नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों का जोरदार विरोध:विकास कार्यों में लापरवाही पर भड़के पार्षद, कूड़े के ढेर और अवैध अतिक्रमण पर अधिकारियों को घेरा
मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। पांडव नगर स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित बैठक में शहर की बुनियादी समस्याओं को लेकर तीखी बहस देखने को मिली। पार्षदों ने शहर की साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और अवैध अतिक्रमण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अधिकारियों को घेरा। भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने कूड़े के निस्तारण के लिए एनटीपीसी से जुड़े सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि 2017 में हुए अनुबंध के बाद भी लोहिया नगर और गांवड़ी में कूड़े के पहाड़ बढ़ते जा रहे हैं। भाजपा पार्षद प्रवीण अरोड़ा ने अपर आयुक्त ममता मालवीय और शरद पाल पर कार्य में लापरवाही का आरोप लगाया। वहीं, पार्षद अनुज वशिष्ठ ने ग्रीन बेल्ट में अवैध अतिक्रमण की समस्या उठाई। पार्षद संदीप गोयल, राजीव गुप्ता और पंकज गोयल ने भी विकास कार्यों में अधिकारियों की उदासीनता पर नाराजगी जताई। मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने पार्षदों से मर्यादा में रहकर अपनी बात रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को उठाया जाए, लेकिन अनुशासन बनाए रखा जाए। बैठक में अधिकारियों की ओर से अधिकांश सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से पार्षदों में रोष देखा गया।

नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों का जोरदार विरोध
हाल ही में नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने विकास कार्यों में लापरवाही के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। इस दौरान पार्षदों ने सड़कों पर कूड़े के ढेर और अवैध अतिक्रमण को लेकर अधिकारियों पर तीखे सवाल उठाए। नगर निगम की यह बैठक नागरिकों की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए आयोजित की गई थी। लेकिन बैठक में पार्षदों का गुस्सा इस बात से नजर आया कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहा है।
पार्षदों का गुस्सा: अव्यवस्था और लापरवाही
बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों को घेरते हुए कहा कि शहर में अव्यवस्था बढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कूड़े के ढेर जगह-जगह पड़े हुए हैं, जिससे न केवल नगर की सुंदरता बिगड़ रही है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है। पार्षदों ने कहा कि अधिकारियों को इस विषय पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है।
अवैध अतिक्रमण की समस्या
अवैध अतिक्रमण के मुद्दे पर भी पार्षदों ने अधिकारियों को कठोर शब्दों में चेताया। उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल नगरपालिका के विकास को बाधित नहीं कर रही है, बल्कि नागरिकों के जीवन को भी प्रभावित कर रही है। पार्षदों ने मांग की कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएं।
विश्लेषण और प्रतिक्रिया
इस बैठक में पार्षदों की प्रतिक्रिया स्पष्ट करती है कि नागरिकों के मुद्दों को लेकर संतोष नहीं है। कई पार्षदों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी आवाज उठाई है, जिससे और अधिक दबाव बनता है कि नगर निगम को समस्याओं का समाधान जल्दी करना चाहिए। इस स्थिति को देखते हुए, सभी संबंधित अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है।
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