भारतीय हॉकी खिलाड़ी सुखजीत को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा:पिता जालंधर में पुलिस इंस्पेक्टर, बोले- बेटे को DSP का पद मिलना चाहिए
भारतीय खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 की घोषणा की। इस घोषणा के अनुसार, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। जिसमें पंजाब के जालंधर से भारतीय हॉकी टीम के युवा हॉकी खिलाड़ी सुखजीत सिंह का नाम भी शामिल है। सुखजीत सिंह को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। सुखजीत के सम्मान की खबर सुन परिवार बेहद खुश हैं। वहीं सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री से उनके बेटे और खिलाड़ी जर्मनप्रीत को पंजाब पुलिस में डीएसपी का पद देने की अपील की है। परिवार ने सुखजीत से वीडियो कॉल पर बात कर उन्हें बधाई भी दी। भारतीय हॉकी टीम के युवा खिलाड़ी सुखजीत सिंह महज 26 साल के हैं और उन्होंने अपने बेहतरीन हॉकी प्रदर्शन से कम समय में ही बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। सुखजीत सिंह को 17 जनवरी को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा। इसे लेकर उनके परिवार में जश्न का माहौल है। परिवार बोला- पंजाब सरकार बेटे को अन्य खिलाड़ियों की तरह डीएसपी बनाए सुखजीत सिंह के पिता पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सुखजीत के पिता अजीत सिंह ने कहा- पंजाब के बेटे को इनाम मिल रहा है। परिवार ने मुख्यमंत्री से बेटे को डीएसपी के पद पर नौकरी देने की मांग की है। सुखजीत सिंह के पिता अजीत सिंह का कहना है कि मैं खुद हॉकी खिलाड़ी रहा हूं। लेकिन मैं अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया। लेकिन मेरे बेटे ने मेरा सपना भी पूरा कर दिया। सुखजीत सिंह की मां कुलदीप कौर ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। मां कुलदीप कौर ने कहा- उनके बेटे ने कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने पूरी भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी है।

भारतीय हॉकी खिलाड़ी सुखजीत को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा
भारतीय हॉकी का इतिहास नया अध्याय लिखने जा रहा है, जब युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुखजीत को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें उनकी असाधारण Leistungen के लिए दिया जा रहा है। सुखजीत ने अपनी मेहनत और समर्पण से भारतीय हॉकी में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।
पिता का कहना: बेटे को DSP का पद मिलना चाहिए
सुखजीत के पिता, जो खुद जालंधर में पुलिस इंस्पेक्टर हैं, ने कहा है कि उनके बेटे को केवल अर्जुन अवॉर्ड ही नहीं, बल्कि DSP का पद भी मिलना चाहिए। उन्होंने अपने बेटे की उपलब्धियों के प्रति गर्व व्यक्त किया और कहा कि सुखजीत ने प्रारंभ से ही खेल में अपनी प्रतिभा और अनुशासन का प्रदर्शन किया है।
सुखजीत की उपलब्धियां
सुखजीत ने राष्ट्रीय टीम में अपने अद्वितीय कौशल से कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की हैं। उनकी कारण से टीम की दौड़ में बढ़त मिली है और उन्होंने देश का नाम पूरी दुनिया में फैलाया है। सुखजीत के पिता का मानना है कि एक DSP बनने से सुखजीत को और अधिक प्रेरणा मिलेगी और वह आगे भी खेल में नई ऊंचाइयों को छू सकेंगे।
समाज एवं खेल में महत्व
सुखजीत की कहानी केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारतीय खेल संस्कृति के विकास का प्रतीक भी है। युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत, सुखजीत का अर्जुन अवॉर्ड उनकी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण को दर्शाता है। इस पुरस्कार से अन्य खिलाड़ियों को भी आगे बढ़ने का इंस्पiration मिलेगा।
News by indiatwoday.com
आगे का रास्ता
सुखजीत को मिलने वाला यह अवॉर्ड न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि इसे देख कर और भी युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। आगे चलकर उम्मीद है कि खेल मंत्रालय और राज्य सरकार ऐसे खिलाड़ियों को और अधिक सहारा और अवसर देंगे। Keywords: भारतीय हॉकी, सुखजीत अर्जुन अवॉर्ड, सुखजीत पिता पुलिस इंस्पेक्टर, सुखजीत DSP चाहिए, हॉकी खिलाड़ी सुखजीत, अर्जुन अवॉर्ड 2023, भारतीय खेल संस्कृति, युवा हॉकी खिलाड़ी, जालंधर पुलिस इंस्पेक्टर, खेल में प्रेरणा, सुखजीत की कहानी.
What's Your Reaction?






