तातापानी महोत्सव: गायिका गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने बांधा समां

बलरामपुर | तीन दिन तक चलने वाले तातापानी महोत्सव के पहले दिन शाम को सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों व प्रदेश के ख्याति प्राप्त कलाकारों ने पारंपरिक लोकगीत की शानदार प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ी गायिका गरिमा दिवाकर और स्वर्णा दिवाकर की जोड़ी ने समा बांधा। हरेली गीत हो या राउत नाचा के साथ दोहा, श्रोताओं का मन मोह लिया। महोत्सव के अंतिम दिन 16 जनवरी को भोजपुरी कलाकार अक्षरा सिंह प्रस्तुति देंगी। इसके साथ ही भिलाई का इंडियन रोलर म्युजिक बैंड भी अपनी कला का प्रदर्शन करेगा।

Jan 16, 2025 - 04:45
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तातापानी महोत्सव: गायिका गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने बांधा समां
बलरामपुर | तीन दिन तक चलने वाले तातापानी महोत्सव के पहले दिन शाम को सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय

तातापानी महोत्सव: गायिका गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने बांधा समां

तातापानी महोत्सव, जो हर साल धूमधाम से मनाया जाता है, इस बार विशेष रूप से गायिका गरिमा और स्वर्णा के अद्भुत प्रदर्शन के कारण चर्चा में रहा। इस महोत्सव ने न केवल स्थानीय संस्कृति को उजागर किया, बल्कि देशभर से आए दर्शकों को भी आकर्षित किया। गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने अपनी मधुर आवाज से सभी का दिल जीत लिया।

गायिका गरिमा और स्वर्णा का जादू

गायिका गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने तातापानी महोत्सव में अपनी शानदार परफॉर्मेंस से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके गानों में जोश और उत्साह ने थमने का नाम नहीं लिया। दर्शकों ने उनके लाइव परफॉर्मेंस का भरपूर आनंद लिया। गरिमा और स्वर्णा ने एक साथ कुछ लोकप्रिय गाने गाए, जो महोत्सव की रौनक बढ़ाने में सफल रहे।

स्थानीय संस्कृति और परंपरा

तातापानी महोत्सव में संगीत, नृत्य और स्थानीय पर्वों की झलक देखने को मिली। इस महोत्सव का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक जागरूकता फैलाना है, बल्कि यह क्षेत्र की धरोहर को संरक्षित करने का भी एक प्रयास है। गरिमा और स्वर्णा की प्रस्तुति ने इस महत्व को और अधिक बढ़ा दिया।

महत्वपूर्ण गतिविधियाँ

इस महोत्सव में विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ शामिल थीं, जैसे कि हस्तशिल्प प्रदर्शन, पारंपरिक भोजन की दुकानें, और स्थानीय कलाकारों द्वारा नृत्य और संगीत के कार्यक्रम। गरिमा और स्वर्णा के साथ-साथ अन्य कलाकारों ने भी अपने टैलेंट को प्रस्तुत किया, जिससे महोत्सव और भी शानदार बन गया।

निष्कर्ष

तातापानी महोत्सव में गायिका गरिमा और स्वर्णा की जोड़ी ने जो समां बांधा, वह अद्वितीय और यादगार था। उनके द्वारा गाए गए गाने और उल्लास ने इस महोत्सव को खास बना दिया। इस प्रकार के महोत्सवों का आयोजन संस्कृति और कला को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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