नगर निगम के 4 अधिकारियों को नोटिस जारी:आईजीआरएस निस्तारण की आख्या समय पर न देने पर नगर आयुक्त ने दी चेतावनी
आईजीआरएस में प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण की आख्या समय से उपलब्ध न कराने पर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने 4 अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये हैं। 3 दिनों में नोटिस का जवाब न देने पर एक दिन के वेतन की कटौती के आदेश दिये गये हैं। 15 दिन में करना होगा निस्तारण आईजीआरएस में प्राप्त होने वाली शिकायतों के प्रभावी निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को नगर आयुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि शिकायत का हर हाल में 15 दिनों में निस्तारण कर दिया जाए। इसके अलावा निस्तारण आख्या प्रकोष्ठ को निस्तारण अवधि से 3 दिन पूर्व उपलब्ध कराई जाए। जिससे निस्तारित शिकायत की गुणवत्ता पूर्ण जांच की जा सके। लेकिन कुछ अधिकारी इसका पालन ठीक प्रकार से नहीं कर रहे हैं। दिक्कतें आ रही हैं इसकी वजह से समस्याओं के निस्तारण को लेकर शिकायतकर्ता द्वारा इस प्रकार की कंपलेंट की जा रहीं हैं कि उनकी समस्या का निस्तारण जल्दबाजी या वाजिब तरीके से नहीं किया गया है। डिफाल्टर डेट पर आख्या उपलब्ध कराये जाने से दिक्कतें पेश आ रही हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त ने अधिशासी अभियंता निर्माण अरविंद श्रीवास्तव, अवर अभियंता लाइट आफरीन, एसएफआई लक्की शर्मा और एसएफआई योगेन्द्र कुशवाह को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन में स्पष्टीकरण देने के आदेश दिये हैं। लापरवाही पर नपेंगे अधिकारी नालों की पुलिया और नालियों की सफाई के बाद मेनहोल और स्लैब रखने में लापरवाही करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर सीधे कार्रवाई की जाएगी। शंकरगढ़ पुलिया पर हादसे के बाद भी कुछ कर्मचारी सफाई आदि के बाद नाले व नालियों के मेनहोल और स्लैब रखने में लापरवाही बरत रहे हैं। इस प्रकार शिकायतों के संज्ञान में आने के बाद नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी जारी की है।

नगर निगम के 4 अधिकारियों को नोटिस जारी: आईजीआरएस निस्तारण की आख्या समय पर न देने पर नगर आयुक्त ने दी चेतावनी
हाल ही में नगर निगम के चार अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। नगर आयुक्त ने उन्हें चेतावनी दी है कि आईजीआरएस (इंटरएक्टिव ग्रीन फीडबैक सिस्टम) निस्तारण की आख्या समय पर न देने के कारण उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। यह कदम नगर निगम की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
आईजीआरएस की महत्ता
आईजीआरएस प्रणाली एक महत्वपूर्ण टूल है, जिसका उद्देश्य जनता की शिकायतों का शीघ्र और प्रभावी निस्तारण करना है। नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यदि अधिकारी अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति लापरवाह रहेंगे, तो इससे शहर के विकास में बाधा उत्पन्न होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे समय सीमा के भीतर सभी शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें।
शिकायतों का निस्तारण
नगर निगम द्वारा प्राप्त शिकायतों का सही समय में निस्तारण होना न केवल सरकारी जिम्मेदारी है, बल्कि यह नागरिकों के प्रति भी उनकी जवाबदेही है। अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस नोटिस जारी करने के बाद अधिकारियों में चिंता का माहौल है। कुछ अधिकारियों ने इस मुद्दे पर अपनी आपत्ति भी जताई है, लेकिन नगर आयुक्त ने कहा है कि अगर अधिकारी समय का सही उपयोग नहीं करते हैं, तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे।
इस प्रकार, नगर निगम का यह प्रयास अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करने और नगर विकास में सुधार करने के लिए है।
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