CM दिखा सकते हैं मेट्रो ट्रायल रन को हरी झंडी:कार्यक्रम के लिए मांगा गया समय; मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक अंडरग्राउंड जाएगी मेट्रो
कानपुर मेट्रो ट्रायल रन के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी है। ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ का समय मांगा गया है। कार्यक्रम का समय मिलते ही मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो टेस्ट रन पूरा करेगी। एक महीने ट्रायल रन के बाद यात्रियों के लिए अंडरग्राउंड सेक्शन पर भी मेट्रो के द्वार खोल दिए जाएंगे। अप और डाउनलाइन पर टेस्ट रन पूरा मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक टेस्ट रन अप और डाउनलाइन दोनों पर ही सफलतापूर्वक किया जा चुका है। आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी प्रायोरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन को मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाई थी। इस बार भी उनका समय मांगा गया है। मोतीझील से सेंट्रल तक पहुंचना होगा आसान अंडरग्राउंड सेक्शन में मेट्रो ट्रेन शुरू होने के बाद लोग नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा और नयागंज बिना जाम में फंसे आसानी से पहुंच सकेंगे। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल के बीच पड़ने वाले सभी 5 स्टेशन; चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल अंडरग्राउंड हैं। हर 10 से 12 मिनट में मिलेगी ट्रेन आईआईटी से मोतीझील के बीच मेट्रो सेवा पहले की भांति 5-6 मिनट में मिलती रहेगी। लेकिन अंडरग्राउंड में मेट्रो सेवा 10-12 मिनट में मिलेगी। आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू होने से शहर के अंदर सार्वजनिक यातायात को सुदृढ़ करने और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने में काफी मदद मिलेगी। थर्ड रेल सिस्टम, सिग्नल पूरी तरह चालू बता दें कि नयागंज अंडरग्राउंड स्टेशन तक डाउनलाइन में ट्रैक, थर्ड रेल सिस्टम, सिग्नल आदि इंस्टॉल करने का काम पूरा होने के बाद मेट्रो ट्रैक के समानांतर लगाए गए थर्ड रेल को भी चार्ज किया जा चुका है। करंट की सप्लाई चालू भी पूरी तरह चालू है। 750 वोल्ट डीसी करंट पर दौड़ेगी मेट्रो 750 वोल्ट डीसी करंट पर मेट्रो दौड़ेगी। कानपुर मेट्रो ट्रेनें परिचालन के लिए पारंपरिक तौर पर प्रयोग होने वाली ओएचई (ओवर हेड इक्युपमेंट) प्रणाली की जगह पर ट्रैक के समानांतर बिछी हुई थर्ड रेल का प्रयोग करती हैं। लो और हाई स्पीड पर भी होंगे टेस्ट कानपुर मेट्रो ट्रेन के टेस्ट रन के दौरान ट्रेन को ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) मोड पर चलकर सिग्नलिंग, ट्रैक, पावर सप्लाई आदि विभिन्न इंटरफेसों को परखा जा चुका है। सिग्नलिंग से संबंधित मैप वेरिफिकेशन टेस्ट में ट्रैक के साथ लगे उपकरणों जैसे टीआरए सिग्नल, एक्सेल काउंटर आदि के सॉफ्टवेयर लोकेशन को वास्तविक लोकेशन के साथ वेरीफाई किया जा चुका है। आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया के परिणामों के अनुसार सॉफ्टवेयर को अपग्रेड कर दिया गया है। इसके बाद अलग-अलग स्पीड में ट्रेन का लो और हाई स्पीड टेस्ट किया जाएगा।

CM दिखा सकते हैं मेट्रो ट्रायल रन को हरी झंडी
मेट्रो ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाने की संभावना के चलते सभी की निगाहें मुख्यमंत्री पर हैं। इस कार्यक्रम के लिए आवश्यक समय पहले ही मांगा जा चुका है। कानपुर में मेट्रो परियोजना को लेकर उत्साह बढ़ता जा रहा है और लोगों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
मेट्रो का महत्व और इसके लाभ
कानपुर सेंट्रल से मोतीझील तक मेट्रो सेवा का निर्माण शहर के ट्रैफिक को कम करने और यात्रा की गति को बढ़ाने हेतु किया जा रहा है। मेट्रो से जुड़ने से न केवल नागरिकों को लाभ होगा, बल्कि यह शहर की अर्थव्यवस्था को भी गति प्रदान करेगा।
अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक: एक नई तकनीक
इस मेट्रो परियोजना में विशेष रूप से अंडरग्राउंड ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। यह तकनीक न केवल यात्रा को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि शहर के मौजूदा विकास में भी बाधा नहीं डालेगी। अंडरग्राउंड निर्माण से प्रमुख रास्तों पर ट्रैफिक की समस्या कम होने की उम्मीद है।
कार्यक्रम की योजना और अपेक्षाएँ
मुख्यमंत्री द्वारा ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाने की अपेक्षा की जा रही है। इस कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक गतिविधियाँ तेजी से की जा रही हैं। विभिन्न प्रमुख व्यक्तियों और मीडिया को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा।
उपयोगकर्ता की आवश्यकता और संपर्क
इस मेट्रो सेवा की शुरुआत से शहरवासियों को यात्रा में सरलता और सुविधा मिलेगी। कानपुर के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि परियोजना समय पर पूरा हो सके। अधिक जानकारी के लिए, कृपया नियमित अपडेट्स के लिए indiatwoday.com पर जाएं।
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