प्रधानमंत्री मोदी बोले हर-हर महादेव, काशी बोली जय श्रीराम:PM के 05 भोजपुरी अंदाज, बताया-कैसे बदलती काशी खींच रही पूर्वांचल के विकास के रथ का पहिया

काशी की धरती पर कदम रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब नमः पार्वती पतये हर-हर महादेव का नारा लगाया, काशीवासियों ने श्रीराम के नारे से उनका अभिवादन किया। पूरा पंडाल जय श्रीराम के नारे से गूंज उठा। पीएम मोदी ने काशी के राजातालाब में मेंहदीगंज की सभा में भोजपुरी अंदाज में बातें कर पूर्वांचल की माटी से खुद को।जोड़ते हुए अपनेपन का एहसास दिलाया। अपने 35 मिनट की स्पीच में जब जब प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी के जरिए अपनी बात रखी, मेंहदीगंज स्थित सभास्थल हर हर महादेव, जय श्रीराम के नारे और तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। पहले पढ़िए मोदी की पांच बातें जो उन्होंने भोजपुरी अंदाज में कही 1 - काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम बा, आप सब लोगन हमे आपन आशीर्वाद देला, हम इ प्रेम क कर्जदार हई। काशी हमार हव, हम काशी के हई। 2 - जऊने काशी को स्वयं महादेव चलावेलन आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हव। 3 - पहिले किसी को चुनार से शिवपुर जाना होता तो धूल, धूप में तपकर, घंटों जाम में फंसकर जाना पड़ता, अब फुलवरिया के फ्लाईओवर बन गईल हव, अब रास्ता भी छोटा, समय भी बचत हव, जीवन भी राहत में हव। 4 - साथियों पहिले गाजीपुर जाए में कई घंटा लगत रहल। अब गाजीपुर, जौनपुर मिर्जापुर हर शहर जाए के रास्ता चौड़ा हो गयल हव। 5 - मंडुवाडीह और भिखारीपुर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी, हमके खुशी हव इहो मांग आज पूरा होए जात हव। अब जानिए वो 10 बातें जो PM मोदी ने काशी को लेकर कही 1 - काशी ने आधुनिक समय को साधा है विरासत को संजोया है। भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में काम किया। काशी अब सिर्फ पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी है। 2 - काशी अब पूर्वाचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। जिस काशी को स्वयं महादेव संचालित करते हैं, आज वही काशी पूर्वांचल के विकास के रथ को खींच रही है। 3 - हमें काशी को निरंतर सशक्त करते रहना है। हमें काशी को सुंदर और स्वप्निल बनाए रखना है। काशी की पुरातन आत्मा को, आधुनिक काया से जोड़ते रहना है। 4 - भारत विकास और विरासत, दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। 5 - यहां गंगा जी का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलंग रंग दिखता है। काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से, एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं। 6 - काशी में एकता मॉल भी बनने जा रहा है। इस एकता मॉल में भारत की विविधता के दर्शन होंगे। एक ही छत के नीचे भारत के हर जिले में बनने वाले सारे उत्पाद मिलेंगे। 7 - हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है, बनारस, बहुत बदल गया है। काशी आने वाले यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं सुविधाओं की प्रशंसा करते हैं। 8 - काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल भी शुरू हो गया है। बनारस अब दुनिया के चुनंदा ऐसे शहरों में होगा, जहां रोपवे की सुविधा होगी। 9 - भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी। इसकी भी मांग पूरी हुई। बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने के लिए नया पुल भी बनने जा रहा है। इससे एयरपोर्ट और अन्य जनपदों से सारनाथ जाने के लिए शह के अंदर जाने की जरूरत नहीं पडेगी। 10 - काशी के युवाओं को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लगातार मौके मिलें। वर्ष 2036 में, ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम प्रयासरत हैं। लेकिन ओलंपिक में मेडल प्राप्त करने के लिए काशी के नौजवानों को अभी से लगना पड़ेगा। इसलिए आज, बनारस में नए स्टेडियम बन रहे हैं। युवा साथियों के लिए अच्छी फैसिलिटी बनायी जा रही है। नया स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स खुल गया है। अब समझिए, पीएम ने क्यों कहा पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे का केंद्र है काशी प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी अब पूर्वाचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में हैं। अगर काशी 'की सड़कें, रेल और एयरपोर्ट की स्थिति 10 वर्ष पूर्व जैसी रहती, तो काशी की हालत कितनी खराब हो गई होती। पहले छोटेन-छोटे त्योहारों के दौरान भी यहां जाम लग जाता था। जैसे किसी को चुनार से आना हो और शिवपुर जाना हो, तो उसको पूरा बनारस घूम कर, जाम में फंसकर जाना पड़ता था। फुलवरिया फ्लाईओवर बनने से समय तथा दूरी में काफी बचत हो रही है। ऐसे ही जनपद जौनपुर और गाजीपुर के ग्रामीण क्षेत्रं के लोगों को आने-जाने और बलिया, मऊ, गाजीपुर जनपदों के लोगों को एयरपोर्ट जाने के लिए वाराणसी शहर के भीतर से जाना होता था। घंटों लोग जाम में फंसे रहते थे। लेकिन अब रिंग रोड से कुछ ही मिनट में लोग इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जनपद गाजीपुर जाने में कई घण्टों का समय लगता था। अब जनपद गाजीपुर, जौनपुर, मीरजापुरभ आजमगढ़ शहर में जाने का रास्ता चौड़ा हो गया है। जहां पहले जाम था, आज वहॉँ विकास की रफ्तार दौड़ रही है। बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी पर करीब 45 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इस निवेश का लाभ आज पूरी काशी तथा आसपास के जनपदों को मिल रहा है। लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है। जब एयरपोर्ट बड़ा हो रहा है, तो उसको जोड़ने वाली सुविधाओं का विस्तार भी ज़रूरी था। इसलिए अब एयरपोर्ट के पास 06-लेन की अण्डरग्राउण्ड टनल बनने जा रही है। आज जनपद भदोही, गाजीपुर और जौनपुर के रास्तों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरु हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आगामी कुछ महीनों में जब यह सभी विकास कार्य पूरे हो जाएंगे तब बनारस में आवाजाही और भी आसान होगी। रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेंगा। इसके साथ-साथ, कमाई-दवाई के लिए बनारस आने वालों को भी बहुत सुविधा होगी। डेयरी उद्योग ने बदली पूर्वांचल के परिवारों की किस्मत बनास डेयरी ने काशी में हजारों प

