का नाम चर्चा में है। रजनी पाटिल बनाएंगी नया संगठन नया संगठन कैसा होगा, यह काफी हद तक हिमाचल कांग्रेस की नव नियुक्त प्रभारी रजनी पाटिल पर निर्भर करेगा। मुख्यमंत्री सुक्खू दिल्ली दौरे के दौरान रजनी पाटिल से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें जल्द हिमाचल आने का न्योता देंगे। जल्द संगठन बनाने की मांग रखेंगे सुक्खू मुख्यमंत्री सुक्खू हाईकमान से जल्द संगठन बनाने की मांग करेंगे, क्योंकि हिमाचल में 100 दिन से ज्यादा समय से संगठन भंग है। इससे पार्टी के भीतर से बगावती तेवर नजर आने लगे हैं। खासकर कृषि मंत्री चंद्र कुमार कांग्रेस संगठन को पैरालाइज्ड बता चुके हैं। 6 नवंबर को भंग की गई राज्य, जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते 6 नवंबर को हिमाचल कांग्रेस की जिला, राज्य व ब्लॉक कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। नई कार्यकारिणी का अब तक गठन नहीं किया गया। कांग्रेस मुख्यालय में साढ़े तीन महीने से सन्नाटा पसरा है। कांग्रेस वर्कर मायूस है। कृषि मंत्री भी कह चुके हैं कि सरकार और संगठन दोनों का साथ साथ चलना जरूरी है। मगर हिमाचल में संगठन ही नहीं है। डिप्टी सीएम भी शीर्ष नेताओं से मिले बीती शाम को डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की है। हालांकि इसकी आधिकारिक सूचना नहीं दी गई।

Feb 18, 2025 - 10:59
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सुक्खू-विक्रमादित्य दिल्ली पहुंचे, हिमाचल कांग्रेस में हलचल:नए संगठन को लेकर मंथन, रजनी पाटिल से मिलेंगे CM, 104 दिन से संगठन के बगैर पार्टी
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बीती शाम को दिल्ली पहुंच गए हैं। वह आज पार्टी

सुक्खू और विक्रमादित्य दिल्ली पहुंचे, हिमाचल कांग्रेस में हलचल

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नए संगठन को लेकर मंथन

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में गतिविधियों का दौर तेज हो गया है, जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और विधायक विक्रमादित्य सिंह दिल्ली पहुंचे। उनकी यात्रा का प्रमुख उद्देश्य नए संगठन के गठन पर विचार करना है। पार्टी में पिछले 104 दिनों से संगठन न होने के कारण, नेताओं के बीच चर्चा का माहौल गरम है। कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए नेताओं ने इस मुद्दे पर गहन मंथन आरंभ कर दिया है।

रजनी पाटिल से मुलाकात

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि वे रजनी पाटिल से भी मिलने वाले हैं, जो पार्टी की चुनावी रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। यह मुलाकात सुक्खू और विक्रमादित्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, क्योंकि इससे उनके नए संगठन के लिए विचार और दिशा मिल सकती है। विभिन्न विचारों और रणनीतियों पर चर्चा करके वे एक साझा मार्ग बनाएंगे, जिससे पार्टी को पुनर्जीवित करने में सहायता मिलेगी।

कांग्रेस के अंदरूनी बदलाव

हिमाचल कांग्रेस में हालिया बदलावों को देखते हुए, स्थिति काफी दिलचस्प है। पार्टी के सदस्यों में नए संगठन को लेकर उत्साह और उनकी चिंताओं का मिश्रण दिखाई दे रहा है। ऐसे समय में जब संगठन की जरूरत महसूस की जा रही है, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण बन जाती है।

संगठन के बिना पार्टी की स्थिति

104 दिनों से संगठन के बिना पार्टी की स्थिति चिंताजनक बन गई है। ऐसे में, ये जानना महत्वपूर्ण है कि नेताओं द्वारा उठाए गए कदम किस दिशा में जाएंगे। क्या सुक्खू और विक्रमादित्य की ये बैठक कांग्रेस के लिए नए अवसर ला पाएगी? या फिर पार्टी की चुनौतियां चौतरफा बढ़ती रहेंगी? इसका असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है।

निष्कर्ष

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की स्थिति और भविष्य पर निर्भर करता है कि नए संगठनों का गठन और पुराने नेताओं की भूमिका कैसे बदलती है। चर्चाएँ हर तरफ हो रही हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि नेतृत्व में ये परिवर्तन पार्टी के लिए लाभकारी साबित होते हैं या नहीं।

भारतीय राजनीति के चलते, हिमाचल में कांग्रेस पार्टी के भविष्य को समझना आवश्यक है। इसलिए, इस प्रकार की बैठकें और चर्चाएं पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं। Keywords: सुक्खू दिल्ली पहुंचना, विक्रमादित्य दिल्ली, हिमाचल कांग्रेस हलचल, नए संगठन मंथन, रजनी पाटिल सीएम से मिलना, संगठन के बिना पार्टी, चुनावी रणनीति हिमाचल, कांग्रेस पार्टी स्थिति, विस चुनाव भविष्य, कांग्रेस नेताओं की बैठक.

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