शास्त्री ने बताई कोहली के संन्यास की वजह:कहा- लोगों के कमेंट्स से मानसिक रुप से परेशान थे; 2-3 साल और खेल सकते थे
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने विराट कोहली के रिटायरमेंट की वजह का खुलासा किया है। शास्त्री के अनुसार 'कोहली लगातार सार्वजनिक टीका-टिप्पणी से मानसिक रूप से थक चुके थे।' शास्त्री ने ICC रिव्यू में बताया कि उन्होंने संन्यास का फैसला सार्वजनिक करने से पहले कोहली से बात की थी। पूर्व भारतीय कोच ने कहा- 'मैंने उनसे इस बारे में बात की थी। मुझे लगता है कि उनके संन्यास की घोषणा से एक सप्ताह पहले उनका दिमाग बहुत स्पष्ट था। उन्हें कोई पछतावा नहीं है। विराट ने मुझे चौंका दिया क्योंकि मुझे लगा कि उनमें टेस्ट क्रिकेट के लिए कम से कम दो-तीन साल बाकी हैं। जब आप मानसिक रूप से थके हुए होते हैं तो यही आपके शरीर को बताता है।' विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने एक इंस्टा पोस्ट में लिखा- 'टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया, वो पाठ सिखाए जो जिंदगीभर मुझे याद रहेंगे।' कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। कोहली के संन्यास पर रवि शास्त्री ने कहा- मैं विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले से हैरान था। क्योंकि मुझे लगता है कि विराट में टेस्ट खेलने के लिए 2-3 साल और बचे थे। रवि शास्त्री की 4 बातें- शास्त्री-कोहली की जोड़ी सबसे सफल रही शास्त्री ने कोहली के साथ भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल कोच-कप्तान की जोड़ी बनाई। इस जोड़ी ने 2018 में भारत ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जिताई। तब भारत ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट सीरीज हराने वाली पहली एशियाई टीम बनी थी। इतना ही नहीं, इस जोड़ी ने भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले साइकल के फाइनल में भी पहुंचाया था। साथ ही इस जोड़ी ने 43 महीने तक भारत को दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम बनाए रखा था। ----------------------------------------------------- विराट कोहली से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए... कैफ बोले- लगता है विराट टेस्ट खेलना जारी रखना चाहते थे पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का मानना है कि विराट कोहली इंग्लैंड सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार थे। लेकिन, उन्हें अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति का समर्थन नहीं मिला। पढ़ें पूरी खबर

शास्त्री ने बताई कोहली के संन्यास की वजह: कहा- लोगों के कमेंट्स से मानसिक रुप से परेशान थे; 2-3 साल और खेल सकते थे
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने हाल ही में क्रिकेट के सितारे विराट कोहली के संन्यास के कारणों पर अपनी राय दी है। शास्त्री के अनुसार, कोहली निरंतर सार्वजनिक टीका-टिप्पणी और आलोचनाओं से मानसिक रूप से थक गए थे। यह जानकारी उन्होंने ICC रिव्यू में साझा की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कोहली का संन्यास सिर्फ खेल का हिस्सा नहीं था, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ था।
कोहली की जर्नी: एक संक्षिप्त दृष्टि
विराट कोहली ने अपने करियर में अनेक उपलब्धियों को हासिल किया है। उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और इसके बाद अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से न केवल भारतीय टीम बल्कि विश्व क्रिकेट में भी अपना नाम स्थापित किया। कोहली की नेतृत्व क्षमता और बल्लेबाजी कौशल के कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बहुत प्रशंसा मिली। लेकिन उनकी हालिया रिटायरमेंट ने सभी को चौंका दिया।
रविवार की बातें: शास्त्री का दृष्टिकोण
रवि शास्त्री ने कहा, "मैंने कोहली से बात की थी, और मुझे लगता है कि उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा से ठीक एक सप्ताह पहले स्पष्ट दिमाग में निर्णय लिया। उन्हें किसी प्रकार का पछतावा नहीं है।" शास्त्री ने यह भी कहा कि उन्हें लगा कि कोहली में टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए 2-3 साल और बचे थे। यह संवाद दर्शाता है कि शास्त्री, कोहली के मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझते थे।
कोहली का बयान: टेस्ट क्रिकेट की महत्ता
कोहली ने 12 मई को अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट करके टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान किया था। उन्होंने लिखा, "टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया, वो पाठ सिखाए जो जिंदगीभर मुझे याद रहेंगे।" इस बयान से स्पष्ट है कि कोहली का खेल के प्रति लगाव और उसके प्रति उनकी पहचान कितनी गहरी थी।
शास्त्री-कोहली की जोड़ी की उपलब्धियाँ
रवि शास्त्री और विराट कोहली की जोड़ी ने मिलकर भारत को कई सफलताओं दिलाई हैं। इस जोड़ी ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतकर भारत को पहली एशियाई टीम बना दिया था, जिसने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया। इसके अलावा, इस जोड़ी ने भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी पहुंचाया, साथ ही 43 महीने तक भारत को दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम बनाए रखा।
पुनर्निर्माण की जरूरत: संभावित विचार
कोहली के संन्यास की स्थिति ने फिर से इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि मानसिक स्वास्थ्य खेल के क्षेत्र में कितना महत्वपूर्ण है। पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ का मानना है कि कोहली इंग्लैंड सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार थे, लेकिन उन्हें चयन समिति से समर्थन नहीं मिला। अब यह देखना होगा कि खिलाड़ी फिर से खुद को कैसे प्रबंधित करते हैं और खेल में वापस आने की दिशा में क्या कदम उठाते हैं।
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री का यह बयान, न केवल कोहली के प्रशंसकों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह भी बताता है कि वे एक ऐसे युग में खेल रहे हैं जहां मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यह समय है कि हम सभी खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति पर ध्यान दें और उन्हें समर्थन देने की आवश्यकता को समझें।
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