हिमाचल कांग्रेस की प्रभारी बनी रजनी पाटिल:राजीव शुक्ला की जगह लेंगी, हाईकमान ने 14 राज्यों के इंचार्ज बदले, देर रात जारी किए आदेश
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने रजनी पाटिल को हिमाचल कांग्रेस का नया प्रभारी बनाया है। इसे लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मंजूरी के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने देर रात आदेश जारी कर दिए है। रजनी पाटिल मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली हैं। वह राज्यसभा में सांसद है। रजनी पाटिल हिमाचल में अब राजीव शुक्ला का स्थान लेंगी। बीते पांच सालों से कांग्रेस हाईकमान ने राजीव शुक्ला हिमाचल कांग्रेस का प्रभारी बना रखा था। रजनी पाटिल पहले भी हिमाचल की प्रभारी रह चुकी रजनी पाटिल पहले भी हिमाचल कांग्रेस की प्रभारी रह चुकी है। 22 मई 2018 को उन्हें हिमाचल कांग्रेस का पहली बार प्रभारी लगाया गया था। कांग्रेस हाईकमान ने साल 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें दूसरी बार यह अहम जिम्मेदारी सौंपी है। हिमाचल में कांग्रेस का संगठन तीन महीने से अधिक समय से भंग है। ऐसे समय में रजनी पाटिल को यह दायित्व मिला है। जाहिर है कि नए संगठन बनाने में उनका रोल महत्वपूर्ण रहने वाला है। कौन हैं रजनी पाटिल रजनी पाटिल का जन्म 5 दिसंबर 1958 को हुआ। वह राज्यसभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम विलासराव देशमुख की मौत के बाद 2013 में उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया। रजनी 1996 में भाजपा के बैनर तले सबसे पहले बीड लोकसभा से चुनाव जीती थीं, लेकिन बाद में वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गईं। 14 राज्यों के प्रभारी लगाए गए हिमाचल के साथ साथ कांग्रेस ने 14 राज्यों में प्रभारी और 2 को महासचिव बनाया है। रजनी पाटिल को हिमाचल के साथ छत्तीसगढ़ का भी प्रभारी बनाया गया है। वह दो राज्यों की जिम्मेदारी संभालेगी। बीके हरिप्रसाद को हरियाणा, हरीश चौधरी को मध्यप्रदेश, गिरीश चोधंकर को तमिलनाडु व पुड्डुचैरी, अजय कुमार लालू को उड़ीसा, के राजू को झारखंड, मीनाक्षी नटराजन को तेलंगाना, सप्तागिरी संकर उल्का को मणिपुर, त्रिपुर, सिक्किम और नगालैंड तथा कृ़ष्णा अल्वरु को बिहार का प्रभारी बनाया गया है।

हिमाचल कांग्रेस की प्रभारी बनी रजनी पाटिल
हाल ही में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है, जिसमें रजनी पाटिल को राजीव शुक्ला की जगह प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह निर्णय कांग्रेस हाईकमान द्वारा लिया गया है, जिसमें 14 राज्यों के इंचार्ज को बदला गया है। यह निर्णय पार्टी की रणनीति को मजबूत करने और निर्वाचन में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए किया गया है।
बदलाव का उद्देश्य
कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन का यह कदम समय की आवश्यकता थी, जो विशेष रूप से आगामी चुनावों में प्रतिस्पर्धा को देखते हुए उठाया गया। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, रजनी पाटिल एक अनुभवी नेता हैं और उन्हें हिमाचल प्रदेश की राजनीति की अच्छी जानकारी है। उनके नेतृत्व में पार्टी की उम्मीदें बढ़ी हैं।
राजीव शुक्ला का योगदान
राजीव शुक्ला पूर्व में पार्टी के सही दिशा में चलने के लिए जाने जाते थे। उनकी विदाई कांग्रेस में एक नया मोड़ है, जहां एक नई सोच और दृष्टिकोण की आवश्यकता थी। हालांकि, शुक्ला का अनुभवी कार्यकाल पार्टी में हमेशा याद रखा जाएगा।
14 राज्यों में बदलाव
कांग्रेस हाईकमान की इस नई नियुक्ति में केवल हिमाचल तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि 14 राज्यों में इंचार्ज का पुनर्नियुक्ति भी हुई है। यह निर्णय पार्टी की कार्यप्रणाली को युवा और सक्षम नेता देने के लिए किया गया है, ताकि सभी राज्यों में पार्टी को मजबूती मिल सके।
सम्भवत: यह भाजपा के खिलाफ मजबूत तालमेल बनाने का प्रयास हो सकता है, जिससे लंबे समय तक कांग्रेस का प्रभाव बना रह सके।
निष्कर्ष
कांग्रेस पार्टी में आए इस बदलाव से आशा की किरण जगी है कि रजनी पाटिल के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस और मजबूत होगी। यह सभी के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यदि आप हिमाचल कांग्रेस की ताजा गतिविधियों से अपडेट रहना चाहते हैं तो News by indiatwoday.com पर जाकर और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। Keywords: हिमाचल कांग्रेस, रजनी पाटिल, राजीव शुक्ला, कांग्रेस हाईकमान, 14 राज्यों के इंचार्ज, पार्टी में बदलाव, कांग्रेस पार्टी नेतृत्व, आगामी चुनाव, राजनीतिक परिवर्तन, हिमाचल प्रदेश विधानसभा
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