महाकुंभ में नजर आएंगे कान्हा के मुकुट और पोशाक:मथुरा जेल में बंदियों ने की तैयार, प्रदर्शनी में किया जाएगा प्रदर्शित
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भगवान श्री कृष्ण की पोशाक और मुकुट की प्रदर्शनी लगाई जा रही है। मथुरा जेल में निरुद्ध बंदियों ने यह पोशाक और मुकुट तैयार किए हैं। जेल प्रशासन बंदियों द्वारा तैयार उत्पाद की महाकुंभ में प्रदर्शनी लगा रहा है। जिसमें बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। बंदियों को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर मथुरा जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। वन जेल वन प्रोडक्ट के तहत यहां बंदियों को भगवान की पोशाक,मुकुट और श्रृंगार बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिससे जेल से छुटने के बाद यह बंदी बुरे काम छोड़कर अच्छा काम कर सकें और समाज में अपनी पहचान बना सकें। बंदी बना रहे पोशाक वन जेल वन प्रोडक्ट के तहत जिला कारागार में निरुद्ध बंदी भगवान कृष्ण की पोशाक,मुकुट, श्रृंगार का सामान बना रहे हैं। इसके लिए जेल प्रशासन इनको संसाधन उपलब्ध करा रहा है। यह बंदी भगवान की अलग अलग तरह की पोशाक बना रहे हैं। लड्डू गोपाल,राधा कृष्ण की पोशाक बना रहे यह बंदी अब इसमें पारंगत होते जा रहे हैं। संस्था ने दिया प्रशिक्षण जेल में बंद बंदियों को भगवान की पोशाक बनाने का प्रशिक्षण हरि प्रेम सोसाइटी ने दिया। दो महीने तक प्रशिक्षण देने के बाद बंदियों ने खुद भगवान की पोशाक,मुकुट बनाना शुरू कर दिया। यह बंदी प्रतिदिन 8 से 10 घंटे तक मेहनत कर भगवान की पोशाक और मुकुट बना रहे हैं। बंदियों द्वारा बनाए गए पोशाक और मुकुट के स्टॉल समय समय पर जेल प्रशासन अलग अलग कार्यक्रमों में लगाता रहता है। कुंभ में लगेगी प्रदर्शनी जेल अधीक्षक अंशुमान गर्ग ने बताया प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में कारागार विभाग द्वारा एक प्रदर्शनी लगाई जा रही है। जिसमें प्रदेश की अलग अलग जेल में निरुद्ध बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। मथुरा जेल में निरुद्ध बंदियों द्वारा बनाई गई पोशाक और मुकुट भी इस प्रदर्शनी में लगाए जाएंगे। इससे बंदियों की हौसला अफजाई होगी और वह अच्छा काम करेंगे। 1500 से ज्यादा बंदी हैं जेल में निरुद्ध मथुरा जिला कारागार में 1500 से ज्यादा बंदी निरुद्ध हैं। इन बंदियों को पोशाक बनाना,LED बल्ब बनाना,होली के रंग बनाने के अलावा महिला बंदियों को ब्यूटी पार्लर,मेंहदी लगाना, बुटीक आदि के प्रशिक्षण दिए जाते रहते हैं। इसका उद्देश्य है जब बंदी जेल से बाहर जाए तो वह समाज के बीच रहकर अपना व्यवसाय करे और अच्छा जीवन जिए।

महाकुंभ में नजर आएंगे कान्हा के मुकुट और पोशाक
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प्रस्तावना
महाकुंभ का समय नज़दीक आ रहा है, और इस बार एक विशेष आकर्षण होने वाला है। मथुरा जेल के बंदियों ने मिलकर भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट और पोशाक के डिजाइन तैयार किए हैं। इस अद्वितीय पहल में बंदियों की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। यह प्रदर्शनी महाकुंभ के दौरान प्रस्तुत की जाएगी, जो हजारों श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेगी।
कान्हा के मुकुट और पोशाक की विशेषताएँ
कान्हा के मुकुट और पोशाक को न्यायालय से मिली अनुमति के बाद तैयार किया गया है। यह पारंपरिक भारतीय शिल्पकला और आधुनिक डिजाइन का संगम है। इन वस्त्रों में उपयोग की गई सामग्री विशेष रूप से स्थानीय कारीगरों द्वारा तैयार की गई है। इस प्रदर्शनी में बंदियों की मेहनत और प्रतिभा का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलेगा।
महाकुंभ में प्रदर्शनी का महत्व
महाकुंभ एक ऐसा अवसर है जब लोग धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से मथुरा जेल के बंदियों को समाज में पुनः स्थापित करने का एक अवसर मिलेगा। यह पहल उनके आत्म-सम्मान को बढ़ाने के साथ-साथ समाज में सकारात्मकता का संचार करेगी। इसके अलावा, यह एक प्रेरणादायक कहानी है जो बताती है कि कला के माध्यम से व्यक्ति बदलाव ला सकता है।
अंत में
कुल मिलाकर, महाकुंभ में कान्हा के मुकुट और पोशाक की प्रदर्शनी का आयोजन एक ऐतिहासिक क्षण होगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह मथुरा जेल के बंदियों के लिए भी आत्म-सम्मान और पुनर्वास का एक जरिया साबित होगा। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए लोग उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं।
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