स्वास्थ्य मेले का हुआ आयोजन:109 मरीजों का हुआ इलाज, संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए दी सलाह
सिद्धार्थनगर जिले के भनवापुर ब्लॉक के पीएचसी तरहर, बिजौरा और सोहना में जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 109 मरीजों का इलाज कर निशुल्क दवाएं वितरित की गईं। मेले में डॉक्टरों ने संक्रामक बीमारियों से बचाव के उपाय बताए। ठंड के कारण खांसी, पेट दर्द, गैस्ट्राइटिस, एसिडिटी, फंगस संक्रमण और जोड़ों के दर्द जैसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। सावधानियां अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र मणि ओझा ने मौसम के बदलाव के कारण सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों और बुजुर्गों को गर्म कपड़े पहनने, सिर और कान ढकने और गर्म पानी का इस्तेमाल करने पर ध्यान देना चाहिए। इस दौरान स्वास्थ्य मेले में पीएन तिवारी, कौस्तुभ, अंबुज श्रीवास्तव, प्रिंस पांडेय, रवींद्र कुमार, अश्वनी अग्रहरी, अमित तिवारी और मनोज मिश्रा सहित कई लोग उपस्थित रहे।

स्वास्थ्य मेले का हुआ आयोजन: 109 मरीजों का हुआ इलाज, संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए दी सलाह
हाल ही में आयोजित स्वास्थ्य मेले में 109 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया। यह कार्यक्रम समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। चिकित्सकों ने न सिर्फ स्थानीय निवासियों को उपचार प्रदान किया, बल्कि संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के तरीके भी बताए।
स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य
स्वास्थ्य मेले का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों को सही चिकित्सा सलाह और सेवाएं उपलब्ध कराना था। मेले में विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया और उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल लोगों में जागरूकता बढ़ती है, बल्कि इससे स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच भी आसान होती है।
मरीजों की संख्या और लाभ
इस बार के स्वास्थ्य मेले में 109 मरीजों ने मुफ्त चिकित्सा सेवा का लाभ उठाया। इनमें से कई मरीजों को पहले से ही संक्रामक बीमारियों के लक्षण थे, जिन्हें विशेषज्ञों द्वारा उचित देखभाल और परामर्श दिया गया। चिकित्सकों ने एक-एक कर मरीजों की समस्याओं को समझा और उनका इलाज किया।
संक्रामक बीमारियों से बचाव के उपाय
चिकित्सकों ने संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इनमें नियमित हाथ धोना, संतुलित आहार लेना और टीकाकरण की जानकारी शामिल है। उन्होंने बताया कि जागरूकता और स्वास्थ्य शिक्षा से ही हम इन बीमारियों से बच सकते हैं।
स्वास्थ्य मेले का आयोजन एक सकारात्मक कदम था, जिससे स्थानीय समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक किया गया। ऐसे आयोजनों की आवश्यकता बढ़ती जा रही है, खासकर उस समय जब संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
News by indiatwoday.com
निष्कर्ष
स्वास्थ्य मेलों का उद्देश्य न केवल उपचार करना है, बल्कि लोगों को संक्रामक बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करना भी है। इस प्रकार के आयोजन स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करते हैं और समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। स्वास्थ्य मेला, संक्रामक बीमारियों से बचाव, मुफ्त चिकित्सा सेवा, स्वास्थ्य जागरूकता, चिकित्सा सलाह, 109 मरीजों का इलाज, स्वास्थ्य सेवाएं, संतुलित आहार, नियमित हाथ धोना, टीकाकरण की जानकारी
What's Your Reaction?






