भारत बोला- अमेरिकी अखबार की कोई साख नहीं:वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा था- भारत ने मुइज्जू को हटाने की कोशिश की, पाकिस्तान में घुसकर हमला किया
भारत ने पाकिस्तान में घुसकर हमला करने और मालदीव में सरकार गिराने वाली वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह अखबार और इसके रिपोर्टर दोनों ही भारत के खिलाफ दुश्मनी भरा रवैया रखते हैं। जायसवाल ने कहा- आप उनकी एक्टिविटी में एक पैटर्न देख सकते हैं। मैं उन पर यकीन करने या फिर न करने का काम आप पर छोड़ता हूं। जहां तक हमारा सवाल है, हम मानते हैं कि उनकी साख नहीं है। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने भारत के खिलाफ हाल ही में दो रिपोर्ट्स छापे हैं। एक रिपोर्ट पाकिस्तान से जुड़ी है जिसमें यह दावा किया गया है कि भारत, 2021 से पाक में करीब आधा दर्जन आतंकियों की हत्या करा चुका है। वहीं दूसरी रिपोर्ट में यहा दावा किया गया है कि भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) मालदीव में मुइज्जू को राष्ट्रपति पद से हटाकर वहां तख्तापलट करना चाहता था। हिलेरी क्लिंटन का 14 साल पुराना बयान याद दिलाया रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री का बयान याद दिलाया। जायसवाल ने कहा कि क्लिंटन ने पाकिस्तान को लेकर कहा था कि आप बैकयार्ड (घर का पिछला हिस्सा) में यह सोचकर सांप नहीं पाल सकते कि यह सिर्फ आपके पड़ोसियों को ही काटेगा। कभी न कभी वे सांप उसी पर हमला करेंगे जिसके बैकयार्ड में वे होंगे। दरअसल 2011 में हिलेरी क्लिंटन ने इस्लामाबाद में तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बारी खान के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। तब क्लिंटन ने पाकिस्तान से कहा था कि उन्हें अपने देश के लोगों के हित में चरमपंथियों के लिए सुरक्षित पनाहगारों को खत्म कर देना चाहिए। वॉशिंगटन पोस्ट का दावा- भारत, पाकिस्तान में घुसकर हत्याएं कर रहा वॉशिंगटन पोस्ट में 31 दिसंबर को एक रिपोर्ट छपी थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विदेशों में देश के दुश्मनों को मारने के लिए एक ‘असेसिनेशन प्रोग्राम’ शुरू किया है। RAW इसके तहत पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादियों की हत्या करने में सफल भी हुआ है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान में जो हत्याएं कराई हैं, उनमें अफगानिस्तानी लोगों या फिर छोटे अपराधियों की मदद ली गई है। इसमें कभी भी कोई भारतीय नागरिक शामिल नहीं रहा। रिपोर्ट में बताया गया है RAW का कदम इजराइल के मोसाद जैसा ही है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चुनावी रैली के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए इस अभियान की तारीफ की थी और भारत के दुश्मनों को उनके घर में घुसकर मारने का दावा किया था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान में हत्याएं कराने के बाद भारत में सरकार समर्थक चैनलों पर इसका जश्न भी मनाया गया। इन कार्यक्रमों में RAW की तारीफ की जा रही थी। इससे पाकिस्तानी अधिकारी काफी नाराज हुए। एक पाकिस्तानी अधिकारी ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि कुछ ऐसे भी हत्याएं हुईं, जिनके बारे में भारतीय चैनलों को पाकिस्तानी पुलिस से पहले पता चल गया था। वॉशिंगटन पोस्ट का दूसरा दावा- मुइज्जू सरकार गिराना चाहता था भारत वॉशिंगटन पोस्ट ने 30 दिसंबर को एक रिपोर्ट में दावा किया कि उसके पास डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव नाम के कुछ दस्तावेज मौजूद हैं। इनमें मुइज्जू को सत्ता से हटाने की प्लानिंग है। रिपोर्ट के मुताबिक मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए 40 सांसदों को रिश्वत देने का प्लान बनाया गया था। इनमें मुइज्जू की पार्टी के सांसद भी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सांसदों के अलावा सेना और पुलिस के 10 सीनियर अधिकारियों और कुछ आपराधिक गिरोहों को भी पैसे देने का प्लान बनाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए साजिश करने वालों ने 51 करोड़ रुपए की मांग रखी थी। वॉशिंगटन पोस्ट ने मालदीव के दो अधिकारियों के हवाले बताया है कि ये रकम भारत से मांगी जानी थी। .................................................... मालदीव से जुड़ी यह खबर पढ़ें... मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति बोले- भारत हमारे लोकतंत्र का समर्थक:रिपोर्ट में दावा- राष्ट्रपति मुइज्जू को हटाने की साजिश में भारतीय अधिकारी शामिल थे मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति और विपक्षी पार्टी के नेता, मोहम्मद नशीद ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग लाने की साजिश और उसमें भारत की भूमिका को खारिज किया है। दरअसल सोमवार को अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था मुइज्जू को पद से हटाने के लिए विपक्ष ने साजिश रची थी। इसके लिए भारत से 51 करोड़ की मदद मांगी जानी थी। पूरी खबर यहां पढ़ें...

भारत का जवाब: अमेरिकी अखबार पर सवाल
हाल ही में वॉशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक समाचार विषय ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तनाव की स्थिति को फिर से उभारा है। इस लेख में कहा गया कि भारत ने मुइज्जू को हटाने के लिए पाकिस्तान में घुसकर हमला किया। इस रिपोर्ट पर भारत सरकार ने कड़ा विरोध जताया है और अमेरिकी अखबार की साख पर सवाल उठाए हैं।
भारत का वक्तव्य
भारत ने कहा है कि वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट न केवल तथ्यहीन है, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बिगाड़ने का प्रयास भी करती है। भारत के आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, "हम अमेरिका स्थित मीडिया संस्थानों से अपेक्षा करते हैं कि वे निष्पक्ष और संतुलित रिपोर्टिंग करें।"
वास्तविकता की जांच
भारत ने स्पष्ट किया कि मुइज्जू के मुद्दे पर भारत का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। जब भी सुरक्षा का प्रश्न उठता है, भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाता है। भारत का कहना है कि ऐसे समाचार केवल भ्रम पैदा करने के लिए हैं और इस खबर की स्थिति की वास्तविकता से कोई मतलब नहीं है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इस रिपोर्ट की पुष्टि की है, लेकिन भारत का कहना है कि इस प्रकार की रिपोर्टिंग केवल राजनीतिक मकसद के लिए की जा रही है। भारतीय सुरक्षा बलों ने हमेशा से अपनी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बनाए रखी है।
निष्कर्ष
भारत के इस रुख से साफ है कि वह अमेरिका स्थित मीडिया की ऐसी रिपोर्टों की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहा है। भविष्य में भी इस प्रकार की खबरों को लेकर विवाद रहते आएंगे। ऐसे में, जरूरत है सटीक और विश्वसनीय जानकारी की जो वास्तविकता पर आधारित हो। Keywords: भारत अमेरिकी अखबार, वॉशिंगटन पोस्ट भारत पाकिस्तान, मुइज्जू को हटाने की कोशिश, भारत का जवाब वॉशिंगटन पोस्ट, भारत पाकिस्तान तनाव हालात, भारत की सुरक्षा नीतियां, अमेरिकी मीडिया की विश्वसनीयता, भारत की विदेश नीति, वॉशिंगटन पोस्ट रिपोर्ट, पाकिस्तान के साथ भारत का संबंध. For more updates, visit indiatwoday.com.
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