बुजुर्गों और महिलाओं की आंखों की हुई जांच:ममता चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा निशुल्क नेत्र जांच शिविर आयोजित
स्वास्थ्य सहायक उपकरण, कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान के अंतर्गत निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन बुधवार को भोला खेड़ा पुलिस चौकी, बजरंग लान, कृष्णानगर, लखनऊ में किया गया। यह शिविर ममता चैरिटेबल ट्रस्ट, लखनऊ के तत्वावधान में मिधानी द्वारा प्रायोजित था। शिविर का उद्घाटन ट्रस्ट के अध्यक्ष व भाजपा अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजीव मिश्रा ने किया। शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों और नेत्र सहायकों की सहायता से सैकड़ों बुजुर्गों, महिलाओं और जरूरतमंदों की नेत्र जांच की गई। ट्रस्ट के ट्रस्टी राजीव मिश्रा ने बताया कि इसी स्थान पर शीघ्र ही वृहद स्वास्थ्य सहायक उपकरण, कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान आयोजित किया जाएगा। इसमें दिव्यांग ट्राई साइकिल, स्टिक, कान की मशीन, प्राथमिक दवाइयों का वितरण और चिकित्सा शिविर भी शामिल होगा। इस अवसर पर संस्थापक ट्रस्टी डॉक्टर राजेश शुक्ला ने कहा कि ट्रस्ट पिछले पांच वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में जरूरतमंदों की सहायता हेतु निरंतर कार्य कर रहा है। इस वर्ष भी लखनऊ सहित प्रदेशभर में स्वास्थ्य सहायक उपकरण, कृत्रिम अंग व कंबल वितरण अभियान के अंतर्गत विभिन्न नेत्र जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविर में निशुल्क चश्मे भी वितरित किए गए। ममता ट्रस्ट के एडवोकेट राजेश मिश्रा ने सभी सहयोगियों और जरूरतमंदों का उत्साहवर्धन करते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में महेंद्र राजपूत, दीपक पाल, गोलू पाल, संदीप पाल, आरके सिंह भदौरिया, कुलदीप पाल, मोहित पाल और बृजेश पाल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

बुजुर्गों और महिलाओं की आंखों की हुई जांच: ममता चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा निशुल्क नेत्र जांच शिविर आयोजित
हाल ही में, ममता चैरिटेबल ट्रस्ट ने एक निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया, जिसमें बुजुर्गों और महिलाओं की आंखों की जांच की गई। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूकता फैलाने और समाज में नेत्र स्वास्थ्य को उत्तेजित करने के लिए एक सराहनीय पहल है। इस शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आंखों की जांच की गई और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त उपचार प्रदान किया गया।
शिविर का उद्देश्य
इस जांच शिविर का मुख्य उद्देश्य उन बुजुर्गों और महिलाओं को मदद पहुंचाना है, जिनके पास स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच नहीं है। ममता चैरिटेबल ट्रस्ट का मानना है कि स्वस्थ दृष्टि समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और कमजोर दृष्टि वाले लोग अपनी जीवनशैली का आनंद नहीं उठा सकते हैं।
विशेषज्ञों की टीम
इस शिविर में अनुभवी नेत्र चिकित्सक मौजूद थे जिन्होंने बुजुर्गों और महिलाओं की आंखों की जांच की। इन विशेषज्ञों ने विभिन्न आंखों की समस्याओं का निदान किया और उचित उपचार की सलाह दी। मरीजों को उचित दवाइयों और चश्मों की आवश्यकता होने पर, उन्हें निशुल्क प्रदान किया गया।
समुदाय की भागीदारी
इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय की भागीदारी भी देखने को मिली। कई दानदाताओं और स्थानीय व्यापारियों ने शिविर के संचालन में समर्थन किया। यह सहयोग यह दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति समाज में बढ़ती जागरूकता और सहयोग की भावना मौजूद है।
स्वास्थ्य की महत्वता
स्वस्थ दृष्टि की जरूरत सिर्फ व्यक्तिगत जीवन के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज के लिए अत्यधिक आवश्यक है। जैसे-जैसे जनसंख्या वृद्ध हो रही है, बुजुर्गों में आंखों से संबंधित समस्याएं बढ़ रही हैं, इसलिए उन्हें नियमित जांच की आवश्यकता है।
यह निशुल्क शिविर एक उदाहरण है कि कैसे सामुदायिक प्रयासों से स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। ममता चैरिटेबल ट्रस्ट ने यह सुनिश्चित किया कि नो-कोस्ट दृष्टि सेवाएं प्रदान की जाएं, ताकि कोई भी व्यक्ति आंखों की समस्याओं के कारण पीड़ित न हो।
हमें उम्मीद है कि ऐसे शिविर आगे भी आयोजित होते रहेंगे, जो लोगों की आंखों की देखभाल में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त, हम सभी को अपनी आंखों की नियमित जांच के महत्व को समझना चाहिए और समय-समय पर जांच करानी चाहिए।
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