प्रापर्टी डीलर के घर फायरिंग करने वाले आरोपी का कबूलनामा:गोरखपुर में माफिया विनोद उपाध्याय के भाई ने कराई थी फायरिंग, संजय उपाध्याय की शुरू हुई तलाश

गोरखपुर के शाहपुर में प्रॉपर्टी डीलर के घर फायरिंग करने के आरोपी गौरव पांडेय से पुलिस ने शनिवार को सात घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ में गौरव ने कबूल किया कि उसने यह हमला माफिया विनोद उपाध्याय के भाई संजय उपाध्याय के कहने पर किया था। उसने यह भी बताया कि घटना में इस्तेमाल बाइक और मोबाइल संजय के पास है। बयान के बाद पुलिस ने संजय उपाध्याय की तलाश तेज कर दी है। पहले मिली थी राहत, अब फिर गिरफ्तारी की तैयारी इस मामले में पुलिस ने पहले दिन ही संजय उपाध्याय और अन्य आरोपियों पर रंगदारी और फायरिंग का केस दर्ज किया था। संजय को हिरासत में लेकर पूछताछ भी हुई, लेकिन सबूतों की कमी के चलते उसे छोड़ दिया गया था। अब गौरव पांडेय के खुलासे के बाद पुलिस ने दोबारा शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गौरव पांडेय लंबे समय तक पुलिस को चकमा देता रहा। इस दौरान उसे जिन लोगों ने शरण दी, उनके नाम भी पुलिस को मिल चुके हैं। अब शरण देने वालों पर भी कार्रवाई होगी। गुंडई के पुराने रिकॉर्ड, बसपा से हो चुका निष्कासन पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, BSP शासनकाल में संजय उपाध्याय ने कौवाबाग चौकी में घुसकर पुलिसकर्मियों से विवाद किया था। इस मामले में उसके साथ माफिया विनोद उपाध्याय पर भी केस दर्ज हुआ था। इस घटना के बाद बसपा ने विनोद उपाध्याय को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। 25 मई 2024 को कैंट इलाके के दाउदपुर नहर रोड निवासी प्रवीण श्रीवास्तव ने गुलरिहा थाने में संजय और विनोद उपाध्याय समेत तीन अन्य के खिलाफ रंगदारी और धमकी देने का केस दर्ज कराया था। सिविल कोर्ट में किया था सरेंडर गौरव पांडेय पुलिस को चकमा देकर फरारी काट रहा था, लेकिन आखिर में उसने खुद को माफिया की तरह पेश करते हुए सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। वह लंबे समय तक विनोद उपाध्याय के साथ रहा और उसके इशारे पर काम करता था। गौरव ने चलाई बाइक, अंबिका ने बरसाई थीं गोलियां पुलिस जांच में सामने आया कि 18 फरवरी को आरोपी अंकित पासवान ने खुद को विनोद उपाध्याय का भाई बताकर प्रॉपर्टी डीलर अंकु शुक्ल से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। 19 फरवरी को धमकी भरा कॉल भी किया गया। जब बात नहीं बनी, तो 23 फरवरी को अंबिका और गौरव शुक्ल के घर पहुंचे, लेकिन फायरिंग नहीं कर सके। 24 फरवरी को दोनों फिर से बाइक से आए और शाहपुर इलाके में अंकु शुक्ल के घर पर चढ़कर अंबिका ने गोलियां चला दीं। गिरफ्तारी और बरामदगी इस मामले में शाहपुर पुलिस और SOG टीम ने पांच मार्च को संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में— • अंकित पासवान उर्फ मंटू (शाहपुर चरगांवा) • अंबिका पासवान • नितिन मिश्रा (गुलरिहा, रामपुर बुजुर्ग) • साहिल अली (चिलुआताल, करीमनगर पोखर भिंडा) • शुभम श्रीवास्तव (गुलरिहा, सेमरा नंबर दो) इनके पास से दो अवैध पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, दो बोलेरो और एक बाइक बरामद की गई। SP सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि आरोपी गौरव पांडेय से शाहपुर थाने में पूछताछ की गई। उसने बताया कि घटना में इस्तेमाल बाइक और मोबाइल संजय उपाध्याय के पास है। संजय के खिलाफ पहले ही केस दर्ज है, अब उसके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई होगी।

Mar 30, 2025 - 00:59
 53  100290
प्रापर्टी डीलर के घर फायरिंग करने वाले आरोपी का कबूलनामा:गोरखपुर में माफिया विनोद उपाध्याय के भाई ने कराई थी फायरिंग, संजय उपाध्याय की शुरू हुई तलाश
गोरखपुर के शाहपुर में प्रॉपर्टी डीलर के घर फायरिंग करने के आरोपी गौरव पांडेय से पुलिस ने शनिवार क

प्रापर्टी डीलर के घर फायरिंग करने वाले आरोपी का कबूलनामा: गोरखपुर में माफिया विनोद उपाध्याय के भाई ने कराई थी फायरिंग

गोरखपुर में प्रापर्टी डीलर के घर पर हुई फायरिंग को लेकर नया खुलासा हुआ है। आरोपी ने कबूल किया है कि यह फायरिंग माफिया विनोद उपाध्याय के भाई संजय उपाध्याय के निर्देश पर की गई थी। यह घटना गोरखपुर के एक रिहायशी इलाके में हुई, जहां स्थानीय लोगों ने दोपहर के समय गोलियों की आवाज सुनी थी। बाद में जांच में पता चला कि इस फायरिंग का उद्देश्य प्रापर्टी डीलर को डराना था।

कबूलनामा और जांच प्रक्रिया

आरोपी के कबूलनामे के बाद पुलिस ने संजय उपाध्याय की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, संजय उपाध्याय एक संदिग्ध और क्रिमिनल पृष्ठभूमि का व्यक्ति है। गोरखपुर पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की है। फायरिंग के बाद आसपास के क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है ताकि संजय उपाध्याय को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार किया जा सके।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने इस हिंसक घटना पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि गोरखपुर में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, और ऐसे माफिया तत्वों के कारण आम जनता में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से अधिक सुरक्षा और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

फायरिंग का कारण

प्रापर्टी डीलर के साथ संपत्ति संबंधी विवाद को लेकर यह फायरिंग की गई थी। माफिया विनोद उपाध्याय के भाई संजय उपाध्याय ने डीलर को सबक सिखाने की योजना बनाई थी, जिसके तहत यह फायरिंग कराई गई। ऐसे मामले गोरखपुर में आम हो गए हैं, और यह एक चेतावनी है कि समय रहते पुलिस को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

यह घटना न केवल प्रापर्टी डीलर के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह गोरखपुर के नागरिकों के लिए भी एक गंभीर संकेत है कि उनके सुरक्षा की स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। News by indiatwoday.com Keywords: गोरखपुर फायरिंग घटना, प्रापर्टी डीलर घर फायरिंग, विनोद उपाध्याय भाई संजय उपाध्याय, कबूलनामा फायरिंग, माफिया गतिविधियां गोरखपुर, संजय उपाध्याय तलाश, गोरखपुर अपराध स्थिति, प्रापर्टी विवाद गोरखपुर, पुलिस कार्रवाई गोरखपुर, स्थानीय लोगों की चिंता

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow