घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेगा 'नेक नागरिक सम्मान':सड़क हादसों में मौत के मामले में यूपी पहले नंबर पर, सीट बेल्ट–हेलमेट का करें प्रयोग
जवाहर नगर स्थित ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चीफ गेस्ट आरटीओ राकेंद्र सिंह ने बताया कि देश में सड़क हादसों में होने वाली मौत के आंकड़ों में यूपी नंबर एक पर है। हादसों के बाद गोल्डन ऑवर में मरीज को अस्पताल पहुंचाने पर उसे बचाया जा सकता है। एक घंटे में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को 5000 का पुरस्कार देकर नेक नागरिक सम्मान से नवाजा जाएगा। यातायात नियमों के प्रति जागरूक करते हुए आरटीओ ने बताया कि सड़क सुरक्षा से संबंधित चार स्तंभ है, जिनमें पहला जागरूकता कार्यक्रम है। गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट या हेलमेट का प्रयोग करें, निर्धारित गति सीमा से अधिक गति में वाहन न चलाएं, सड़क किनारे लगे संकेतकों का पालन करें। गाड़ी चलाते समय मादक पदार्थों का सेवन न करें। स्टंट ड्राइविंग बना युवाओं का शौक आज कल युवाओं में स्टंट ड्राइविंग का शौक बन गया है, जो बड़ी दुर्घटनाओं का कारण होता है। बच्चों का जीवन अनमोल है, इसका कोई विकल्प नहीं हो सकता है। उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस वे स्टेट कहा जाता है, अनेक सुविधाएं बढ़ने के साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। विशिष्ट अतिथि आरटीओ विदिशा सिंह ने कहा कि देश में महामारी से जितनी मौतें नहीं होती, उससे कहीं अधिक सड़क दुर्घटना में होती हैं। जिनमें 80 प्रतिशत घटनाएं चालकों की लापरवाही से होती है। विद्यालय की छात्राओं की ओर से यातायात के दौरान सावधानी व बचाव से संबंधित एक लघु नाटिका का मंचन भी किया। जागरुकता कार्यक्रम में यह हुए शामिल इस दौरान ओंकारेश्वर ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के वरिष्ठ संरक्षक डॉ. अंगद सिंह, प्रबंध निदेशक डॉ. पूजा अवस्थी, महानिदेशक डॉ. नीरजा अग्निहोत्री ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान प्रधानाचार्य राममिलन सिंह, छात्र संसद की प्रधानमंत्री स्तुति द्विवेदी, डॉ. ओम प्रकाश सिंह, आर.के सिंह मौजूद रहे।

घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेगा 'नेक नागरिक सम्मान'
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं के बीच, राज्य सरकार ने एक नई पहल शुरू की है। 'नेक नागरिक सम्मान' योजना का उद्देश्य नागरिकों को सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह सम्मान उन लोगों को दिया जाएगा, जो घायल व्यक्तियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाएंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य सड़क पर सुरक्षा को बढ़ावा देना और लोगों को सहायता करने की प्रेरणा देना है।
यूपी में सड़क हादसों का बढ़ता आंकड़ा
इस साल उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, यह राज्य सड़क हादसों में सबसे पहले नंबर पर है, जो चिंता का विषय है। सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए, सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का निर्णय लिया है।
सीट बेल्ट और हेलमेट का प्रयोग
सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए सरकार ने यह भी सुझाव दिया है कि सभी ड्राइवर और मोटर साइकिल चालक सीट बेल्ट और हेलमेट का प्रयोग करें। इन सुरक्षा उपकरणों का सही इस्तेमाल जीवन को बचाने में सहायक हो सकता है।
नागरिकों की भूमिका
गांव-नगर में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए नागरिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। घायलों को जल्दी से अस्पताल पहुंचाना उनके जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर बन सकता है। इसलिए, 'नेक नागरिक सम्मान' योजना अनुग्रहित नागरिकों को उनके प्रयासों के लिए सराहेगी।
आपकी जानकारी के लिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर कोई सड़क पर सुरक्षित रहे, यह हमारा सामूहिक उत्तरदायित्व है। इस दिशा में यदि हम सभी थोड़ा-सा प्रयास करें, तो हम सड़क पर सुरक्षा को एक नई दिशा दे सकते हैं।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं।
निष्कर्ष
यूपी सरकार की 'नेक नागरिक सम्मान' योजना सड़कों पर होने वाले हादसों के प्रति एक सकारात्मक पहल है। नागरिकों को प्रोत्साहित कर यह योजना न केवल घायलों की मदद करेगी, बल्कि सड़क पर सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएगी। चलिए, हम सब मिलकर एक सुरक्षित सड़क परिवहन बनाएं। Keywords: 'नेक नागरिक सम्मान', 'यूपी सड़क हादसों', 'घायल अस्पताल पहुंचाना', 'सड़क सुरक्षा', 'सीट बेल्ट हेलमेट', 'यूपी सड़क सुरक्षा नीति', 'रस्ते पर मदद', 'घायल व्यक्तियों की सहायता', 'सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम', 'सुरक्षित सड़क परिवहन' News by indiatwoday.com
What's Your Reaction?






