गोंडा में देर रात सड़क पर निकली डीएम:गैस हीटर और अलाव जल रहे स्थान का किया निरीक्षण, रैन बसेरे में रुके लोगों से की बात
गोंडा में देर रात नेहा शर्मा द्वारा ठंड से बचाव को लेकर किए गए इंतजामों का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया है। जहां निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जहां-जहां गैस हीटर और अलाव जलाए जा रहे हैं। वहां पहुंच करके इंतजामों की हकीकत देखी है और लोगों को सख्त निर्देश भी दिया है। डीएम नेहा शर्मा ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जहां-जहां गैस हिटर लगाए गए हैं। बंद नहीं होने चाहिए साथ ही जहां पर भी अलाव जलाए जा रहे हैं वहां पर हर समय अलाव जलते रहे। अगर कहीं लापरवाही मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी ठंड से बचाव को लेकर कोई लापरवाही ना बरतें। देर रात अलाव को लेकर किए गए इंतजामों के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया गया और लोगों को रोकने के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया। रैन बसेरे के निरीक्षण के दौरान डीएम नेहा शर्मा ने रैन बसेरे में रुके हुए लोगों से जानकारी ली और किसी भी प्रकार के दिक्कत होने पर अधिकारियों को बताने के भी निर्देश दिए है। दरअसल सबसे पहले जिलाधिकारी नेहा शर्मा गुरु नानक चौराहे पर ठंड से बचाव को लेकर लगाए गैस सीटर का निरीक्षण किया रोडवेज बस स्टाफ के पास लगाए गए गैस हिटर और जलाए गए अलाव का निरीक्षण किया। नगर पालिका द्वारा रोडवेज बस स्टॉप के पास बनाए गए रैन बसेरे का निरीक्षण किया, बड़गांव चौराहे पर जलाए गए अलाव का निरीक्षण किया। गोंडा रेलवे स्टेशन के पास लगाए गए गैस हिटर और अलाव का भी निरीक्षण किया। देर रात निरीक्षण के दौरान गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा द्वारा जरूरतमंद लोगों को कंबल का भी वितरण किया गया है और अधिकारियों को अपने-अपने तहसीलों में वितरित करने के भी निर्देश दिए हैं।

गोंडा में देर रात सड़क पर निकली डीएम
गोंडा में हाल ही में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया, जब जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) रात के समय सड़क पर निकलीं। यह कदम उन लोगों के लिए तत्काल राहत सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया, जो रात में खुले में रहकर शीतलन के कारण परेशान हो सकते थे। डीएम ने गैस हीटर और अलाव जलने के स्थान का भी निरीक्षण किया, जिससे ठंड से प्रभावित व्यक्तियों को सहायता प्रदान की जा सके।
डीएम का निरीक्षण: ठंड से राहत पहुंचाना
जिला मजिस्ट्रेट ने रैन बसेरे में रुके लोगों से बात करके उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं का व्यक्तिगत रूप से आकलन किया। इस दौरान, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सभी सुविधाएं सही से काम कर रही हैं और कोई व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो। डीएम की इस पहल ने स्थानीय निवासियों के बीच एक सकारात्मक संदेश भेजा, जिसमें यह दर्शाया गया कि प्रशासन उनकी स्थिति को लेकर संवेदनशील है।
सामाजिक जागरूकता बढ़ाना
गोंडा की इस घटना ने सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। सर्दियों के मौसम में, विशेषकर वंचित लोगों के लिए, प्रशासन द्वारा उचित कदम उठाना आवश्यक है। रैन बसेरे और दूसरी सुविधाओं का अनुगमन करना, यह दिखाता है कि प्रशासन उन लोगों का ध्यान रख रहा है, जो इस मौसम के कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
मुख्य बात यह है कि डीएम के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझते हुए स्थानीय प्रशासन ठोस कार्रवाई कर रहा है। इस तरह की पहल न केवल तुरंत राहत प्रदान करती है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी फैलाती है।
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निष्कर्ष
डीएम का यह निरीक्षण दर्शाता है कि प्रशासन ठंडी रातों में भी लोगों के साथ खड़ा है। यह न केवल तात्कालिक राहत प्रदान करता है, बल्कि यह एक बढ़िया उदाहरण भी है कि कैसे स्थानीय प्रशासन समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्रिय रह सकता है। Keywords: गोंडा में डीएम, गोंडा में सड़क पर डीएम, गैस हीटर और अलाव, रैन बसेरे में रुके लोग, गोंडा समाचार, डीएम निरीक्षण, ठंड से राहत, प्रशासन की पहल, सामाजिक जागरूकता, indiatwoday.com.
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