कुल्लू-मनाली में टोल टैक्स का विरोध:60 किमी का नियम नहीं करता पूरा, 16 महीने से था बंद; CM से मिलेगी संघर्ष समिति
कुल्लू-मनाली के बीच स्थित डोहलू नाला टोल प्लाजा पर एक बार फिर टोल टैक्स वसूली की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह टोल प्लाजा पिछले साल आई प्राकृतिक आपदा के कारण बंद कर दिया गया था। अब 16 महीने बाद इसे फिर से शुरू करने की कोशिशों का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। टोल प्लाजा संघर्ष समिति ने कटराईं के शुभम कैफे में एक बैठक का आयोजन किया। समिति के अध्यक्ष राजगीर महंत ने बताया कि वे पिछले 4 सालों से इस टोल प्लाजा का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के संसद में दिए गए बयान का हवाला देते हुए कहा कि 60 किलोमीटर के नियम को पूरा न करने वाले टोल प्लाजा अवैध हैं। 'सिंगल लेन जैसा टू लेन' वर्तमान में कुल्लू से मनाली तक का मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। कुल्लू गैमन पुल से मनाली तक का मार्ग 4 लेन की बजाय दो लेन का है, जो वर्तमान में सिंगल लेन जैसा हो गया है। समिति के सचिव घनश्याम कपूर ने बताया कि उन्होंने टोल प्लाजा के मैनेजर अनुराग चौहान को विरोध से अवगत करा दिया है। समिति के संयोजक वीर सिंह ठाकुर ने स्पष्ट किया कि जब तक टोल प्लाजा को नियमानुसार नहीं हटाया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। खराब सड़कों पर टोल टैक्स वसूली को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है और वे इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाने की तैयारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से मिलेगी समिति समिति ने निर्णय लिया कि विंटर कार्निवाल के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मिलकर उनसे भी टोल प्लाजा का विरोध जताया जाएगा और उनसे निवेदन किया जाएगा कि इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री से भी बात करें। विधायक भुवनेश्वर गौड़ सहित समिति के सदस्यों पर कोर्ट में केस चल रहे हैं। एक केस भुवनेश्वर गौड़ व दूसरा केस समिति के अध्यक्ष राजगीर महंत के नाम से चल रहा है, जिसमें कुल 16 लोगों के नाम शामिल हैं। टोल प्लाजा के मैनेजर अनुराग चौहान ने कहा कि वे अपने उच्च अधिकारियों से समिति के विरोध के बारे में अवगत करवाएंगे। उन्होंने कहा कि टोल प्लाजा हालांकि बीते शनिवार से शुरू होना था मगर अभी काम पूरा नहीं होने कारण कुछ दिनों में शुरू किया जाएगा।

कुल्लू-मनाली में टोल टैक्स का विरोध: 60 किमी का नियम नहीं करता पूरा, 16 महीने से था बंद; CM से मिलेगी संघर्ष समिति
कुल्लू-मनाली क्षेत्र में हाल ही में टोल टैक्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने इस टोल उपाय को लेकर गंभीर चिंता जताई है। टोल टैक्स नियम के अनुसार, 60 किमी की दूरी तक यात्रा करने वाले वाहनों से टोल वसूला जाना चाहिए था, लेकिन यह नियम सही तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है। इस कारण लोगों को विभिन्न दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
टोल टैक्स का विवाद
कुल्लू-मनाली में पिछले 16 महीनों से टोल टैक्स वसूली बंद थी, और स्थानीय निवासियों का मानना है कि इस दौरान नियमों में बदलाव किए बिना टोल को फिर से लागू करना अन्याय है। स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठाते हुए मुख्यमंत्री से मिलने की अपील की है। उन्होंने संघर्ष समिति का गठन किया है, जो इस मामले को सुलझाने के प्रयास में जुटी है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों के अनुसार, टोल टैक्स की वसूली से पहले उपरोक्त नियम को सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए। उन्हें लगता है कि बिना किसी उचित कारण के टोल वसूला जाना गलत है, और इससे पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आगे की योजना
संघर्ष समिति की अगुवाई में, स्थानीय लोग मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे और उनसे इस मुद्दे पर उचित कार्यवाई की उम्मीद कर रहे हैं। इस बैठक के जरिए वे टोल टैक्स की स्थिति स्पष्ट करने और समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
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