महाकुंभ के जल से गाजियाबाद जेल के कैदियों का स्नान:त्रिवेणी के पवित्र जल से बना कुंभ कलश, 4000 कैदी लगाएंगे डुबकी
गाजियाबाद की डासना जिला जेल में कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जेल में शुक्रवार को कुंभ कलश की स्थापना की गई। इस कलश में त्रिवेणी संगम का पवित्र जल मिलाया गया है। जेल सुपरिंटेंडेंट सीताराम शर्मा ने खुद त्रिवेणी से जल लाया है। उन्होंने बताया कि जेल में बंद 4000 कैदियों के लिए उन्होंने त्रिवेणी में 4000 डुबकी लगाई। यह व्यवस्था उन कैदियों के लिए की गई है जो प्रयागराज संगम नहीं जा सकते।कुंभ कलश की स्थापना से पहले पूर्ण विधि-विधान का पालन किया गया। पूजा-पाठ और हवन के बाद ही कलश में त्रिवेणी का जल मिलाया गया। कलश को भगवान गणेश की मूर्ति, फूलों और पौधों से सजाया गया। इस अवसर पर मेरठ रेंज के डीआईजी जेल आईपीएस सुभाष चंद्र शाक्य भी उपस्थित रहे। कुंभ कलश की स्थापना से पहले पूर्ण विधि-विधान का पालन किया गया। पूजा-पाठ और हवन के बाद ही कलश में त्रिवेणी का जल मिलाया गया। कलश को भगवान गणेश की मूर्ति, फूलों और पौधों से सजाया गया। इस अवसर पर मेरठ रेंज के डीआईजी जेल आईपीएस सुभाष चंद्र शाक्य भी उपस्थित रहे।

महाकुंभ के जल से गाजियाबाद जेल के कैदियों का स्नान
गाजियाबाद की जेल में इस बार एक अनूठा आयोजन किया गया है, जहाँ 4000 कैदियों को महाकुंभ के पवित्र जल से स्नान करने का अवसर मिलेगा। यह विशेष आयोजन त्रिवेणी के शुद्ध जल से बने कुंभ कलश के तहत होगा, जहां कैदी अपनी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं का सम्मान कर सकेंगे।
त्रिवेणी के पवित्र जल का महत्व
महाकुंभ पर्व भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिस दौरान लोग त्रिवेणी संगम का स्नान करने जाते हैं। इस अवसर पर, गाजियाबाद जेल का प्रशासन ने निर्णय लिया है कि जेल में बंद कैदियों को भी इस पवित्र जल का अनुभव करने का मौक़ा दिया जाए।
कैदियों के लिए एक नई शुरुआत
यह आयोजन न केवल कैदियों के लिए धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक मानसिक स्वास्थ्य पहल का हिस्सा भी है। उपरोक्त धार्मिक क्रियाकलाप से कैदियों को शांति और मानसिक सुकून का अनुभव होगा, जिससे उनकी आत्मा को तसल्ली मिलेगी।
कार्यक्रम की योजना और तैयारी
प्रशासन इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए तैयारियों में जुटा हुआ है। पवित्र जल को गाजियाबाद जेल तक पहुँचाया जाएगा, और कैदियों को विशेष समय पर स्नान करने की अनुमति दी जाएगी। यह एक सामूहिक आयोजन होगा, जिसमें सभी कैदी भागलेेंगे और अपने-अपने तरीके से इस अनुभव को आत्मसात करेंगे।
इस पवित्र जल में स्नान करने का अवसर विधिमान्य रूप से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दूरियों को मिटाने का भी एक प्रयास है। इस आयोजन से कैदियों में एकता और भाईचारे की भावना भी प्रबल होगी।
News by indiatwoday.com
निष्कर्ष
गाजियाबाद जेल में महाकुंभ के जल से स्नान कराने का यह कार्यक्रम एक सकारात्मक कदम है, जो न केवल कैदियों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक नई दृष्टि पेश करेगा। ऐसे आयोजनों से हमें यह सीखने को मिलता है कि हर व्यक्ति को धार्मिक और सांस्कृतिक अपदाओं से जोड़ने की आवश्यकता है, चाहे वह किसी भी परिस्थिति में क्यों न हों। Keywords: गाजियाबाद जेल, महाकुंभ स्नान, जेल के कैदी, त्रिवेणी के जल, कुंभ कलश, धार्मिक आयोजन, पवित्र जल, मानसिक स्वास्थ्य, कैदियों के लिए कार्यक्रम, भारतीय संस्कृति, यात्रा, स्नान की तैयारी, भूषण प्रक्रिया, सांस्कृतिक परंपराएँ.
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