Apr 12, 2025 - 02:59
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प्रधानमंत्री मोदी बोले हर-हर महादेव, काशी बोली जय श्रीराम:PM के 05 भोजपुरी अंदाज, बताया-कैसे बदलती काशी खींच रही पूर्वांचल के विकास के रथ का पहिया
काशी की धरती पर कदम रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब नमः पार्वती पतये हर-हर महादेव का न

प्रधानमंत्री मोदी बोले हर-हर महादेव, काशी बोली जय श्रीराम

प्रधानमंत्री मोदी का भोजपुरी अंदाज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने एक भाषण में भोजपुरी अंदाज में संबोधित कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। उन्होंने 'हर-हर महादेव' का उद्घोष करते हुए काशी को जय श्रीराम के नारे में शामिल किया। यह न केवल एक धार्मिक संदर्भ प्रस्तुत करता है, बल्कि काशी की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है।

काशी का विकास

काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र है। मोदी ने इस मौके पर बताया कि काशी कैसे पूर्वांचल के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण पहलवान बन रही है। उन्होंने काशी के विकास के रथ का पहिया आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया है, जिससे स्थानीय समुदाय को लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

काशी का ऐतिहासिक महत्व

काशी एक प्राचीन शहर है, जो तीन हजार साल से अधिक पुराना है। यहाँ ताजे विद्या, संस्कृति और धार्मिक विविधता का आदान-प्रदान होता है। पीएम मोदी ने इस शहर की विशेषताओं और ऐतिहासिक महत्व को उजागर करते हुए इससे संबंधित कई पहल की चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी के भोजपुरी अंदाज में बयानों की विशेषताएं

मोदी के भोजपुरी भाषण ने जनसामान्य को एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया। उन्होंने पांच अलग-अलग भोजपुरी अंदाज साझा किए, जो दर्शाते हैं कि कैसे सामान्य भाषा का उपयोग भी प्रभावी हो सकता है। यह लोगों के दिलों में उनकी आवाज को गहराई से छूता है।

उदाक्षा के साथ पूर्वांचल का विकास

प्रधानमंत्री ने काशी में हो रहे विकास कार्यों के बारे में बताया कि कैसे ये कार्य पूर्वांचल को समृद्धि की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जनहित योजनाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।

इस प्रकार, प्रधानमंत्री मोदी ने काशी की सांस्कृतिक धरोहर को जोड़ते हुए विकास की नई दृष्टि पेश की है। यह श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है।

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