बागपत जिला कारागार में पहुंचे DIG:जेलर पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों की जांच की, कर्मचारियों से ली जानकारी

बागपत जिला कारागार में महिला जेल अधिकारी के साथ छेड़छाड़ और रेप के प्रयास के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। लखनऊ में शिकायत के बाद डीआईजी जेल सुभाष चंद्र शाक्य ने गुरुवार को बागपत का दौरा किया और जिला कारागार में अधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी ली। मीडिया से बातचीत करते हुए डीआईजी जेल सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि मामले में जेलर जितेंद्र कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। डीआईजी ने कहा कि मामले की पूरी तरह से जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। देखें 3 तस्वीरें... गौरतलब है कि बागपत जिला कारागार में कार्यरत महिला अधिकारी ने आरोप लगाया था कि पूर्व जेलर जितेंद्र कश्यप ने उनके साथ छेड़छाड़ की और दुष्कर्म का प्रयास किया। पीड़िता ने इस घटना की शिकायत लखनऊ में जेल महानिदेशक और उपनिदेशक से की थी, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी जेल ने बागपत जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, बैरकों की सघन तलाशी ली, अस्पताल का निरीक्षण किया और सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं सामान्य पाई गईं। इसके साथ ही डीआईजी ने जेल अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

Jan 9, 2025 - 17:05
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बागपत जिला कारागार में पहुंचे DIG:जेलर पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों की जांच की, कर्मचारियों से ली जानकारी
बागपत जिला कारागार में महिला जेल अधिकारी के साथ छेड़छाड़ और रेप के प्रयास के मामले ने अब तूल पकड़
बागपत जिला कारागार में पहुंचे DIG: जेलर पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों की जांच की, कर्मचारियों से ली जानकारी News by indiatwoday.com

बागपत जिला कारागार की ताजा खबरें

बागपत जिले में कारागार की सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई है। हाल ही में, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) ने बागपत जिला कारागार का दौरा किया, जहां उन्होंने जेलर पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों की गहन जांच की। इस कदम का उद्देश्य जेल के भीतर की स्थिति को समझना और कर्मचारियों से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना था।

जेलर पर आरोपों की गंभीरता

जेलर पर आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, DIG ने जेल में कार्यरत कर्मचारियों से व्यापक बातचीत की। आरोपों के संदर्भ में, कर्मचारियों ने अपनी-अपनी जानकारी साझा की, जिससे अधिकारियों को मामले की जड़ तक पहुंचने में मदद मिली। यह चर्चा जेल के भीतर कार्य संस्कृति और सुरक्षा प्रोटोकॉल को समझने के लिए भी आवश्यक थी।

सुरक्षा उपाय और सुधार की आवश्यकता

जेल में इस प्रकार के आरोपों के सामने आने से अधिकारियों के सामने कई प्रश्न खड़े हुए हैं। DIG की टीम ने जेल में सुरक्षा उपायों का भी मूल्यांकन किया और स्थिति के सुधार के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए। इस मामले का प्रभाव न केवल जेल के भीतर बल्कि बागपत जिले के समग्र न्यायिक तंत्र पर भी पड़ सकता है।

अधिकारी और आम जनता की प्रतिक्रिया

इस घटना ने जेल के कर्मचारियों और आम जनता के बीच एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म दिया है। लोगों का कहना है कि जेल का वातावरण सुधार की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। कार्रवाई होने पर सार्वजनिक क्षेत्र में अधिकारियों की जिम्मेदारी पर भी प्रश्न उठाए गए हैं।

भविष्य के लिए दिशा-निर्देश

बागपत जेल की स्थिति को सुधारने के लिए DIG ने अधिकारियों को कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं। इनमें कर्मचारियों की ट्रेनिंग, जेल के भीतर सुरक्षा के उपायों का पुनर्विवेचन और निगरानी प्रणाली को मजबूती प्रदान करना शामिल है।

इस प्रकार की घटनाएं सुरक्षा अधिकारियों के लिए एक बड़ा संकेत हैं, जिन्हें अधिकारियों को जेल प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। Keywords: बागपत जिला कारागार, DIG की जांच, जेलर पर आरोप, छेड़छाड़ मामले की जानकारी, बागपत जेल के हालात, सुरक्षा उपाय जेल के अंदर, जेल प्रशासन की कार्रवाई, कर्मचारियों की राय, बागपत जिला न्यूज, उपाय और सुधार जेल में For more updates, visit indiatwoday.com.

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