ITF बंगलुरू में स्वाद का जादू बिखेरेगा श्रीअन्न का पाश्ता:यूपी का प्रतिनिधित्व करने को गोरखपुर की एफपीसी को मिली जिम्मेदारी
कर्नाटक के बंगलुरू में 23 से 25 जनवरी तक मिलेट्स एवं आर्गेनिक विषय पर इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (ITF) 2025 का भव्य आयोजन हो रहा है। इसमें गोरखपुर में तैयार श्रीअन्न का पाश्ता अपने स्वाद का जादू बिखेरगा। उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए जिन दो कृषक उत्पादक कंपनी (एफपीसी) को जिम्मेदारी मिली है, उनमें गोरखपुर का एफपीसी भी शामिल है। उसी एफपीसी में यह उत्पाद तैयार हो रहा है। ITF में प्रतिभाग को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। कृषि निदेशक ने गोरखपुर के दुर्कर कृषक उत्पाद कंपनी के साथ रामपुर की कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को इसकी जिम्मेदारी देते हुए पत्र जारी किया गया है। गोरखपुर की एफपीसी के निदेशक शिवराम कृष्ण पांडेय इसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं। उनका कहना है कि गोरखपुर में तैयार उत्पाद को निश्चित रूप से लोग खूब पसंद करेंगे। आर्गेनिक खेती व श्रीअन्न को बढ़ावा देने के लिए हो रहा आयोजन कर्नाटक सरकार आर्गेनिक खेती एवं श्रीअन्न के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए इस तरह का ITF आयोजित कर रहा है। इसके जरिए आर्गेनिक रूप से एवं श्री अन्न से तैयार उत्पादों को बेहतर बाजार मिलेगा। पिपराइच ब्लाक की है चयनित एफपीसी चयनित की गई एफपीसी पिपराइच ब्लाक की है। इसके निदेशक ने शिव कुमार पांडेय ने बताया कि ITF के लिए विशेष तौर पर श्रीअन्न का पाश्ता तैयार कराया गया है। यह पाश्ता रागी और ज्वार मिकस एवं बाजरा व ज्वार मिक्स बना है। इसके साथ ही रागी का लड्डू भी तैयार किया गया है। विभिन्न प्रकार के श्रीअन्न के आटा व चावल भी ले जाए जा रहे हैं। 2022 में हुई थी शुरूआत एफपीसी के निदेशक पिपराइच निवासी शिवराम कृष्ण पांडेय बताते हैं कि उन्होंने 2022 में इस दिशा में काम करना शुरू किया था। 2023 में एफपीसी का गठन किया। प्रदेश में सक्रिय 400 एफपीसी के बीच से इतने बड़े आयोजन के लिए चयनित होकर गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि बंगलुरू में निश्चित ही गोरखपुर एवं उत्तर प्रदेश का सम्मान बढ़ाकर लौटेंगे। उन्होंने बताया कि इस मेले में विदेश की कई फर्में आएंगी। जिससे बाहर से आर्डर मिलेगा। इससे जो आय होगा, उसका लाभ किसानों को भी मिलेगा।

ITF बंगलुरू में स्वाद का जादू बिखेरेगा श्रीअन्न का पाश्ता
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गोरखपुर की एफपीसी को मिली जिम्मेदारी
भारतीय कृषि को नये आयाम देने के लिए, गोरखपुर की किसान उत्पादक संगठन (एफपीसी) को खाद्य पदार्थों की एक अनोखी श्रेणी का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। यह जिम्मेदारी उन्हें श्रीअन्न का पाश्ता प्रस्तुत करने के लिए दी गई है, जो कि बंगलुरू में आयोजित हो रहे अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड फेयर (ITF) में प्रदर्शित होगा। इस फेयर में खाद्य उत्पादन, कृषि तकनीकों, और विशेष रूप से भारतीय खाद्य संस्कृति को प्रमोट करने का एक बड़ा मंच प्रदान किया जा रहा है।
श्रीअन्न का पाश्ता: एक स्वस्थ विकल्प
श्रीअन्न का पाश्ता न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसे उच्च गुणवत्ता वाले अनाज से बनाया गया है, जिससे यह पोषण से भरपूर होता है। यह न केवल स्थानीय किसानों का समर्थन करता है, बल्कि उपभोक्ताओं को प्राकृतिक और जैविक खाद्य विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला भी प्रदान करता है।
उद्योग और कृषि के लिए नया अवसर
यह आयोजन कृषि क्षेत्र में नवाचार और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गोरखपुर एफपीसी के प्रतिनिधियों का मानना है कि इस फेयर के माध्यम से उन्हें उनके उत्पादों को वैश्विक मंच पर पेश करने का एक अद्वितीय अवसर मिलेगा। यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि किसानों के लिए नए अवसर भी उत्पन्न करेगा।
संस्कृति और परंपरा का संगम
श्रीअन्न का पाश्ता भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक जीवंत उदाहरण है। इस फेयर में हिस्सा लेकर, कृषि उत्पादक संगठन न केवल अपने उत्पादों का प्रचार करेंगे, बल्कि वे भारतीय खानपान की समृद्ध परंपरा को भी प्रदर्शित करेंगे, जो कि पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
हमें गर्व है कि यूपी के गोरखपुर ने इस प्रतिष्ठित आयोजन में अपनी पहचान बनाई है। यह न केवल स्थानीय स्तर पर विकास को प्रोत्साहित करेगा बल्कि यूपी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुकिंग के क्षेत्र में भी एक नई पहचान दिलाएगा।
अंत में
ITF बंगलुरू का यह आयोजन निश्चित रूप से एक यादगार अनुभव होगा। यह गोरखपुर की एफपीसी के लिए एक नई शुरुआत है, जो भारतीय खाद्य संस्कृति को वैश्विक मंच पर लाने में मदद करेगा।
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