बाराबंकी में अलाव तापते समय आग में गिरा मासूम:गंभीर रूप से झुलसा, लखनऊ के सिविल अस्पताल में किया गया रेफर
बाराबंकी के तहसील हैदरगढ़ के लोनीकटरा थाना क्षेत्र स्थित धौरहरा मजरे मोहम्मदपुर गांव में एक डेढ़ वर्षीय बालक जलते अलाव से झुलस गया। घटना के बाद परिवार ने उसे गंभीर हालत में सिविल हॉस्पिटल लखनऊ के लिए रेफर कर दिया। संतुलन बिगड़ने से हुआ हादसा घटना के बारे में जानकारी मिली है कि धौरहरा गांव निवासी महिला का बेटा अंश अपने घर के आंगन में चारपाई पर बैठा हुआ था। वह पास में जलते अलाव को ताप रहा था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह उसी अलाव में गिर पड़ा। इस हादसे में वह बुरी तरह झुलस गया। परिजनों ने उसे तुरंत सीएचसी त्रिवेदीगंज पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया। गंभीर हालत के कारण लखनऊ भेजा गया: हरप्रीत सीएचसी प्रभारी हरप्रीत सिंह ने बताया कि मासूम की हालत गंभीर थी और काफी जलने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया है।

बाराबंकी में मासूम का गंभीर झुलसना
News by indiatwoday.com
घटना का विवरण
बाराबंकी जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक मासूम बच्चे ने अलाव तापते समय खुद को आग में गिरा लिया। यह घटना कई सवाल उठाती है, विशेषकर बच्चों की सुरक्षा और उनके ध्यान रखने से संबंधित। घटना के बाद, बच्चे को गंभीर रूप से झुलसने की हालत में लखनऊ के सिविल अस्पताल में रेफर किया गया।
हालात की गंभीरता
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चे की उम्र केवल 5 साल है और उसकी स्थिति अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। ऐसे मामलों में, यह आवश्यक है कि बच्चों के चारों ओर सुरक्षित माहौल बनाया जाए, ताकि ऐसे हादसे टाले जा सकें। अलाव जलाने के स्थान पर जहां बच्चे खेलते हैं, वहां सावधानी बरतने की आवश्यकता है। माता-पिता को भी इस तरह की घटनाओं के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
स्वास्थ्य सेवा का जवाब
लखनऊ के सिविल अस्पताल में बच्चे को उपचार दिया जा रहा है। चिकित्सकों की टीम पूरी कोशिश कर रही है कि बच्चे का इलाज सही तरीके से किया जाए। ऐसे मामलों में, त्वरित कार्रवाई और उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण होती हैं।
बचाव उपाय
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए, यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- बचों को अलाव या आग के आसपास न खेलने दें।
- गर्मी के मौसम में, अलाव जलाने की आवश्यकता को कम करें।
- बच्चों की सुरक्षा के लिए माता-पिता को हमेशा सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष
इस घटना ने हमें एक बार फिर से बच्चों की सुरक्षा के महत्व की याद दिलाई है। हमें चाहिए कि हम अपने बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें और इस तरह के हादसों से बचने के लिए उचित कदम उठाएं।
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