मुरादाबाद में स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर वसूली,FIR:बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर ने कहा-फ्री लगने हैं स्मार्ट मीटर, किसी को पैसा न दें
मुरादाबाद शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर वसूली का खेल शुरू हो गया है। कटघर इलाके में इंद्रा कालोनी में प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों ने मीटर लगाने के बदले प्रति मीटर 500 रुपए की वसूली शुरू कर दी। इससे कालोनी वाले भड़क गए और टीम को घेरकर हंगामा किया। इसके बाद महकमे के अधिकारियों ने दखल के बाद कंपनी ने अपने कर्मचारी के खिलाफ कटघर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। इस बीच मुरादाबाद हाईडिल डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर अरविंद कुमार सिंघल ने कहा है कि स्मार्ट मीटर पूरी तरह से फ्री लगाए जाने हैं। इसके लिए उपभोक्ता विभाग के किसी कर्मचारी को या फिर मीटर लगा रही कंपनी के किसी वर्कर को कोई भी पेमेंट न करें। यदि कोई इसकी एवज में पैसे की डिमांड करता है तो उसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों से करें। पैसे की मांग करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी। बिजली विभाग के मुख्य अभियंता ने कहा कि, मुरादाबाद शहर के सभी बिजली मीटर स्मार्ट मीटर से बदले जाने हैं। इसके लिए प्राइवेट कंपनी इंटेल स्मार्ट कंपनी को कांट्रेक्ट दिया गया है। कंपनी के कर्मचारी शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रहे हैं। मुख्य अभियंता ने कहा कि इंद्रा कालोनी से ऐसी शिकायत मिली थी कि मीटर लगाने जा रहे प्राइवेट कंपनी इंटेल स्मार्ट के कर्मचारियों ने लोगों से मीटर लगाने के बदले में पैसे की डिमांड की है। इस मामले में अधीक्षण अभियंता को जांच के लिए कहा गया था। अधीक्षण अभियंता ने अपनी रिपोर्ट में वसूली के आरोपों की पुष्टि की है। मुख्य अभियंता ने कहा कि इस मामले में कंपनी इंटेल स्मार्ट ने अपने सुपरवाइजर के खिलाफ कटघर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। यदि ऐसी और भी शिकायतें आईं तो कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। कंपनी का अनुबंध खत्म करने पर भी विचार किया जा सकता है।
मुरादाबाद में स्मार्ट मीटर लगाने की वसूली पर उठे सवाल
मुरादाबाद में हाल ही में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। कई उपभोक्ताओं से यह जानकारी मिली है कि उन्हें स्मार्ट मीटर के लिए पैसे वसूले जा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर ने इस संदर्भ में स्पष्ट किया है कि स्मार्ट मीटर को फ्री में लगाया जाना है और उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार का पैसा नहीं देना चाहिए।
वसूली की शिकायतें और FIR की प्रक्रिया
स्थानीय निवासियों द्वारा शिकायतें मिलने के बाद, बिजली विभाग ने इस मामले में सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। पुलिस में FIR दर्ज कराई गई है ताकि जिन लोगों द्वारा पैसे की मांग की जा रही थी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। विभाग का कहना है कि उपभोक्ता अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी अवैध वसूली की शिकायत अविलंब करें।
स्मार्ट मीटर के फायदे
स्मार्ट मीटर की स्थापना से उपभोक्ताओं को बिजली की खपत का सही-सही आंकड़ा प्राप्त होगा, जिससे उन्हें अपनी बिजली की खपत पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त होगा। यह तकनीक बिजली विभाग को भी बेहतर सर्विस प्रदान करने में मदद करेगी। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर चोरी और गड़बड़ी की समस्याओं को भी कम करने में सहायक होंगे।
उपभोक्ताओं का क्या करना चाहिए?
उपभोक्ताओं को सलाह दी गई है कि वे किसी भी प्रकार की वसूली की गतिविधि की शिकायत संबंधित अधिकारियों से करें। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे केवल आधिकारिक और अधिकृत कर्मचारियों से ही संपर्क करें।
स्मार्ट मीटर की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इस प्रक्रिया में शفافता और नैतिकता बनाए रखना जरूरी है। विभाग ने इस बात का वादा किया है कि सभी उपभोक्ताओं को सही जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहेगा।
निष्कर्ष
इस मामले ने मुरादाबाद के निवासी उपभोक्ताओं के बीच चिंता पैदा कर दी है लेकिन बिजली विभाग के कदम स्पष्ट हैं। सभी संबंधित लोग इस प्रकरण में अपनी आवाज उठाएं और किसी भी प्रकार की अवैध वसूली का विरोध करें। जानकारी के लिए और अपडेट्स के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: मुरादाबाद स्मार्ट मीटर वसूली, स्मार्ट मीटर फ्री में, बिजली विभाग शिकायत, मुरादाबाद FIR, बिजली खर्च नियंत्रण, स्मार्ट मीटर लगवाने की प्रक्रिया, उपभोक्ता अधिकार, मुरादाबादी बिजली उपभोक्ता, बिजली विभाग के अधिकारी, बिजली मीटर चोरी रोकने के उपाय
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