4-करोड़ की ठगी में दंपति समेत तीन पर दूसरी FIR:ई-बाइक और क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर निवेश और मोटा मुनाफे का झांसा देकर सैकड़ों लोगों को ठगा
कानपुर के बर्रा में ई-बाइक और क्रिप्टो करेंसी के नाम पर निवेश और भारी मुनाफा देने का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से ठगी के मामले में बर्रा थाने की पुलिस ने दंपति समेत तीन लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की है। आरोपी दफ्तर में ताला लगाकर फरार हो गए हैं। आरोपियों के खिलाफ 15 दिन के भीतर यह दूसरी एफआईआर दर्ज हुई है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हैं। मोटा मुनाफा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाया फिर भागी कंपनी आवास विकास हंसपुरम निवासी अनिल कुमार विश्वकर्मा की तहरीर पर शुक्रवार रात को बर्रा पुलिस ने पनकी रतनपुर निवासी शिव प्रताप सिंह, उसकी पत्नी पूनम सिंह और विश्वबैंक निवासी सौरभ सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। ठगी के शिकार अनिल ने बताया कि आरोपी शिवप्रताप सिंह चिप्सकेव ग्लोबल कंपनी के डायरेक्टर हैं। कंपनी का ऑफिस बर्रा विश्वबैंक के गुरुदेव टावर में है। शिवप्रताप के साथ उसकी पत्नी पूनम और सौरभ तीनों ही कंपनी का काम देखते थे। शातिरों ने ऑनलाइन योजनाओं को प्रमोट के नाम पर रिटर्न करने का झांसा दिया। एल्गोट्रेड, चिप्सकेव ऑटोमोबाइल्स ई-कामर्सबमचक.कॉम, ग्रोमोर, क्रिप्टोप्रोजेक्ट जैसी लोक लुभावनी योजनाओं में निवेश करने को कहा। वर्ष 2022 में झांसे में आकर कंपनी में निवेश कर दिया। शुरुआत में बेहतर रिटर्न मिला तो अनिल व उनके जैसे अन्य लोग न केवल स्वयं भारी निवेश करने लगे, बल्कि अपने रिश्तेदारों का भी निवेश करवा दिया। अनिल के मुताबिक, रुपये सीधे बैंक अकाउंट में जमा होते थे, जिसके चलते संदेह भी नहीं हुआ। हालांकि बाद में रिटर्न मिलना बंद हो गया। शातिर टाल मटोल करने लगे। कुछ समय बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। अब कार्यालय में भी ताला लटका है। आरोप है थाने में सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई। एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि मामले में बर्रा थाने में जालसाजी, अमानत में खयानत की धारा में रिपोर्ट हुई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।

4-करोड़ की ठगी में दंपति समेत तीन पर दूसरी FIR
हाल ही में, ई-बाइक और क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर निवेश के झांसे में सैकड़ों लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। यह जानकर सभी लोग हैरान हैं कि इस ठगी की राशि 4 करोड़ रुपये से भी अधिक है। पुलिस ने इस मामले में एक दंपति समेत तीन लोगों के खिलाफ दूसरी FIR दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला?
पंजाब पुलिस ने बताया कि ठगों ने निवेशकों से मोटा मुनाफा का वादा किया और इसे पूरा करने में नाकाम रहे। तथाकथित ई-बाइक और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का लालच देकर, उन्होंने लोगों के साथ ठगी की। जांच में यह बात सामने आई है कि ठगों ने वेबसाइट और प्रलोभनकारी विज्ञापनों का उपयोग किया, जिससे लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया गया।
पुलिस की कार्रवाई
इस ठगी की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। प्रारंभिक जांच में तीन प्रमुख आरोपियों का पता चला, जिनमें एक दंपति भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों को एकत्रित कर और उनकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापे मारे हैं।
निवेशकों की परेशानियाँ
इस ठगी के शिकार हुए कई निवेशक अपनी पूंजी को खो चुके हैं और अब वे न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनकी शिकायतें हैं कि ठगों ने उनकी मेहनत की कमाई को ठग लिया और किसी भी प्रकार से मुनाफा देने में नाकाम रहे। ऐसे में उनके लिए न्याय प्राप्त करना एक बड़ा सवाल बन गया है।
सुरक्षा के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और हर प्रकार के निवेश संबंधी निर्णय लेते समय उचित जांच करना चाहिए। निवेश से पहले सही जानकारी और सत्यापन जरूरी है। इससे भविष्य में ऐसे मामलों से बचा जा सकता है।
अंततः, इस ठगी ने लोगों को यह समझाया है कि किसी भी अज्ञात निवेश स्कीम में पैसा लगाने से पहले अच्छे से सोचने और जांचने की आवश्यकता है।
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