मुस्लिम समाज ने मनाई ईद, एक दूसरे के गले मिलकर दी बधाई
भास्कर न्यूज | इटावा ईद के मुबारक मौके पर मुस्लिम समाज में खुशियों का आलम देखने को मिला। ईदगाह में सुबह नमाज के वक्त ईद की रौनक और खुशी हर चेहरे पर साफ झलक रही थी। लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी और अमन चैन की दुआ मांगी। साथ ही छोटे बच्चों और जरूरतमंदों को ईदी दी। मुस्लिम घरों में सुबह से ही मेहमानों का आना जाना लगा रहा। इससे पहले सुबह 8:40 बजे ईदगाह में हुई नमाज में पूरे समाज ने एक साथ सामूहिक नमाज अता की। शहर काजी मौलाना इकबाल मुस्लिम समाज के साथ घोड़े पर सवार होकर इटावा बाइपास ईदगाह तक आए। जहां सभी को ईदुल फितर की नमाज अता कराई। नमाज के बाद ईदगाह में विभिन्न संगठनों के लोगों ने मुस्लिम भाइयों के गले लगकर मुबारकबाद दी। इस मौके पर मौलाना इकबाल अहमद शहर काजी ने कहा कि मुसलमान का काम नेकी करना और भाईचारे के साथ रहना है। हमें दूसरों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। एक मुसलमान को अपने धर्म की तालीम पर चलना चाहिए। इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमचंद नागर, पूर्व सरपंच शिवलाल पारेता, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सरोज मीणा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गा शंकर मीणा, पूर्व उप जिला प्रमुख मनोज शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश बैरवा,मंडल नगर कांग्रेस अध्यक्ष वीरप्रताप सिंह, नगर अध्यक्ष त्रिलोक पारेता, पार्षद काशीराम बैरवा, जगदीश बैरवा, कांता प्रसाद मीणा,सत्यनारायण गोचर बधाई देने पहुंचे।

मुस्लिम समाज ने मनाई ईद, एक दूसरे के गले मिलकर दी बधाई
ईद का त्योहार, जो हर साल मुस्लिम समुदाय के लिए एक विशेष महत्व रखता है, इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर लोग एकत्रित हुए, एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दी और प्रेम तथा एकता का संचार किया। समाज में भाईचारे का संदेश फैलाने के लिए यह दिन बेहद महत्वपूर्ण होता है।
ईद की खुशियाँ और परंपराएँ
ईद न केवल उपवास के समापन का प्रतीक है, बल्कि यह एक नई शुरुआत का अवसर भी है। मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन नए कपड़े पहनते हैं, परिवार और मित्रों के साथ मिलकर स्वादिष्ट खाने का आनंद लेते हैं, और एक दूसरे को दुआएं देते हैं। इस त्योहार पर ज़कात देने की परंपरा भी है, जिससे गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की जाती है।
भाईचारा और एकता का संदेश
ईद के मौके पर, लोग अपने मतभेदों को भुलाकर एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशी मनाते हैं। सड़कों पर चहल-पहल, मस्जिदों में खास नमाज़, और लोगों की मुस्कानें इस दिन की खास पहचान बनाती हैं। हर जगह प्रेम और एकता का वातावरण देखने को मिलता है।
समाज में सकारात्मक बदलाव
इस प्रकार के पर्व न केवल धार्मिकता का प्रतीक होते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी कार्य करते हैं। ईद का त्योहार सभी को एकजुट करता है और मानवता की सेवा में योगदान देने का अवसर प्रदान करता है। इसके माध्यम से हम एक-दूसरे के साथ संवाद और सहयोग को बढ़ावा देते हैं।
इस वर्ष भी पूरे भारत में ईद की खुशियाँ मनाई गईं और सभी समुदायों ने इस त्योहार की खूबसूरती को महसूस किया। News by indiatwoday.com Keywords: मुस्लिम समाज ईद मनाई, ईद की परंपराएँ, भाईचारा और एकता, ईद का त्योहार 2023, ईद पर बधाई संदेश, मुस्लिम पर्व ईद, ईद की खुशियाँ, ईद का महत्व, ईद पर खुशियाँ, मुस्लिम समुदाय की परंपरा, ईद का जश्न, एक-दूसरे को गले मिलना
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