5 साल बाद चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड की भारत में वापसी:रिलायंस से डील के बाद भारत में एंट्री की इजाजत, 2020 में लगा था बैन
चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड ऐप शीन को 5 साल बाद एक बार फिर से भारतीय मार्केट में लॉन्च किया गया है। BBC के मुताबिक शीन को भारतीय कंपनी रिलायंस रिटेल के साथ समझौते के बाद यह परमिशन मिल पाई। कुछ समय पहले ही शीन ने रिलायंस रिटेल के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अजियो पर अपने कलेक्शन की टेस्टिंग और कैटलॉगिंग शुरू की थी। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने भारत में निर्मित और सोर्स किए गए उत्पादों को रिलायंस के प्लेटफॉर्म पर बेचने के लिए एक लॉन्ग टर्म लाइसेंसिंग डील की है। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पिछले साल दिसंबर में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में बताया कि शीन का ऑपरेशन देश के एक स्वदेशी रिटेल प्लेटफॉर्म पर होगा। शीन की प्लेटफॉर्म के डेटा तक पहुंच नहीं होगी। 2020 में भारत ने शीन (Shein) और TikTok सहित दर्जनों चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। अभी सिर्फ दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में ही सर्विस उपलब्ध यह ऐप शनिवार को भारत में लॉन्च किया गया और अब तक इसे 10,000 से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है। यह 199 रुपए में फैशन वियर उपलब्ध करा रहा है। ऐप पर दी गई सूचना के मुताबिक यह एप फिलहाल सिर्फ दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु ही सर्विस दे रहा है। हालांकि यह जल्द ही पूरे देश में सर्विस देगा। ई-कॉमर्स कंपनी शीन की 170 से अधिक देशों में मौजूदगी है। 5.3 करोड़ यूजर्स हैं। अमेरिका में इसकी ग्रोथ आश्चर्यजनक तरीके से बढ़ रही है। नवंबर 2022 तक अमेरिकी फास्ट-फैशन बिक्री में शीन की हिस्सेदारी 50% पहुंच गई थी, जो जनवरी 2020 में 12% था। अपने मुख्यालय को चीन से सिंगापुर शिफ्ट करने के बाद शीन को 2023 में 17 हजार करोड़ का फायदा हुआ। इसने कुल 3.83 लाख करोड़ रुपए के प्रोडक्ट बेचे। रिलायंस-शीन करार के मायने? चीनी ब्रांड शीन को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अजियो व रिलायंस रिटेल के 19 हजार स्टोर्स में पहुंच मिलेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया का सबसे बड़ा पॉलिएस्टर फाइबर उत्पादक है। इसकी सालाना क्षमता 25 लाख टन है। शीन के प्रोडक्ट में पॉलिएस्टर बड़ी मात्रा में होता है। इससे उसकी मैन्युफैक्चरिंग को सपोर्ट मिलेगा। रिलायंस का रिटेल बिजनेस को 4 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य है। कपड़ों की किफायती रेंज से उसे अपना कस्टमर बेस बढ़ाने में मदद मिलेगी। वित्त वर्ष 2024 में रिलायंस की रिटेल बिजनेस से 18% आय बढ़कर 3.06 लाख करोड़ पहुंच गई थी। शीन क्यों मार्केट बदल सकती है? शीन जेन जी (12 से 27 साल) के बीच चर्चित है। कंपनी हर साल 1.5 लाख नए आइटम लाती है। हर महीने औसतन 10 हजार। अन्य फास्ट फैशन ब्रांड की तुलना में इसकी ड्रेस 50% सस्ती है। फिलहाल देश में इस सेगमेंट में टाटा ट्रेंट की जूडियो सबसे तेजी से बढ़ रही है। ट्रेंट की कुल आय में एक तिहाई हिस्सा जूडियो से आता है। देशभर में 48 शहरों में 559 स्टोर हैं। ----------------------------------------- यह खबर भी पढ़ें... पनामा नहर वापस लेने की अमेरिकी धमकी का असर:पनामा ने कहा- चीन से BRI एग्रीमेंट रिन्यू नहीं करेंगे पनामा के राष्ट्रपति राउल मुलिनो ने रविवार को कहा कि पनामा चीन के साथ बेल्ट एंड रोड इनशिएटिव (BRI) समझौते को रिन्यू नहीं करेगा। पनामा ने 2017 में चीन के साथ ये समझौता साइन किया था। अब इसके समय से पहले ही खत्म होने के आसार बन रहे हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर...

5 साल बाद चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड की भारत में वापसी
पिछले पांच वर्षों से भारत में प्रतिबंधित, एक प्रमुख चीनी फास्ट-फैशन ब्रांड अब फिर से भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार है। News by indiatwoday.com के अनुसार, यह ब्रांड रिलायंस के साथ एक महत्वपूर्ण डील के बाद भारतीय बाजार में वापस आ रहा है, जिससे इसकी एंट्री की इजाजत भी मिल गई है। पिछले साल 2020 में इस ब्रांड पर बैन लगा था, जो अब समाप्त हो गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह ब्रांड अपने पूर्व गौरव को फिर से हासिल कर सकेगा।
ब्रांड की वापसी का महत्व
इस ब्रांड की वापसी भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक नया मोड़ साबित हो सकती है। फास्ट-फैशन उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है, और इस ब्रांड की अनूठी डिज़ाइन और किफायती मूल्य आम भारतीय उपभोक्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं। इसके अलावा, रिलायंस की मजबूत वितरण नेटवर्क इस ब्रांड की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगी।
बैन का इतिहास और वर्तमान स्थिति
2020 में, कई चीनी कंपनियों पर बैन लगाया गया था, जिसमें इस फास्ट-फैशन ब्रांड का नाम भी शामिल था। यह बैन उन सुरक्षा चिंताओं के कारण लगाया गया था जो देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित थीं। हालांकि, अब उन चिंताओं का समाधान किया गया है, जिससे यह ब्रांड फिर से अपने उत्पादों के साथ भारतीय बाजार में प्रवेश कर सकता है।
उपभोक्ताओं के लिए संभावनाएँ
इस ब्रांड की वापसी उपभोक्ताओं को और अधिक विकल्प प्रदान करेगी। युवा पीढ़ी के बीच फास्ट-फैशन का चलन तेजी से बढ़ रहा है, और यह ब्रांड समय पर ट्रेंडिंग फैशन मुहैया कराएगा। इसके अलावा, नई कीमतों और ऑफ़र्स के साथ, उपभोक्ता अच्छे खरीदारी अनुभव का आनंद ले सकेंगे।
आगे की योजनाएँ
रिलायंस और इस ब्रांड की ओर से आधिकारिक बयान दिया गया है कि भारतीय बाजार में उनकी योजनाएं व्यापक होंगी। कुछ नई कलेक्शन्स और प्रोडक्ट रेंज जल्द ही लॉन्च हो सकती हैं, जिससे भारतीय उपभोक्ता और भी अद्भुत ट्रेंड्स का सामना कर सकेंगे।
जैसे-जैसे यह ब्रांड भारत में अपनी पहचान बनाता है, यह देखना रोचक होगा कि क्या इसकी रणनीतियाँ भारतीय बाजार की मांग को पूरा कर पाएंगी।
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