मंडी में एक महीने में 18 लोगों की मौत:268 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए, बनाई जाएगी फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम
हिमाचल के मंडी जिले में सड़क सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। जिला रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर ने बताया कि पिछले एक वर्ष में जिले में 272 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 108 लोगों की मृत्यु हो गई और 430 लोग घायल हुए। अकेले दिसंबर माह में 18 दुर्घटनाओं में 7 लोगों की जान गई और 36 घायल हुए। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीके वर्मा के अनुसार, जिले में 268 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जिनमें से अब तक केवल 32 की मरम्मत की जा सकी है। अतिरिक्त उपायुक्त ने फोरलेन सड़कों पर यातायात नियमों के उल्लंघन पर चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारी वाहनों को बाईं लेन और तेज गति वाले वाहनों को दाईं लेन का उपयोग करना चाहिए। स्वयं सेवक करेंगे लोगों को जागरुक सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। निर्माणाधीन सड़कों पर रिफ्लेक्टिंग टेप और डिवाइडर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, दुर्घटनाओं के दौरान गोल्डन आवर में त्वरित सहायता के लिए 5-6 हजार फर्स्ट रिस्पांडर्स की टीम बनाई जाएगी। ये स्वयं सेवक पंचायत स्तर पर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता भी फैलाएंगे और दुर्घटना के समय पुलिस व एंबुलेंस के पहुंचने तक प्राथमिक सहायता प्रदान करेंगे।

मंडी में एक महीने में 18 लोगों की मौत: 268 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए, बनाई जाएगी फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम
News by indiatwoday.com
मंडी में मौतों की बढ़ती तादाद
मंडी जिले में पिछले एक महीने में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जिससे स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में चिंता का माहौल है। इन घटनाओं को देखते हुए, प्रशासन ने 268 ब्लैक स्पॉट को चिह्नित करने का निर्णय लिया है, ताकि सही समय पर चौकसी और त्वरित राहत कार्य किए जा सकें।
ब्लैक स्पॉट चिह्नन प्रक्रिया
ब्लैक स्पॉट ऐसे स्थान होते हैं जहां पर दुर्घटनाओं या अन्य आपदाओं की घटनाएं सामान्यतः अधिक होती हैं। प्रशासन इस बात को लेकर गंभीर है कि इन स्थानों की पहचान की जाए, जिससे भविष्य में होने वाली घटनाओं को टाला जा सके। इसके लिए स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर कार्य योजना बनाई है।
फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम की स्थापना
स्थानीय प्रशासन ने एक फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम बनाने का फैसला किया है, जो ठोस और त्वरित कार्रवाई कर सकेगी। यह टीम न केवल दुर्घटनाओं के समय तत्काल सहायता प्रदान करेगी, बल्कि आम जनता को जागरूक करने के लिए भी कार्य करेगी। टीम के गठन से स्थानीय समुदाय में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी।
संभावित कारण और समाधान
मंडी में मौतों के बढ़ते आंकड़े से कई संभावित कारण जुड़े हो सकते हैं। स्थानीय सड़कों की खराब स्थिति, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन और मौसम संबंधी हालात ऐसे कुछ फैक्टर हैं, जो इन घटनाओं को बढ़ावा देते हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इन समस्याओं को सुलझाने के लिए सही कदम उठाए जाएंगे।
निष्कर्ष
मंडी में हाल की घटनाएं प्रशासन के लिए एक चेतावनी का संकेत हैं। 268 ब्लैक स्पॉट का चिह्नन और फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम का गठन इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। उम्मीद है कि ये प्रयास न केवल मौजूदा स्थिति में सुधार लाएंगे, बल्कि भविष्य में होने वाली घटनाओं को भी कम करेंगे। अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर विजिट करें। Keywords: मंडी में मौतें, ब्लैक स्पॉट चिह्नन, फर्स्ट रिस्पांडर्स टीम, मंडी के हालात, सड़क दुर्घटनाएं मंडी, स्वास्थ्य व्यवस्था मंडी, प्रशासन की कार्रवाई, स्थानीय सुरक्षा सुधार, जागरूकता अभियान, मंडी प्रशासन नया निर्णय
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