लकी हत्याकांड में आखिकर किसने बरामद कराई लाश:मां को फोन करके कुंए में होने की दी जानकारी, सच या झूठ पुलिस जांच में जुटी
मेरठ के मोदीपुरम में घर के बाहर से अगवा कर नौ साल के लकी की हत्या में पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है। लकी की मां को फोन करके किसी ने बताया था कि उनके बेटे की लाश कुंए में पड़ी है। ऐसे में पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि आखिर किसने लकी की मां को कॉल किया था। मौके पर जो बिलिंकट कंपनी का बैग मिला था, वो लकी के चाचा अनिल के साथ काम करने वाले युवक का है। ऐसे में इस एंगल पर भी पुलिस जांच में जुटी है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि 3 टीमें जांच में जुटी हैं। मोदीपुरम फेस टू के रहने वाले आकाश सक्सेना का 9 साल का बेटा लकी कक्षा 1 का छात्र था। 28 दिसंबर को लकी घर के बाहर खेल रहा था। शाम साढ़े छह बजे वह संदिग्ध हालात में लापता हो गया। काफी तलाश के बाद भी बच्चे के नहीं मिलने पर परिजनों ने पल्लवपुरम थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों ने बच्चे की जानकारी देने वाले को 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। मंगलवार दोपहर को परिजनों ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर बच्चे की बरामदगी की मांग की थी। मंगलवार शाम को बच्चे का शव घर से तकरीबन 700 मीटर दूर एक कुंए में पड़ा मिला था। चाचा समेत छह-सात लोगों से हो रही है पूछताछ बच्चे का जहां शव मिला वहां पर बिलिंकिट कंपनी का एक बैग मिला। जांच के बाद पुलिस ने पाली गांव के एक युवक को हिरासत में लिया। ये युवक लकी के चाचा अनिल के साथ बिलिंकिट काम करता है। पुलिस इस युवक के अलावा लकी के चाचा से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है छह युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मां से विवाद के बाद दोनों बच्चे चाचा-पिता के साथ रहते थे आकाश सक्सेना ढाबे पर काम करते हैं। आकाश की शादी 16 साल पहले पूजा से हुई थी। शादी के बाद दो बच्चे देव और लकी हो गए। पति-पत्नी में विवाद होने के चलते कई साल पहले वे अलग हो गए। बच्चों को लेकर आकाश अपने भाई अनिल और मां के घर मोदीपुरम ले जाकर रहने लगा था।

लकी हत्याकांड में आखिकर किसने बरामद कराई लाश
लकी हत्याकांड ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। इस मामले में एक नई खोज सामने आई है, जो न केवल आम जनता को चौंका रही है, बल्कि पुलिस जांच को भी नए मोड़ दे रही है। हाल ही में एक फोन कॉल के जरिए लकी की मां को सूचित किया गया कि उसका बेटा कुंए में पड़ा हुआ है। इस जानकारी के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लाश को बरामद किया।
बातचीत का रहस्य
सूत्रों की मानें, तो फोन पर हुई बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि लकी को कुंए में फेंका गया था और उसी दिन से पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। जांच के दौरान, पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ की है और कई सुराग जुटाए हैं। फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हुई है, जो इस मामले को और भी रहस्यमय बना देता है।
पुलिस जांच का वर्तमान परिदृश्य
पुलिस की प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द मामले के सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जाए। क्या वह फोन करने वाला व्यक्ति सच में इस हत्या का जानकारी देने वाला था, या फिर यह एक मिस्ट्री है जो किसी और के इशारे पर किया गया है? जांच दल इस बात की गहराई में जा रहा है और सभी सुराग जुटा रहा है।
समाज में हड़कंप
लकी हत्याकांड ने समाज में एक हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय लोग और मीडिया इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इस घटना ने न केवल सामुदायिक सुरक्षा के प्रश्न को जन्म दिया है, बल्कि लोगों के मन में पुलिस प्रशासन की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए हैं।
निष्कर्ष
लकी हत्याकांड एक ज्वलंत मुद्दा बन चुका है, और समाज के हर वर्ग के लिए यह एक चेतावनी है। सरकार और पुलिस प्रशासन को इस मामले की गंभीरता को समझना चाहिए। लकी के परिवार को न्याय मिलना चाहिए, ताकि ऐसे मामलों में कोई और पीड़ित न बने। इस मामले पर और अपडेट्स के लिए, कृपया News by indiatwoday.com पर विजिट करें। Keywords: लकी हत्याकांड, कुंए में लाश, पुलिस जांच, मां को फोन, हत्या का रहस्य, लकी केस, संदिग्धों से पूछताछ, समाज में हड़कंप, फोन कॉल की जानकारी, न्याय के लिए लड़ाई
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